थायराइड की समस्या इन दिनों काफी आम हो चुकी है। बदलते लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से थायराइड की समस्या इन दिनों काफी लोगों को हो रही है। थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जिसे जड़ से खत्म करना मुश्किल है। लेकिन थायराइड हार्मोंस को कंट्रोल करके इससे होने वाली काफी परेशानियों को कंट्रोल किया जा सकता है। शरीर में थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने के लिए लोग एलोपैथी दवाइयों के साथ-साथ घरेलू नुस्खों को भी आजमा रहे हैं। कई ऐसे घरेलू नुस्खे है, जिससे आप थायराइड की परेशानियों को कंट्रोल कर सकते हैं। इन्हीं घरेलू नुस्खों में से एक है अजवाइन का इस्तेमाल करना।
जी हां, अजवाइन के इस्तेमाल से आप थायराइड को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। जिस तरह कई लोग थायराइड को कंट्रोल करने के लिए धनियां और धनिए पानी का सेवन करते हैं, उसी तरह आप अजवाइन का सेवन करके अपने थायराइड को कंट्रोल कर सकते हैं। आज हम इस लेख में थायराइड में अजवाइन के फायदे बताएंगे।
अजवाइन में पाए जाने वाले पोषक तत्व
सिरसा के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि अजवाइन में कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो थायराइड रोगियों के लिए फायदेमंद है। एक्सपर्ट के मुताबिक, अजवाइन में आयरन, कैल्शियम, फाइबर, पोटैशियम, फास्फोरस, जिंक और कॉपर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो थायराइड रोगियों के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा इसमें एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-सेप्टिक, एंटीवायरल जैसे गुण भी पाए जाते हैं, जो थायराइड रोगियों के लिए असरदरा साबित हो सकता है।
इसे भी पढ़ें - रात में सोने से पहले अजवाइन खाने से सेहत को मिलेंगे ये 6 फायदे
टॉप स्टोरीज़
थायराइड रोगियों के लिए कैसे फायदेमंद है अजवाइन?
थायराइड ग्रंथि में हार्मोंन असंतुलन की वजह से थायराइड की समस्या होती है। यह परेशानी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। आयुर्वेद के अनुसार, गलत खानपान और तनावपूर्ण जीवन जीने वाले लोगों को थायराइड की परेशानी होती है। जब शरीर का वात, पित और कफ दोष बिगड़ जाता है, तो इस स्थिति में व्यक्ति को थायराइड के लक्षण दिखने लगते हैं। जिसमें तेजी से वजन बढ़ना, थकान, अवसाद, गर्दन के आसपास सूजन और जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत बनी रहती है।
इस स्थिति में अजवाइन का सेवन थायराइड रोगियों के लिए असरकारी हो सकता है। अजवाइन के सेवन से थायराइड के कई लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। दरअसल, थायराइड में एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो थायारइड में होने वाली कई परेशानियों को दूर करने में असरदार है। अजवाइन शरीर के तीनों दोषों को दूर करने में भी असरदार साबित हो सकता है।
गले में दर्द और चुभन के कंट्रोल करने में असरदार
थायराइड रोगियों को गले में दर्द और चुभन की शिकायत बनी रहती है। ऐसे में अजवाइन का गर्म पानी पीने से गले में दर्द और चुभन से राहत पाया जा सकता है। दरअसल, इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है, जो गले में इंफेक्शन को दूर करता है।
वजन कंट्रोल करने में मददगार
अजवाइन के सेवन से आप अपना वजन भी कंट्रोल कर सकते हैं। थायराइड रोगियों को वजन काफी ज्यादा घटता और बढ़ता है। इस स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए अजवाइन का सेवन किया जा सकता है।
जोड़ों में दर्द से दिलाए राहत
अजवाइन के सेवन और इस्तेमाल से जोड़ों में दर्द और ऐंठन से राहत पा सकते हैं। थाइराइड में शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी होने लगती है, जिसके कारण हड्डियों और मांसपेशियों में काफी दर्द होता है। इस दर्द से राहत पाने के लिए आप अजवाइन के पानी के सेवन कर सकते हैं। वहीं, अगर ज्वाइंट्स में दर्द की शिकायत है, तो आप इसका लेप भी लगा सकते हैं।
इसे भी पढ़ें -त्वचा के पुराने दाग-धब्बों से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये 10 आसान घरेलू नुस्खे
सूजन को करे कम
थायराइड में कई लोगों के शरीर में सूजन की शिकायत हो जाती है। इस स्थिति में अजवाइन का सेवन करना थायराइड रोगियों के लिए फायदेमंद है।
कैसे कर सकते हैं अजवाइन का सेवन?
अजवाइन का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। सब्जियों और दाल में तड़का लगाने के अलावा आप अजवाइन का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। इसके अलावा अजवाइन का चूर्ण और सप्लीमेंट्स भी आपको आसानी से मिल सकता है।
अजवाइन का काढ़ा बनाने के लिए 1 कप पानी लें। इसमें 1 से 2 चम्मच अजवाइन डालें और इसे अच्छे से उबालें। जब पानी अच्छे से उबल जाए, तो इसमें 1 चुटकी काला नमक मिलाकर पी जाएं। इससे आपको काफी फायदा होगा।
इसके आप अजवाइन को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इसका सेवन पानी के साथ ही करें। इससे भी थायराइड कंट्रोल होने में काफी मदद मिल सकती है।
थायराइड में कुछ पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण सवाल
थायराइड कितना होना चाहिए
थायराइड के लक्षण दिखने पर डॉक्टर आपको थायराइड प्रोफाइल टेस्ट या फिर TSH टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। इस टेस्ट में TSH (Thyroid-stimulating hormone) का नॉर्मल टेस्ट रेंज 0.4 -4.0 mIU/L के बीच होता है। अगर आपका TSH लेवल 2.0 से ज्यादा है, तो अंडरएक्टिव थायरॉइड यानी हाइपोथायरॉडिज्म (hypothyroidism) बढ़ने का खतरा है। वहीं, अगर TSH लेवल 0.4 से कम है, तो आपको ओवरएक्टिव थायरॉइड यानि हाइपोथायरॉडिज्म (hypothyroidism) बढ़ने का खतरा है।
महिलाओं में थायराइड के साइड इफेक्ट
थायरॉइड हार्मोन घटने और बढ़ने पर अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण होते हैं। महिलाओं में थायराइड की समस्या होने पर घबराहट, चिड़चिड़ापन, अधिक पसीना आना, हाथों का काांपना, बाल पतले होना, अनिद्रा जैसे सामान्य साइड-इफेक्ट्स नजर आ सकते हैं। धीरे-धीरे हार्मोंस में परिवर्तन होने पर यह लक्षण बढ़ भी सकते हैं।
प्याज से थायराइड का इलाज
प्याज के इस्तेमाल से थायराइड को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है। हालांकि, एक्सपर्ट मरीज के डाइट में कच्चा प्याज शामिल करने की सलाह देते हैं। इससे थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। वहीं, कुछ घरेलू नुस्खों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
ध्यान रखें कि थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जिसके लक्षणों को कंट्रोल करके परेशानी को कम किया जा सकता है। इसका पूरी तरह के इलाज काफी मुश्किल है। वहीं, सिर्फ अजवाइन की मदद से आप थायराइड कंट्रोल नहीं कर सकते हैं। इसके लिए दवाइयां और सही डाइट की भी जरूरत है।