
Ayurvedic Remedies To Treat Heat Rashes In Hindi: गर्मी के मौसम में हीट रैश यानी घमौरियों की समस्या होना सामान्य है। दरअसल, जब पसीना त्वचा के नीचे फंस जाता है, तो शरीर पर छोटे-छोटे दाने निकल जाते हैं। इसके अलावा, ज्यादा टाइट कपड़े पहनने, शरीर की गर्मी और ठीक ढंग से साफ-सफाई न करने के कारण भी घमौरी की समस्या हो सकती है। इन दानों वजह से त्वचा पर बहुत ज्यादा खुजली और जलन होती है। यह समस्या आमतौर पर गर्दन, पीठ, छाती, कमर और बगल में होती है। अधिकतर लोग इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के पाउडर, साबुन और लोशन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इनसे भी कुछ ही देर के लिए राहत मिलती है। ऐसे में घमौरियों से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी आजमा सकते हैं। आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही 5 आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बता रहे हैं -
घमौरियों से छुटकारा पाने के लिए आजमाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय - Ayurvedic Remedies To Treat Heat Rashes In Hindi
चंदन
आयुर्वेद में त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए चंदन का प्रयोग सदियों से किया जा रहा है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करते हैं। इसकी तासीर ठंडी होती है, जिसकी वजह से यह त्वचा को ठंडक प्रदान करता है। घमौरियों से छुटकारा पाने के लिए आप चंदन पाउडर को गुलाब जल या सादे पानी के साथ मिला लें। अब इस मिश्रण को प्रभावित हिस्से पर लगाएं। जब सूख जाए, तो पानी से धो लें।
एलोवेरा
एलोवेरा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह घमौरियों की जलन और सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इसका प्रयोग करने के लिए एलोवेरा के पत्ते को काटकर इसका जेल निकाल लें। इसे घमौरियों पर लगाएं और सूखने दें। करीब 20-30 मिनट बाद सादे पानी से धो लें। दिन में एक से दो बार इस प्रक्रिया को दोहराएं। ऐसा करने से घमौरियों से जल्द राहत मिलेगी।
हल्दी
हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण और सूजन को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। यह त्वचा की खुजली और जलन से राहत दिलाने में भी कारगर है। इसके लिए आप हल्दी पाउडर को पानी के साथ मिक्स करके पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर लगाएं और सूखने दें। 15-20 मिनट बाद पानी दे धो दें। इससे घमौरियां एकदम ठीक हो जाएंगी।
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मुल्तानी मिट्टी
मुल्तानी मिट्टी में एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो घमौरियों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप 2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाएं। इसे प्रभावित क्षेत्र पर समान रूप से लगाएं और सूखने दें। लगभग 20 मिनट बाद पानी से धो दें। इसके बाद मॉइश्चराइजर लगा लें।
मुलेठी
आयुर्वेद में मुलेठी का प्रयोग एक शक्तिशाली औषधि के तौर पर किया जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, इसलिए यह त्वचा को ठंडक पहुंचाने में मदद करती है। इसे त्वचा पर लगाने से मुंहासों और दानों की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए मुलेठी पाउडर को पानी में मिक्स करके प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे कुछ ही दिनों में घमौरियां दूर हो जाएंगी।
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इन आयुर्वेदिक उपायों की मदद से आप घमौरियों से निजात पा सकते हैं। हालांकि, अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है या कोई एलर्जी है, तो डॉक्टर से पूछकर ही इनका प्रयोग करें।
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