
रोज़मेरी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो बेहद ही खुशबूदार है। इस्की पत्तियां सुइयों की तरह लगती हैं और इस पर सफेद, गुलाबी, नीले या पर्पल फूल खिलते हैं। इसका टेस्ट बहुत अच्छा तो नहीं होता, लेकिन अगर इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाया जाए, तो इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं। यह सूप और सॉस में बहुत अच्छा लगता है। वैसे, यह इटली का सांस्कृतिक क्विज़ीन है। इसके पत्ते ही नहीं, इसके ऑयल के भी कई फायदे हैं।
क्या आपके बच्चे भी मोबाइल, टैबलेट से खेलते हैं?
ये हैं रोज़मेरी के 5 ज़बरदस्त फायदे:
1- मेमोरी तेज़ करता है
रोज़मेरी ऑयल को अरोमाथेरेपी में बहुत ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि रिसर्च के मुताबिक, इसकी सुगंध में जादू है, जो बच्चों में मेमोरी तेज़ कर सकती है। इससे पहले कई स्टडीज़ हुई थीं, जिनमें सामने आया कि रोज़मेरी ऑयल एडल्ट्स के दीमाग के लिए बहुत अच्छा है और ब्रेन फंक्शन को इम्प्रूव करता है। लेकिन, इस बार हुई स्टडी में पता चला है कि यह बच्चों के लिए भी बहुत लाभकारी है। इसकी सुगंध से उनकी मेमोरी तेज़ हो सकती है, पढ़ाई पर फोकस बन सकता है और याद करने की क्षमता भी बढ़ जाती है। यह स्टडी 40 बच्चों पर की गई, जिनकी उम्र 10 से 11 साल थी। उन्हें 10 मिनट तक एक ऐसे कमरे में रखा, जहां रोज़मेरी ऑयल की खुशबू थी। फिर उन्हें एक मेंटल टास्क दिया गया। इसमें उन बच्चों के मार्क्स ज़्यादा आए, जो कमरे के अंदर थे। दरअसल, इसकी खुशबू से ब्रेन में इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स तेज़ हो जाते हैं। इस वजह से बच्चे टास्क में बेहतर परफॉर्म कर पाए।
रोज़मेरी ऑयल कैसे यूज़ करें ?
रोज़मेरी ऑयल की 4 से 5 बूंदे कोकोनट ऑयल में मिक्स कर लें, और इसे हर रोज़ अपनी गर्दन के ऊपरी हिस्से पर लगाएं।
2- मूड बदलता है
कहते हैं कि इसकी खुशबू से मूड अचानक से बदल जाता है, और इंसान खुशी महसूस करता है। इसकी सुगंध में ऐसा जादू है कि स्ट्रेस भी गायब हो जाता है। दरअसल, इसमें स्ट्रेस हार्मोन्स को बैलेंस करने की शक्ति है। इसे खाने पर भी यही इफेक्ट होता है। अरोमाथेरेपी में रोज़मेरी के ऑयल का इस्तेमाल होता है।
3- इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग करता है
रोज़मेरी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी कॉम्पोनेंट्स हमारे इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करते हैं, और कई बीमारियों से बचाते हैं।
4- एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ हैं
एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ होने के कारण, यह बैक्टीरियल इंफेक्शंस से आसानी से लड़ता है, ख़ासकर की पेट इंफेक्शंस से। कई बैक्टीरिया पेट में अल्सर पैदा कर देते हैं, रोज़मेरी को अपनी डेली डाइट का हिस्सा बनाने से, इसकी ग्रोथ को कम किया जा सकता है।
5- दर्द निवारक है
शरीर के जिस भी हिस्से में दर्द हो, वहां रोज़मेरी का पेस्ट लगाएं। अगर दर्द ऐसी है, जहां तक पहुंच पाना मुश्किल हो रहा हो, तो इसे आप खा भी सकते हैं। यह माइग्रेन के ट्रीटमेंट के लिए भी यूज़ हो सकता है। इसका पेस्ट लगाने से या फिर इसकी सुगंध से माइग्रेन के लक्षण काफी कम हो जाते हैं।
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