वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहने से बढ़ता है ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम, स्टडी में खुलासा

हाल ही में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरमेंटल हेल्थ साइंस (NIEHS) के मुताबिक वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहने से ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ता है
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वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहने से बढ़ता है ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम, स्टडी में खुलासा


वायु प्रदूषण सेहत के लिए एक गंभीर खतरा बन रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक वायु प्रदूषण के संपर्क में आने वाले लोगों में मौत का जोखिम बढ़ रहा है। इस कारण हर साल लाखों लोग अपनी जान भी गंवाते हैं। इससे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में सांस लेने में कठिनाई की समस्या भी बढ़ गई हैं। हाल ही में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरमेंटल हेल्थ साइंस (NIEHS) के मुताबिक वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहने से ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ता है। 

क्या कहती है स्टडी? 

शोधकर्ताओं के मुताबिक PM2.5 से ज्यादा पॉल्यूशन इंडेक्स में रह रही महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले 8 प्रतिशत तक बढ़े हैं। रिसर्च के मुताबिक हवा में कुछ ऐसे दूषित कण पाए जाते हैं, जो मुंह के रास्ते फेफड़ों तक पहुंचकर सांस से जुड़ी समस्या का कारण भी बन सकते हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है।

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ब्रेस्ट कैंसर का रहता है जोखिम

शोधकर्ताओं के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए प्रदूषण वाले इलाके में रहने वाली 5 लाख महिलाओं को शामिल किया गया था। कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, पेंसिल्वेनिया, न्यू जर्सी, उत्तरी कैरोलिना और लुइसियाना आदि जैसे अलग-अलग देशों की महिलाओं को इसमें शामिल किया गया। करीब 20 सालों तक महिलाओं को लेकर शोध किया गया, जिसमें पाया गया कि इतने सालों में वायु प्रदूषण के कारण ब्रेस्ट कैंसर के लगभग 15,870 मामले सामने आए थे। 

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ब्रेस्ट कैसर से बचने के तरीके 

  • ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें साथ ही शारीरिक रूप से सक्रिय भी रहें। ऐसा करने से शरीर में हार्मोन्स का स्तर बैलेंस रहता है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा करीब 20 प्रतिशत तक कम होता है। 
  • इसके लिए वजन को नियंत्रित रखें साथ ही हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने से भी बचें। 
  • अगर आप किसी प्रकार की गर्भनिरोधक दवाएं खा रही हैं तो ऐसे में इससे परहेज करें। 
  • ऐसे में हेल्दी डाइट लें साथ ही शराब और धूम्रपान करने से बचें।

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