स्लिप डिस्क की परेशानी होने पर लोगों को काफी असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। अगर इस समस्या का समय से इलाज नहीं किया गया, तो अन्य समस्या हो सकती है। अधिकतर लोग स्लिप डिस्क का इलाज एलोपैथी में ढूंढने की कोशिश करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि आयुर्वेदिक दवाइयों के जरिए भी आप स्लिप डिस्क का इलाज कर सकते हैं। जी हां, हमारे एक्सपर्ट आचार्य राहुल चतुर्वेदी ने इसके बारें में संपूर्ण जानकारी शेयर की है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक दवाइयों के जरिए स्लिप डिस्क का इलाज संभव है। चलिए जानते हैं किस तरह आयुर्वेद में स्लिप डिस्क का इलाज छिपा हुआ है-

स्लिप डिस्क क्या है?
गाजियाबाद स्वर्ण जयंतीपुरण के आचार्य डॉक्टर राहुल चर्तुवेदी का कहना है कि हमारे शरीर में रीढ़ की हड्डी के पास छोटी-छोटी गद्देदार डिस्क होती है, जो रीढ की हड्डी को झटकों से बचाती है और उसे लचीला रखती है। इस डिस्क में जब किसी झटके या फिर अन्य कारणों से झटका लगता है, तो डिस्क का एरिया टूट या फिर सूज जाता है, जिसे स्लिप कहते हैं।
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किस तरह आयुर्वेदिक दवा करती है काम
आचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी ने कहा कि स्लिप डिस्क के कारण नसों में ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं हो पाता है। ऐसे में आयुर्वेदिक दवाई का इस्तेमाल करके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर किया जाता है। इसके अलावा पेट से जुड़ी परेशानी ठीक की जाती है। इससे आयुर्वेदिक दवाइयां बेहतर तरीके से कार्य करती है।
आयुर्वेद में छिपा है स्लिप डिस्क का इलाज
आचार्य राहुल चर्तुवेदी का कहना है कि आयुर्वेद में स्लिप डिस्क का इलाज बहुत ही बेहतर तरीके से किया जाता है। आयुर्वेद में स्लिप डिस्क की समस्या को ठीक करने के लिए सबसे पहले पेट का इलाज किया जाता है। स्पिल डिस्क से परेशान लोगों को कब्ज नहीं होना चाहिए, वरना इससे समस्या बढ़ सकती है। आचार्य राहुल ने स्लिप डिस्क से ग्रसित लोगों को घर में आयुर्वेदिक दवाई बनाने का तरीका बताया है। आइए जानते हैं किस तरह घर में तैयार करें स्लिप डिस्क की आयुर्वेदिक दवा-
- अश्वगंधा - 50 ग्राम
- रासना - 30 ग्राम
- शुंथि 30 ग्राम,
- गोरखमुंडी- 20 ग्राम,
- शिलाजीत 10 ग्राम,
- गिलोय का सत्व - 30 ग्राम,
- शुरजान - 50
- विधारा-30 ग्राम,
- विधारीकंद-30

आचार्य राहुल चतुर्वेदी के अनुसार, इन सभी चीजों को मिलाकर अच्छे से पीस लें। ध्यान रहे कि सभी 280 ग्राम होने चाहिए। सभी चीजों की मात्रा में आचार्य जी के बताए अनुसार ही रखें। पीसे हुए मिश्रण की तीन-तीन ग्राम पुड़िया तैयार कर लें। इसे रोजाना खाने के बाद 1 गिलास दूध के साथ लें। इससे आपकी स्लिप डिस्क की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी। ध्यान रहे कि आयुर्वेद में किसी भी समस्या का इलाज धीरे-धीरे होता है। अगर आप चाहेंगे कि तुरंत आपको राहत मिले, तो यह संभव नहीं है। इसलिए जल्दी परिणाम ना मिलने पर दवाई छोड़ें नहीं,डॉक्टर के परामर्श अनुसार दवाई को चालू रखें। इससे आपको काफी राहत मिलेगा
थैरेपी के जरिए भी होता है स्लिप डिस्क का इलाज
आचार्य राहुल चतुर्वेदी ने बताया कि आयुर्वेद थैरेपी से भी स्लिप डिस्क का इलाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम हाथ-पैरों में आर्युवेदिक थैरेपी से स्लिप डिस्क का इलाज करते हैं। खासतौर पर जिन लोगों का वजन बढ़ा होता है, उन्हें स्लिप डिस्क की समस्या अधिक होती है। ऐसे लोगों को थैरेपी के जरिए वजन कम करने की कोशिश की जाती है, साथ ही इन थैरेपी से नसों ब्लड सर्कुलेशन बेहतर किया जाता है।
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