
वरुण धवन, सनी देओल और नीतू सिंह के बाद अब बॉलीवुड अभिनेत्री कृति सेनन भी कोविड पॉजिटिव हो गई हैं। जानें नहीं रुक रहा कोरोना वायरस का फैलाव।
कोरोना वायरस को भले ही लोगों ने गंभीरता से लेना छोड़ दिया है, लेकिन ये वायरस अभी भी फैल रहा है और उतना ही संक्रामक है, जितना पहले था। यही कारण है कि अभी भी हर दिन देश में 30 हजार से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं। इनमें बहुत सारे सेलिब्रिटीज और जानी-मानी हस्तियां भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म अभिनेत्री कृति सेनन (Kriti Sanon COVID Positive) कोविड पॉजिटिव हो गई हैं। अभी पिछले दिनों ही फिल्म 'जुग-जुग जियो' की शूटिंग कर रहे बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन, अभिनेत्री नीतू कपूर और फिल्म के डायरेक्टर राज मेहता कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। पहले खबर थी कि इसी फिल्म से जुड़े अभिनेता अनिल कपूर और अभिनेत्री कियारा आडवाणी भी कोविड पॉजिटिव हैं, लेकिन बाद में उनकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी 2 दिन पहले ही अभिनेता सनी देओल भी कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। फिल्म इंडस्ट्री के सेलेब्स के अलावा ये वायरस कई पॉलिटिकल लीडर्स को भी अपनी चपेट में ले चुका है। हाल में ही हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। कुल मिलाकर ये खबरें इस बात का संकेत हैं कि कोरोना वायरस के प्रति छोटी से छोटी लापरवाही अभी भी आपको संक्रमण का शिकार बना सकती है। हम आपको बता रहे हैं 5 ऐसी गलतियां, जो इन दिनों लोग सबसे ज्यादा कर रहे हैं और यही गलतियां कोरोना वायरस को फैलने में मदद कर रही हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना (ये सोचकर कि सामने वाला तो छींक-खांस नहीं रहा और स्वस्थ दिख रहा है)
ज्यादातर लोग कुछ विशेष जगहों को छोड़ दें (जैसे- हॉस्पिटल, एयरपोर्ट्स आदि) तो किसी भी सार्वजनिक जगह पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नजर नहीं आते हैं। सबको यही लगता है कि सामने वाला बीमार नहीं दिख रहा, छींक-खांस नहीं रहा है और मेरी तरह असंक्रमित है, इसलिए नजदीज जाने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन यही छोटी सी लापरवाही आपको कोविड का अंजाने में शिकार बना सकती है। ध्यान रखें कि दिसंबर 2019 में दुनिया में कोविड संक्रमण का सिर्फ 1 मरीज पाया गया था और आज 4 दिसंबर (दिसंबर अभी खत्म नहीं हुआ, शुरू हुआ है) को उस एक मरीज से फैलने वाला वायरस 6.5 करोड़ लोगों को अपना शिकार बना चुका है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने और मास्क न लगाने जैसी बेहद छोटी और मामूली गलती के कारण अब तक 15 लाख 13 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत के संदर्भ में देखें तो 30 जनवरी को भारत में कोविड का सिर्फ 1 मरीज था, जिससे निकला हुआ वायरस 10 महीने में ही 95 लाख लोगों तक पहुंच चुका है। भारत में भी अब तक 1.39 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
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मास्क का प्रयोग न करना (ये सोचकर कि सामने वाले ने तो पहना है, फिर मुझे क्या जरूरत)
ध्यान रखें कि कोरोना वायरस को आपके शरीर में प्रवेश करने से रोकने का सबसे अच्छा और फिलहाल एकमात्र विकल्प यही है कि आप घर से बाहर निकलें, तो मुंह पर सही तरीके से मास्क लगाकर निकलें। यह तो आप सभी जानते हैं कि कोरोना वायरस आपके शरीर में 3 अंगों से प्रवेश कर सकता है- मुंह, नाक और आंख। अगर आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं तो आपको आंख ढकने की जरूरत नहीं है क्योंकि आंख के द्वारा आप हवा को अपनी तरफ नहीं खींचते हैं। लेकिन आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर भी रहे हों, तो भी आपको मास्क पहनना जरूरी है, क्योंकि मुंह और नाक के जरिए आप अपने आसपास की हवा को अपनी तरफ खींचकर सांस के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इसलिए संभव है कि अगर आपके आसपास हवा में वायरस मौजूद हो, तो वो आपके नाक या मुंह के द्वारा आपके शरीर में प्रवेश कर जाए। यहां यह बता देना भी जरूरी है कि रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पाया है कि कोरोना वायरस हवा में कुछ घंटों तक स्थिर बना रह सकता है, इसलिए मास्क पहनने में जरा सी लापरवाही या चूक आपको कोविड का शिकार बना सकती है।
मास्क का गलत तरीके से प्रयोग करना (पुलिस के डर से मास्क पहनना, बाद में लापरवाही करना)
कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मास्क का प्रयोग तो कर रहे हैं, लेकिन इससे उन्हें झूठी सुरक्षा का भ्रम बना रहता है क्योंकि असल में वे मास्क को गलत तरीके से पहन रहे हैं। देखा जा रहा है कि लोग मास्क पहनते समय निम्न गलतियां कर रहे हैं-
- मास्क मुंह पर तो होता है, लेकिन नाक खुली होती है।
- मास्क चेहरे पर होता है, लेकिन न ही उससे पूरा मुंह कवर होता है और न ही नाक।
- मास्क को बार-बार छूते रहते हैं और उतारते-पहनते रहते हैं।
- सिंगल टाइम यूज वाले मास्क का प्रयोग कई-कई दिनों तक करते रहते हैं।
- रियूजेबल मास्क को कई-कई दिनों या सप्ताह तक बिना धोए इस्तेमाल करते रहते हैं।
मास्क पहनने का सही तरीका यह है कि घर से बाहर निकलने समय मास्क ऐसे पहनें कि आपका मुंह और नाक पूरी तरह ढके होने चाहिए और फिर इसे तब तक नहीं छूना चाहिए, जब तक कि आप घर वापस न लौट आएं। घर वापस लौटने के बाद भी अगर डिस्पोजेबल मास्क है, तो उसे तुरंत डिस्पोज करना चाहिए और रियूजेबल है, तो उसे साबुन-पानी से धोकर ही अगली बार इस्तेमाल करना चाहिए।
हाथ न धोना या सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करना (ये सोचकर कि मास्क पहनना ही पर्याप्त है)
कोरोना वायरस जैसे हवा में घंटों रह सकता है, वैसे अलग-अलग सतहों पर कोरोना वायरस कुछ घंटों से लेकर कई दिनों या सप्ताह तक रह सकता है। ऐसे में अगर आप सार्वजनिक जगहों पर जाते हैं या सार्वजनिक इस्तेमाल वाली चीजों को छूते और प्रयोग करते हैं, तो बेहद जरूरी है कि आप थोड़े-थोड़े समय में अपने हाथ साबुन से धोते रहें या एल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से साफ करते रहें। ध्यान रखें कि अगर किसी परिस्थिति में आपके पास हाथ धोने की सुविधा भी नहीं है और सैनिटाइजर भी नहीं है, तो न ही अपने मास्क को हाथ लगाएं और न ही मुंह, नाक और आंख को। जब आप हाथ साफ कर लें तभी इन 3 अंगों को छुएं।
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बंद जगहों पर ज्यादा देर रहना (ये सोचकर कि संक्रमण के मामले हमारे इलाके में कम हैं)
ध्यान रखें कि कोविड संक्रमण के सबसे ज्यादा फैलने का खतरा बंद जगहों पर होता है। ऐसे सार्वजनिक स्थान जो बंद हैं और जहां कई लोग एक ही समय पर रहते हैं, कोविड संक्रमण फैलने के लिए मुफीद जगह है। बंद जगहों पर बहुत सारे लोगों के एक साथ कई घंटे रहने पर मास्क पहने रहने के बावजूद संक्रमण के मामले कई देशों में सामने आए हैं। इसलिए बंद जगहों पर बहुत देर तक न रहें। अगर किसी जरूरी काम से इन जगहों पर जाते भी हैं, तो जल्द से जल्द काम खत्म करके वापस लौटें।
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