
Ayurvedic Herbs For White Discharge In Women In Hindi: महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज यानी सफेद पानी की समस्या बेहद आम है। आयुर्वेद में इसे श्वेत प्रदर और मेडिकल भाषा में ल्यूकोरिया के नाम से भी जाना जाता है। खराब खानपान, तनाव, योनि की ठीक तरह से सफाई ना रखने या यूरिन इंफेक्शन के कारण व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर पीरियड्स के पहले या बाद में होती है। लेकिन अगर व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो यह योनि या गर्भाशय से जुड़ी किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इस समस्या के कारण महिलाओं को कमजोरी और थकान महसूस होती है। कई बार तो महिला को पेट और कमर में भी तेज दर्द होने लगता है। अगर व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या संक्रमण के कारण हो, तो इससे महिला के प्राइवेट पार्ट में जलन, दर्द और खुजली भी हो सकती है। अक्सर महिलाऐं इस समस्या से निजात पाने के लिए दवाइयों का सेवन करती हैं। लेकिन आप कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मदद से भी व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को दूर कर सकते हैं। तो आइए, इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर रितु चड्ढा से जानते हैं व्हाइट डिस्चार्ज के इलाज में फायदेमंद आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में -
व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या दूर करेंगी ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां - Ayurvedic Herbs For White Discharge In Women In Hindi
आंवला
व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को दूर करने के लिए आंवला बहुत फायदेमंद माना जाता है। आंवला विटामिन सी और बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और संक्रमण से बचाव में मदद करता है। इसके सेवन के लिए आप दो चम्मच आंवले का पाउडर लें। इसमें दो चम्मच शहद मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार खाएं। इसके अलावा आप एक गिलास पानी में एक चम्मच आंवले का पाउडर डालकर भी पी सकते हैं। इससे आपको व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से जल्द राहत मिलेगी।
गिलोय
आयुर्वेद में गिलोय को औषधीय गुणों का खजाना कहा जाता है। गिलोय में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। साथ ही, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और कैंसर रोधी गुण होते हैं। व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या में गिलोय का इस्तेमाल भी काफी लाभकारी होता है। इसके लिए आप गिलोय के तने को पानी में उबाल लें। फिर इसे छानकर ठंडा कर लें। इस पानी से योनि की सफाई करने से व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या में लाभ होगा।
अशोक
अशोक को आयुर्वेद में एक शक्तिशाली औषधि माना गया है। अशोक के पत्ते, लकड़ी और छाल औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज, अनियमित पीरियड्स, एंडोमेट्रियोसिस और इंफर्टिलिटी जैसी समस्याओं के इलाज में अशोक की छाल का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए अशोक की छाल को एक गिलास पानी में डालकर उबाल लें। फिर इसे छान लें और दिन में दो बार इसका सेवन करें। आप इस पानी का प्रयोग प्राइवेट पार्ट को धोने के लिए भी कर सकते हैं। इससे संक्रमण के कारण हो रहे डिस्चार्ज को रोकने में मदद मिलेगी।
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लोध्र
आयुर्वेद में लोध्र को एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी माना जाता है। यह महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज और विभिन्न प्रकार की हार्मोनल समस्याओं के इलाज के लिए फायदेमंद है। इस जड़ी-बूटी में मौजूद एस्ट्रिंजेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण कफ दोष को संतुलित करने में मदद करते हैं। इसके प्रयोग के लिए लोध्र के पेड़ की छाल को पानी में उबालकर चाय के रूप में पिया जा सकता है।
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अगर आप भी व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से परेशान हैं, तो इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का प्रयोग कर सकती हैं। हालांकि, अगर आपकी समस्या अधिक बढ़ रही है, तो बिना किसी देरी के डॉक्टर से संपर्क करें।