जलता चुल्हा, तपती आंच और उसमें भुनता आलू... अहा! भुने हुए आलू की ऐसी कल्पना मात्र से ही मुंह में पानी आ जाता है। तो सोचिए खाने में कितना स्वादिष्ट लगता होगा। भारत में सर्दियों में अक्सर गांवों में आलू भूनकर खाया जाता है। यह खाने में जितना स्वादिष्ट है उतना ही पोषक तत्वों से भरपूर है। सब्जियों का राजा आलू चावल, गेहूं और मक्का के बाद चौथी सबसे अहम फसल है। इसे उगाना आसान है। यह जमीन में छुपा रहता है। इस कारण महामारी के दिनों में बर्बाद नहीं होता। दक्षिण अमेरिका से सफर करके दुनिया भर में फैला आलू आज सभी की पसंदीदा सब्जी है। बसंत की इस गुनगुनी धूप से शरीर को जितना पोषक तत्व मिलते हैं उतने ही भुने हुए आलू से। बसंत ऋतु में भुने आलू खने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। बरेली के साईं और केके हॉस्पिटल में डायटीशियन मीना शर्मा ने बताए भुने आलू खाने के फायदे।
भुना हुआ आलू एक अच्छा स्नैक्स
डॉयटीशियन मीना शर्मा ने बताया कि शाम के वक्त चाय के साथ भुने हुए आलू खाने एक अच्छा स्नैक्स होता है। शाम को चाय के साथ तले हुए चिप्स खाने से बेहतर है कि आप छिलके साथ भुने हुए आलू खाएं। डायटीशियन ने बताया कि भुना हुआ आलू छिलके के साथ खाने से आपको विटामीन और मिनरल मिल जाते हैं। भुने हुए आलू के छिलके में फाइबर और विटामिन बी होता है।
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ऐसे भूनें आलू
जो इंसान गांव से होगा वह जरूर जानता होगा कि आलू कैसे भूना जाता है, लेकिन महानगरों में रहने वाली आबादी शायद न जानती हो कि आलू को भूनना कैसे है। तो चिंता मत करिए। हम आपको बता रहे हैं कि आलू को भूनना कितना आसान है। अगर आपके चूल्हा है तो मिडियम साइज के चार से पांच आलू आंच बुझने के बाद सुलगती आंच में डाल दें। सुलगती हुई आंच में यह धीरे-धीरे पकते रहेंगे। अगर तेज आग में पकाएंगे तो सिर्फ ऊपर का छिलका जलेगा पूरा आलू अंदर से पकेगा नहीं। अगर आपके पास चूल्हा नहीं है तो आप अंगीठी में या अवन में भी इन्हें भून सकते हैं। पर ध्यान रहे कि आलू अंदर से ठीक से पकना चाहिए।
भुने आलू खाने के फायदे
1.वजन कम करता है
डॉयटीशियन मीना शर्मा ने बताया कि भुना हुआ आलू छिलके साथ ही खाएं। तभी आपको जरूरी पोषक तत्त्व मिल पाएंगे। छिलके के साथ आलू खाने से फाइबर मिलता है। भुना हुआ आलू खाने से बहुत देर तक भूख नहीं लगती है। इस वजह से वजन नहीं बढ़ता।
2.ऊर्जा का अच्छा स्रोत
भुना हुआ आलू कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। इसका मतलब है कि इससे थोड़ी-थोडी देर में एनर्जी मिलती रहती है। बहुत देर तक इससे ताकत मिलती रहती है।
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3.डायबिटीज के मरीजों के लिए भी अच्छा है
भुना हुआ आलू एकदम शुगर शुटअप नहीं करता इस वजह से यह डायबिटिक मरीजों के लिए एक अच्छा होता है। साथ ही यह बहुत हेल्दी स्नैक है।
4.कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा
डायटशियन के मुताबिक, 100 ग्राम में 125 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल कम होता है, फैट कम होता है। मीना शर्मा का कहना है कि तले हुए आलू खाने की बजाए भुने हुए आलू खाएं। इसमें पोटेशियम, मिनरल व मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में होता है। 100 ग्राम में 2.5 ग्राम प्रोटीन भी इससे मिलता है।
5.हृदय रोगियों के लिए बेहतर
डॉक्टर का कहना है कि भुने हुए आलू में फैट नहीं होता इसलिए यह हृदय रोगियों के लिए भी अच्छा रहता है। दिल के मरीज के लोग भी भुना हुआ आलू छिलके के साथ खा सकते हैं। यह आसानी से पच भी जाता है।
6. हर उम्र के लिए लाभदायक
आलू एक ऐसी सब्जी है जो हर उम्र के लोगों के लिए लाभदायक है। यह एक तो आसानी से पच जाता है दूसरा सभी को पसंद आता है। भुना हुआ आलू खाने में सोंदा सा लगता है। इसमें किसी और टेस्ट की जरूरत ही नहीं पड़ती। भुना हुआ आलू स्कूल गोइंग बच्चों के लिए फुल मील हो सकता है। इसमें आप थोड़ा सा बटर डाल देंगे तो यह ज्यादा टेस्टी हो जाएगा। जो बच्चे रोटी नहीं खाते उन्हें दूध, पनीर, फल के साथ भुना हुआ आलू भी दिया जा सकता है। या फिर सिर्फ भुना हुआ आलू ही दे सकते हैं। इससे उनके पूरे दिन की डाइट भी पूरी हो जाएगी।
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क्या आलू खाने से कोई साइड इफेक्ट होता है?
आलू खाने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। डॉयटीशियन मीना शर्मा ने बताया कि आलू सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसके साइड इफैक्ट बहुत कम है। लेकिन नियंत्रित मात्रा में खाई गई कोई भी चीज फायदेमंद होती है। अनियंत्रित मात्रा में खाया गया भोजन बीमारियों को न्योता देता है। डॉयटीशियन ने बताया कि अगर दिन में कोई बहुत ज्यादा आलू खाता है तो वह अधिक मात्रा में कैलोरी ले रहा होता है तब उसका मोटापा बढ़ता है। लेकिन नियंत्रित मात्रा में खाएंगे तो फायदा ही होगा। एक दिन में 100 ग्राम से ज्यादा आलू न खाएं। मीना शर्मा ने बताया कि वेस्टर्न कंट्रीज में तो रोस्टेज पोटेटोज बहुत फेमस हैं। लेकिन उसमें बटर वगैरह होता है। इसलिए बहुत फायदेमंद नहीं होता। लेकिन भारत में जो आलू चूल्हे में भूना जाता है वह बहुत फायदेमंद होता है। उन्होंने बताया कि आलू के साथ बटर या घी अधिक मात्रा में इस्तेमाल न करें। तभी इसका बेनेफिट पूरी तरीके से मिलता है। तले हुए आलू या चिप्स से ये ज्यादा बेहतर है भूना हुआ आलू। इसमें आप अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
हर घर में आलू की सब्जी खाई जाती है। बहुत से घरों का तो ये हाल होता है कि रोजाना आलू बन रहा होता है। ये आलू के फायदे ही हैं कि उसको लेकर आलू, मिर्ची, चाय जी जैसी कविताएं लिखी गईं। तो वहीं इस पर शोध के लिए संस्थान भी बनाए गए। डायटीशियन मीना शर्मा ने बताया कि छिलके वाला भूना हुआ आलू खाने से शरीर को सारे जरूर मिरल मिल जाते हैं। अगर बच्चों को ये थोड़ी ज्यादा मात्रा में भी दे दिया जाता है तब भी यह उनके लिए नुकसानदेह नहीं होता। आलू के फायदे ज्यादा हैं नुकसान कम।
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