
Hyperthyroidism Diet List In Hindi: हाइपरथाइरॉयडिज़्म एक गंभीर स्थिति हो सकती है, इसमें थायरॉइड ग्लैंड ओवर एक्टिव हो जाती है।
हाइपरथाइरॉयडिज़्म वह स्थिति होती है जिसमे थायरॉइड ग्रंथि ओवर एक्टिव हो जाती है। इसके कारण हार्मोन का स्राव अधिक होता है। इसका असर मेटाबॉलिज्म के स्तर पर पड़ता है। इसमें थायरॉक्सिन हार्मोन ज्यादा बनने के कारण वजन कम होने लगता है। शरीर का तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है, अनिद्रा, उत्तेजना, घबराहट और चिड़चिड़ापन जैसे समस्यायें शुरू हो जाती हैं। हाइपरथाइरॉयडिज़्म में डायबिटीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है। हाइपरथाइरॉयडिज़्म (ओवरएक्टिव थायरॉइड ग्लैंड) को सामान्य बनाने में खान-पान का बहुत बड़ी भूमिका होती है। आइए हम आपको बताते हैं कि हाइपरथाइरॉयडिज़्म में आपको कैसा आहार लेना चाहिए।
हाइपरथाइरॉयडिज़्म में क्या खाएं?
हाइपरथाइरॉयडिज़्म में ऐसे खाद्य पदार्थ जो आसानी से पच जाते हों उनको खा सकते हैं। ऐसा भोजन जो खाने के बाद तीन घंटे में पच जाता है उनको खाइए, इन खाद्य-पदार्थों से मेटाबॉलिज्म का स्तर बढ़ता है। ठंडे पानी की मछली और मछली का तेल (जिसमें ईपीए और डीएचए की मात्रा 1 से 2 ग्राम मौजूद होती है जो थायरॉइड फंक्शन के लिए फायदेमंद होते हैं) थायरॉइड फंक्शन के लिए फायदेमंद होता है।
साबुत अनाज
हाइपरथाइरॉयडिज़्म की समस्या तभी होती है जब शरीर में आवश्यक और पोषक तत्वों की कमी होती है। कभी-कभी आप ऐसे फूड्स का सेवन करते हैं, जिनकी पोषण क्षमता समाप्त हो चुकी होती है, ऐसे में आपके लिए साबुत अनाज फायदेमंद हो सकता है। साबुत अनाज जैसे- ब्राउन राइस, गेहूं, चना आदि। दरअसल, साबुत अनाज में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और आयरन होता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। चूंकि थायरॉइड हार्मोन जब ज्यादा बनता है तो उसका असर हड्डियों पर ज्यादा होता है।
हाइपरथाइरॉयडिज़्म क्या न खाएं?
कम आयोडीन युक्त आहार
जब शरीर में आयोडीन की मात्रा ज्यादा होती है तब थायरॉइड ग्लैंड ओवरएक्टिव होता है और हाइपरथाइरॉयडिज़्म की स्थिति पैदा होती है। आयोडीन का सबसे अच्छा स्रोत खाद्य पदार्थ होता है। इसलिए हाइपरथाइरॉयडिज़्म में ज्यादा आयोडीन वाले आहार से बचना चाहिए। समुद्री भोजन जैसे- समुद्री मछली, समुद्र के आसपास उगे पौधों को खाने से बचें, क्योंकि इनमें आयोडीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसलिए खाते वक्त यह सुनिश्चित कर लीजिए कि जो आप खा रहे हैं उसमें आयोडीन की मात्रा ज्यादा तो नहीं। (गर्दन में गांठ का बनना थायराॅइड के हैं संकेत, जानें क्या हैं इसके कारण)
इन खाद्य पदार्थां से बचें
हाइपरथाइरॉयडिज़्म में थायरॉइड ग्रंथि से ओवर एक्टिव हो जाती है हार्मोन का निर्माण ज्यादा मात्रा में होता है। ऐसे में कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं जो थायरॉइड हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित करते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों को खाने से बचिए। गोभी, फूलगोभी, स्प्राउट, सरसों का साग, आड़ू, सोयाबीन, पालक और शलजम थायरॉइड हार्मोन के उत्पादन को रोकते हैं। इसलिए इनको बिलकुल मत खाइए। इसके अलावा रिफाइंड शूगर, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, जैसे पेय जिनमें कैफीन की मात्रा हो, उनको भी खाने से परहेज करना चाहिए। (इन 5 तरीकों से रखें थायरॉइड को स्वस्थ, नहीं होंगी ये 10 बीमारियां!)
पोषणयुक्त आहार सभी के लिए जरूरी होता है, लेकिन हाइपरथाइरॉयडिज़्म की समस्या के मरीज डाइट चार्ट बनाते वक्त एक बार चिकित्सक से जरूर सलाह लें।
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