कोहनी के दर्द (टेनिस ऐल्बो) में फायदेमंद हो सकते हैं ये 5 हर्ब्स, आयुर्वेदाचार्य से जानें कैसे करें प्रयोग

कोहनी के दर्द में लोगों को काफी परेशानी होती है लेकिन कुछ खास उपाय करके आप इस दर्द और समस्या को कम कर सकते हैं।
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कोहनी के दर्द (टेनिस ऐल्बो) में फायदेमंद हो सकते हैं ये 5 हर्ब्स, आयुर्वेदाचार्य से जानें कैसे करें प्रयोग


कोहनी का दर्द (टेनिस एल्बो) असहनीय होता है। इसमें कोहनी और हाथों के आसपास काफी दर्द होता है। कभी-कभी तो ये दर्द इतना बढ़ जाता है कि कोहनी की मदद से मूवमेंट करना भी मुश्किल हो जाता है। यह दर्द पेंटर, कॉरपेंटर और खिलाड़ियों को ज्यादा होता है क्योंकि वे लोग अपनी कोहनियों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इससे कोहिनी के जोड़ों पर गंभीर नुकसान हो सकता है। साथ कोहनी के पास वाले हिस्से में असहनीय दर्द, कठोरता, सूजन और मूवमेंट में भी दिक्कत आ सकती है। इसकी वजह से आप काम या खेलना तो दूर अपने रोजमर्रा के काम भी नहीं कर पाते हैं। आगे चलकर ये समस्या और भी बढ़ सकती है इसलिए आयुर्वेदाचार्य से जानते हैं कोहनियों के दर्द में हम कौन-से इलाज कर सकते हैं। इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं आयुर्वेदाचार्य डॉ राहुल चतुर्वेदी। 

कोहनी के दर्द के लक्षण

1. मासंपेशियों में दर्द

2. कोहनी के बाहर मूवमेंट करने पर दर्द

3. सूजन

4. जलन

5. ब्रश या कंधी करने में परेशानी 

6. ताला खोलने या चाय की प्याली उठाने में दर्द

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Image Credit- freepik 

कोहनी के दर्द में आयुर्वेदिक इलाज

1. गिलोय

आयुर्वेद में गिलोय के बहुत फायदे हैं। गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड, टीनोस्पोरिन और पामेरिन एसिड पाया जाता है। साथ ही इसमें कैल्शियम, कॉपर, आयरन और जिंक भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिसकी वजह से इसके सेवन से हड्डियों के दर्द, मांसपेशियों के दर्द और गाठिया की परेशानी में भी काफी आराम मिलता है। साथ ही आपके शरीर को डिटॉक्स करने के लिए भी एक अच्छा हर्ब्स है। टेनिस एल्बो के उपचार में भी ये हड्डियों के दर्द में आराम दिलाता है। साथ ही मांसपेशियों को भी इससे आराम मिलता है।

2. विधारा

विधारा में भी एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जिसकी वजह से यह सूजन और दर्द को करने में काफी लाभकारी होता है। इसके सेवन से आपकी हड्डियां मजबूत रहती है और जोड़ों के दर्द में भी काफी आराम मिलता है। कोहनी के दर्द में भी विधारा के सेवन से आपको दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिलेगी।

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3. सालम पंजा

सालम पंजा की जड़ों में एक ग्लूकोसाइड, लोरोग्लोसिन, स्टॉर्च, फॉस्फेट और एल्ब्यूमिन पाए जाते हैं। सालमपंजा एक बहुत ही गुणकारी और पोष्टिक वनौषधि है। इससे शरीर में हर तरह के जोड़ों के दर्द और शरीर की ताकत बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इसके सेवन से टेनिस एल्बो संबंधी समस्या में कोहनी के दर्द में आराम के साथ-साथ दर्द वाले हिस्से को मूव करने में भी मदद मिलती है।

4. सफेद मूसली

सफेद मूसली की जड़ें सबसे ज्यादा गुणकारी होती है। इसकी जड़ों में विटामिन और खनिज का भंडार पाया जाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम और सैपोनिंस जैसे तत्व पाए जाते हैं, जिसकी मदद से आर्थराइटिस में काफी आराम मिलता है। साथ ही इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण के कारण दर्द में भी राहत मिलती है।

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Image credit- Nyoooz hindi

5. गोदंती

टेनिस एल्बो के दर्द और सूजन में गोदंती के भी कई लाभ हैं। साथ ही यह हाथ का मूवमेंट करने और तेज दर्द में भी राहत देता है। इसके सेवन के कई तरीके हैं, जिसकी मदद से आप कोहनी के दर्द से निजात पा सकते हैं।

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आयुर्वेदिक दवाओं का इस तरह करें उपयोग

1. सबसे पहले आप टेनिस एल्बो के दर्द में गिलोय रसायन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे अच्छी तरह साफ करके या टैबलेट के रूप में भी आप इसका सेवन कर सकते हैं। टैबलेट के रूप में इसका सेवन करना ज्यादा बेहतर रहेगा।

2. सुरंजान 50 ग्राम, विधारा 50 ग्राम, केतारीकंद 50 ग्राम, अश्वगंधा 90 ग्राम और सालम पंजा 20 ग्राम लेकर सभी को अच्छे से पीस लें। फिर एक साफ कपड़े की मदद से इनके मिश्रण को छान लें। फिर इसकी 3-3 ग्राम मात्रा तीन बार हल्के गर्म पानी के साथ ली जाए तो कोहनियों के दर्द में काफी लाभ होता है।

3. सफेद मूसली 50 ग्राम, सालम पंजा 50 ग्राम, सुरंजान 50 ग्राम, विधारा 50 ग्राम, सौंफ के बीज 50 ग्राम और गोदंती सभी को मिलाकर इसका पाउडर बना लें। इसके बाद हल्के गर्म पानी के साथ इसकी 5 ग्राम मात्रा दिनभर में तीन बार 8 घंटे के अंतराल पर लें। अगर खाली पेट इस दवा का इस्तेमाल किया जाए, तो इसके अधिक लाभ होते हैं।

4. इसके अलावा आप अदरक और हल्दी का इस्तेमाल मिलाकर इसके मिश्रण को दर्द वाली जगह पर लगा सकते हैं। इससे दर्द और सूजन में भी काफी राहत मिलेगी। लेकिन ध्यान रखें कि इन सभी दवाओं को लेने के क्रम में खूब पानी पीएं।   

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