शरीर के हर हिस्से के लिए जरूरी है स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, इन 5 परेशानियों से दिला सकता है आपको छुटकारा

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शरीर के कई अंग और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए फायदेमंद है। आइए जानते हैं कैसे ये कुछ अन्य परेशानियों का भी इलाज बन सकता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
शरीर के हर हिस्से के लिए जरूरी है स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, इन 5 परेशानियों से दिला सकता है आपको छुटकारा

जिम जाने के बाद अधिकतर लोग सिर्फ अपने बाइसेप्स और 6 पैक एब्स बनाने पर ही ध्यान देते हैं। पर बॉडी की ओवरऑल फिजीक के लिए बाइसेप्स और एब्स ही नहीं बल्कि शरीर के हर हिस्से की फिजीक अच्छी होनी चाहिए। ऐसे में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग सबसे सही एक्सरासाइज में से एक है, जो हर बॉडी पार्ट को बराबर ट्रेन करके चुस्त-दुरुस्त बनाते हैं। स्विमिंग, कई तरह के वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज, एरोबिक्स आदि जैसी शक्ति प्रशिक्षण वास्तव में आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छा है क्योंकि यह आपकी मांसपेशियों के मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है। साथ ही ये शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।

insidestrengthexercises

रिहैबिलिटेशन रिसर्च एंड प्रैक्टिस की पत्रिका (Journal of Rehabilitation Research and Practice) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अगर आप किसी चोट से गुजरे हैं, तो उचित मार्गदर्शन में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से समस्या ठीक हो सकती है और आपको सामान्य जीवन जीने में मदद मिल सकती है। तो आइए जानते हैं कि कैसे स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने के बड़े फायदे।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के फायदे (benefits of strength training)

1. चिंता को कम करता है

क्या आप जानते हैं कि 'द लेरिंजोस्कोप' में प्रकाशित एक नए अध्ययन में कहा गया है कि कोविड -19 आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है और चिंता और अवसाद को जन्म दे सकता है। ऐसे में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। हम सभी जानते हैं कि जो चिंता से निपटने में आपकी मदद कर सकता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में ऐसे कई पोज हैं, जो आपके धीरज और ताकत को परख सकते हैं। साथ ही इसे करना आपके दिमाग को शांत कर सकता है।

2. दिन में सोने की आदत को कम करता है

अगर आप हर समय दिन में नींद आती है, तो कुछ शक्ति प्रशिक्षण करना आपको ऊर्जावान रख सकता है। एडवांस इन प्रिवेंटिव मेडिसिन की पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अगप आपके घर के बुजुर्ग स्लीप एपनिया (नींद न आने की बीमारी) से पीड़ित रहे हैं, तो आपको उन्हें कुछ सरल लेकिन प्रभावी शक्ति अभ्यास करवा सकते हैं। ये उनके नींद के साइकिल को बेहतर बानने में मदद करेगा।

insideexercise

इसे भी पढ़ें : रोजाना दौड़ने से पहले जरूर कर लें ये 5 स्ट्रेचिंग, जानें कैसे है ये आपके लिए फायदेमंद

3. मल्टीपल स्क्लेरोसिस वाले लोगों के लिए सहायक

मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक बीमारी है, जो आपके मस्तिष्क को प्रभावित करती है और आप चरम थकान, मूत्राशय पर नियंत्रण की हानि, अंगों में गुदगुदी सनसनी और यहां तक कि संतुलन के मुद्दों जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं। मल्टीपल स्केलेरोसिस जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, छह महीने की उचित स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करना भी आपको इस विकार को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। अध्ययन मल्टीपल स्केलेरोसिस के मामले में रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने की सलाह देता है।

4. हड्डियों के नुकसान को कम करता है

ऑस्टियोपेनिया एक हड्डियों के नुकसान की समस्या है, जो उम्र बढ़ने के साथ ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकती है। ऐसे में आपको जल्द से जल्द बॉन मास में सुधार करने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसे में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसे एक्सरसाइज आपके हड्डियों को स्वस्छ रख सकते हैं लंबे समय तक ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम कर सकते हैं। बोन नामक पत्रिका के अनुसार, अलग-अलग शक्ति प्रशिक्षण अभ्यासों को अपनाना और सही तरह का आहार लेना बेहतर हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए दो आवश्यक चीजें हैं।

इसे भी पढ़ें : महिलाओं को रोजाना करनी चाहिए ये 'ट्राइसेप्स एक्सरसाइज', जानें किस तरह है आपके लिए फायदेमंद

5. ब्लड शुगर के स्तर में सुधार 

टाइप -2 मधुमेह को रोकने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करता है। टाइप -2 डायबिटीज के रोगियों में, इंसुलिन का उत्पादन करने की दर बहुत कम होती है। इसीलिए अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन का यह भी कहना है कि कार्डियो आपके शरीर को इंसुलिन का प्रबंधन करने में मदद करता है, साथ ही स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करना इंसुलिन में कमी ला सकता है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के दौरान मसल्स टिश्यूज ब्रेक होते हैं और फिर प्रोटीन लेकर उन्हें रिपेयर किया जाता है। मसल्स को पूरी तरह रिपेयर होने में लगभग 48 घंटे का समय लगता है। इसलिए आपको स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते समय इस बात का खास ख्याल रखना है कि 48 घंटे से पहले सेम मसल्स ग्रुप को दोबारा ट्रेन न करें और इस दौरान आपको सही मात्रा में प्रोटीन डाइट का सेवन करना चाहिए।

Read more articles on Exercise-Fitness in Hindi

Read Next

जानें क्यों करना चाहिए बॉक्स स्क्वाट्स और कैसे ये आपके लोअर बॉडी को बनाता है मजबूत

Disclaimer