लंबे समय तक वर्कआउट सेशन के दौरान ब्लड ग्लूकोज लेवल को बनाए रखने के लिए खिलाड़ियों को बड़ी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है। ऐसे में अलग-अलग खेलों के खिलाड़ी अक्सर कमर्शियल कार्बोहाइड्रेट जैल को इस्तेमाल करते हैं और उसे लेकर शरीर का कार्बोहाइड्रेट बढ़ाते हैं। लेकिन हाल ही आए एक शोध की मानें तो किसी भी तरीके एथलीट को कमर्शियल कार्बोहाइड्रेट जैल को खाने की बजाय आलू का सेवन करना चाहिए। इससे उन्हें इस तरीके के किसी भी सप्लीमेंट्य से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट आलू से मिलेगा। दरअसल यूनिवर्सिटी 'ऑफ इलिनोइस केनेसियोलॉजी' के द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि लंबे समय तक व्यायाम के दौरान शरीर को कार्बोहाइड्रेट की बड़ी मात्रा की जरूरत होती है। जिसके लिए आलू एक पपफेक्ट आसानी से मिल जाने वाला कार्बोहाइड्रेट का सोर्स है।
क्या कहता है शोध ?
दरअसल इस अध्ययन का उद्देश्य एथलीटों के लिए रेस-फ्यूलिंग विकल्पों का विस्तार करना और इसको विविधतापूर्ण बनाना बनाना था। इस शोध में वैज्ञानिकों ने उन 12 साइकिल चालकों को प्रतिभागियों के रूप में लिया, जो स्वस्थ थे और अपने खेल के प्रति समर्पित थे। उनकी साइकिल पर प्रति सप्ताह 165 मील (267 किलोमीटर) का औसत था। सभी वर्षों से प्रशिक्षण ले रहे थे। ट्रायल में इन साइकिल चालकों को एरोबिक फिटनेस के लिए एक विशिष्ट सीमा तक पहुंचना जिसे 120 मिनट में पूरा करना था। प्रयोगों के दौरान प्रतिभागियों को आप्शनल तरीके से तीन स्थितियों में से एक को चुनना था। जैसे वे या तो अकेले पानी ही पिएंगे या एक व्यावसायिक रूप से उपलब्ध कार्बोहाइड्रेट जैल का इस्तेमाल करेंगे या फिर आलू खाएंगे। शोधकर्ताओं ने फिर इसका नतीजा निकाला कि 120 मिनट की साइकिलिंग चुनौती और समय परीक्षण को दोहराने से पहले 12 साइकिल चालकों ने 24 घंटे तक क्या खाया, जो कि विशिष्ट दौड़ स्थितियों को दर्पण करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। अभ्यास के दौरान, टीम ने प्रतिभागियों के ब्लड शुगर, शरीर के तापमान और व्यायाम की तीव्रता इत्यादि का मापा।
शोध में पाया गया कि साइकिल चालकों के प्रदर्शन के बीच कोई अंतर नहीं है, जो प्रयोगों के दौरान लगभग 60 ग्राम प्रति घंटे के हिसाब से आलू या जैल द्वारा अपने कार्बोहाइड्रेट प्राप्त करते हैं। इसके अलावा पानी वाले ज्यादा थके हुए थे। आलू और जैल का सेवन करने वालों में प्लाज्मा ग्लूकोज की मात्रा एक समान बढ़ी। पर आलू वाला प्रतिभागी के शरीर में जेल वाले प्रतिभागी तुलना में लंबे वक्त ताकत बनी रही और वह जल्दी थका नहीं। इसलिए यह साबित होता है कि आलू एथलीट के लिए एक अच्छा विकल्प है।
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एक मिडियम साइज का आलू में 26 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 620 मिलीग्राम पोटेशियम और ऊर्जा के लिए 110 कैलोरी होता है इसलिए भी यह एथलीटों और सक्रिय व्यक्तियों के आहार में प्रमुख पोषक तत्व का काम करता है। आइए अब हम आपको बताते हैं कि आलू एथलेटिक प्रदर्शन कैसे बेहतर कर सकता है।
टॉप स्टोरीज़
- 26 ग्राम कार्बोहाइड्रेट: आलू खाकर सिर्फ 26 ग्राम कार्बोहाइड्रेट लेने से भी यह आपके मानसिक और शारीरिक प्रदर्शन को बेहतर बनाएगा।
- 620 मिलीग्राम पोटेशियम: आलू में मध्यम आकार के केले की तुलना में अधिक पोटेशियम होता है और दौड़ या रेस के दौरान मांसपेशियों, हृदय और तंत्रिका तंत्र( नर्वस सिस्टम) के कार्यों को सही करता है।
- 110 कैलोरी ऊर्जा के लिए: किसी भी अन्य लोकप्रिय सब्जी की तुलना में आसानी से पचने योग्य और अधिक ऊर्जा के लिए आलू एक अच्छा विकल्प है।
आलू के कुछ और पोषक तत्व :
- - विटामिन सी
- - पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत (केले से अधिक!)
- - विटामिन बी 6
- - फैट
- -सोडियम
Source : www.potatogoodness.com (PotatoesUSA)
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