योगासनों (Yoga) का नियमित अभ्यास मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। सैकड़ों वर्षों से भारत में लोग योग साधना करते आ रहे हैं। आज योग दुनियाभर में प्रचलित है और दुनिया के कई देशों में लाखों लोग रोजाना योगाभ्यास कर अपने शरीर को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। योग से तो वैसे शरीर को अनेकों फायदे मिलते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि आधुनिक जीवनशैली, प्रदूषण और असंतुलित खानपान की वजह से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को निकालने में भी कुछ योगासन बेहद फायदेमंद होते हैं? आइये जानते हैं उन आसनों के बारे में जो शरीर को डिटॉक्स (Yoga to Detox Body) करने में बेहद फायदेमंद माने जाते हैं।
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए योग (Yoga Poses to Detox Body)
योग का नियमित अभ्यास शरीर के सभी अंगों को सुचारु रूप से काम करने में उपयोगी होता है। योग का नियमित रूप से अभ्यास शरीर के अंग जैसे लिवर, किडनी, फेफड़ा आदि की सफाई के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए इन आसनों का नियमित अभ्यास बेहद फायदेमंद माना जाता है। आइये नोएडा के द योगा गुरु इंस्टिट्यूट के योग गुरु मोहन से जानते हैं इन आसनों के बारे में।
टॉप स्टोरीज़
- - मत्स्यासन
- - विपरीत करनी आसन
- - त्रिकोणासन
- - सेतुबंधासन
- - सर्वांगासन
1. मत्स्यासन (Matsyasana or Fish Pose)
मत्स्यासन करने का तरीका (How to Practice Matsyasana)
मत्स्यासन करने के लिए सबसे पहले पद्मासन की स्थिति में बैठ जाएं। अब आराम से पीछे झुकते हुए पूरी तरह से जमीन पर पीठ के बल लेटें। अब दोनों पैरों को उल्टे हाथों से पकड़ें। दाहिने पैर को बाएं हाथ से और बाएं पैर को दाहिने हाथ से पकड़कर कोहनी को जमीन के बल टिकाकर रखें। सांस खींचते हुए सिर को पीछे की ओर ले जाएं और फिर धीरे-धीरे शुरुआत की स्थिति में आ जाएं।
मत्स्यासन के फायदे (Matsyasana Health Benefits)
- फेफड़ों को साफ करने में फायदेमंद
- छाती और गर्दन के लिए उपयोगी
- सांस से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक
- पैराथायराइड, पिट्यूटरी और पीनियल ग्रंथियों के लिए फायदेमंद
- तनाव और चिंता में फायदेमंद
2. विपरीत करनी आसन (Viparita Karani or Legs Up Pose)
विपरीत करनी आसन करने का तरीका (How to Do Viprita Karani Yoga)
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी समतल जगह पर लेट जाएं और दोनों हाथों की हथेलियों को जमीन पर रखें। अब धीरे-धीरे दोनों पैरों को ऊपर की तरफ उठायें, इस स्थिति में शरीर को लगभग 5 मिनट तक रखें।
विपरीत करनी आसन के फायदे (Benefits of Viprita Karani)
- स्ट्रेस या तनाव में बेहद फायदेमंद
- शरीर में रक्त प्रवाह को संतुलित रखने में उपयोगी
- पाचन तंत्र की सफाई के लिए फायदेमंद
- पेट के सभी अंगों के लिए उपयोगी
3. त्रिकोणासन (Trikonasana or Triangle Pose)
त्रिकोणासन करने का तरीका (How to Do Trikonasana)
त्रिकोणासन करने के लिए आप सबसे पहले दोनों पैरों के बीच 3 फुट की दूरी बनाकर खड़े हो जाएं। अब अपने बाएं पैर को हल्का सा मोड़ कर हाथों को पैर के अंगूठे पर रखें और दूसरे हाथ को ऊपर की ओर ले जाकर त्रिकोण आकृति की स्थिति में आ जाएं। अब यही प्रक्रिया दाहिने पैर के साथ भी करें, ध्यान रहे शरीर को नीचे की तरफ ले जाते समय सांस को निकालें और ऊपर ले जाते वक्त अंदर लें।
त्रिकोणासन के फायदे (Trikonasana Benefits)
- पेट के लिए फायदेमंद
- चर्बी को कम करने उपयोगी
- पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
- गैस की समस्या में फायदेमंद
4. सेतुबंधासन (Setubandhasana)
सेतुबंधासन करने का तरीका (How to Do Setu Bandhasana)
सबसे पहले हथेलियों को जमीन में सटाकर लेट जाएं। अब दोनों पैरों को जमीन से टिकाते हुए अपने कमर और कूल्हों से शरीर को ऊपर उठायें। इस दौरान कंधों को जमीन पर टिकाये रखें। अब सांस छोड़ते हुए वापस प्रारंभिक मुद्रा में आ जाएं।
सेतुबंधासन के फायदे (Benefits of Setu Bandhasana)
- छाती, गर्दन, रीढ़ और कूल्हों के लिए फायदेमंद
- शरीर में खून का संचरण संतुलित करने में उपयोगी
- तनाव और अवसाद में मददगार
- पेट और फेफड़ों के लिए बेहद फायदेमंद
5. सर्वांगासन (Sarvangasana)
सर्वांगासन करने का तरीका (How to Practice Sarvangasana)
सर्वांगासन में कंधों के सहारे उल्टा खड़े होने का अभ्यास किया जाता है। इस आसन के लिए आप सबसे पहले कंधों के नीचे कोई चादर या कंबल मोड़कर रख लें। अब पैरों को ऊपर की तरफ 90 डिग्री कोण पर ले जाएं। धीरे-धीरे संतुलन बनाते हुए दोनों हाथों से कमर को पकड़ने का प्रयास करें। इस आसन को शुरुआत में 2 से 3 मिनट तक के लिए ही करें।
सर्वांगासन के फायदे (Sarvangasana Benefits)
- मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में फायदेमंद
- पीठ और रीढ़ की हड्डी को करता है मजबूत
- कब्ज, अस्थमा और बवासीर में फायदेमंद
- पाचन तंत्र को साफ़ कर उसकी शक्ति को बढ़ाता है
आप इन आसनों का नियमित अभ्यास कर अपने शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं। शरीर को डिटॉक्स रखने के अलावा यह आसन मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। शुरुआत में इन आसनों का अभ्यास एक्सपर्ट की देखरेख में किया जाना चाहिए, अगर आप किसी विशेष प्रकार की बीमारी या शारीरिक स्थिति का सामना कर रहे हैं तो बिना एक्सपर्ट की सलाह लिए इन आसनों का अभ्यास न करे।
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