
त्वचा का नैचुरल ग्लो बनाए रखने और एजिंग रोकने के लिए ये 4 विटामिन्स और एसिड्स हैं जरूरी। जानें इन्हें अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करने के तरीके।
किसी व्यक्ति की उम्र का अंदाजा लगाने के लिए उसके हाथ-पैर नहीं, बल्कि चेहरे को देखने की जरूरत पड़ती है। इसका कारण यह है कि बढ़ती उम्र के ज्यादातर लक्षण चेहरे पर ही दिखाई देते हैं। नन्हें शिशु की त्वचा कोमल और चमकदार होती है। लेकिन जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है, उसकी त्वचा की कोमलता और चमक खत्म होती जाती है और एक समय के बाद त्वचा अपना नैचुरल ग्लो खो देती है। इसके कारण व्यक्ति की उम्र ज्यादा लगती है। त्वचा का नैचुरल ग्लो बनाए रखने में कुछ विटामिन्स और एसिड्स की बड़ी भूमिका होती है। अच्छे स्किन केयर प्रोडक्ट्स में इन विटामिन्स और एसिड्स का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि त्वचा का नैचुरल ग्लो बना रहे। आइए आपको बताते हैं उन सप्लीमेंट्स के बारे में और यह भी कि आप उन्हें अपने स्किन केयर रूटीन में कैसे शामिल कर सकते हैं।
स्किन रिपेयर के लिए हायलूरॉनिक एसिड (Hyaluronic Acid for Skin Repair)
आप जब भी अपना स्किन केयर प्रोडक्ट खरीदें तो यह जरूर देख लें कि उसमें हायलूरॉनिक एसिड ( Hyaluronic Acid) हो। हायलूरॉनिक एसिड आपकी त्वचा में कोलाजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जिससे आपकी त्वचा ज्यादा यंग, ज्यादा खूबसूरत और ग्लोइंग दिखती है। हायलूरॉनिक एसिड की वजन से डैमेज स्किन सेल्स और टिशूज की रिपेयरिंग होती है, इसलिए नाइट क्रीम में तो इसका होना बहुत जरूरी है। हायलूरॉनिक एसिड आपकी त्वचा के लचीलेपन को बढ़ाता है और स्किन को यंग रखता है।
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नैचुरल ग्लो के लिए विटामिन C (Vitamin C for Natural Glow)
विटामिन C एक ऐसा विटामिन है, जो बहुत आसानी से उपलब्ध होता है, इसके बावजूद लोग इसका सेवन कम करते हैं। कई सारे स्किन केयर प्रोडक्ट्स में विटामिन सी का प्रयोग किया जाता है। इसका कारण यह है कि विटामिन सी आपकी त्वचा से एजिंग के लक्षणों को कम करता है और त्वचा के नैचुरल ग्लो को बढ़ाता है। ये त्वचा के नैचुरल कोलाजन को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसलिए इसका प्रयोग सन स्क्रीन में विशेष तौर पर किया जाता है। आप ऐसे स्किन केयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल तो करें ही जिसमें विटामिन सी हो, साथ ही अपनी डाइट के माध्यम से भी विटामिन सी लेते रहें। विटामिन सी मुख्य रूप से सभी खट्टे फलों में होता है।
यूवी किरणों से बचाव के लिए विटामिन ई (Vitamin E For Skin)
विटामिन ई का इस्तेमाल भी ढेर सारे स्किन केयर प्रोडक्ट्स में किया जाता है। इसका कारण यह है कि विटामिन ई नए स्किन सेल्स और टिशूज के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाते हैं और सूरज की अल्ट्रा वायलेट किरणों (UV Rays) से होने वाले नुकसान से बचने के लिए भी इसकी बड़ी भूमिका होती है। इसलिए ऐसे क्रीम्स और प्रोडक्ट्स जो डार्क सर्कल्स, झुर्रियां (Wrinkles) और डार्क स्पॉट्स खत्म करती हैं, उनमें विटामिन ई जरूर होता है। विटामिन ई आपको खाने की कई चीजों से भी मिल सकता है जैसे- बादाम, अखरोट, अलसी, सूरजमुखी के बीज आदि।
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विटामिन डी स्किन इंफेक्शन से बचाव के लिए (Vitamin D For Skin Infections)
त्वचा को इंफेक्शन से बचाने के लिए विटामिन डी महत्वपूर्ण होता है। विटामिन डी की कमी होने से भी कई बार त्वचा की चमक पर असर पड़ता है। इसलिए चमकदार स्किन की ख्वाहिश रखने वाले लोगों को विटामिन डी की कमी पूरी करते रहना चाहिए। विटामिन डी शरीर नैचुरल रूप से बनाता है और इसके लिए आपको सिर्फ थोड़ी सी धूप की जरूरत पड़ती है। लेकिन इंसानों के द्वारा गया विटामिन डी का एक प्रकार कैल्सिट्रियॉल (Calcitriol) है, जिसका प्रयोग स्किन केयर प्रोडक्ट्स में किया जाता है। ये स्किन इंफेक्शन, सोरायसिस, फंगल इंफेक्शन आदि खत्म करने के लिए जाना जाता है। आप नैचुरल रूप से विटामिन डी की कमी पूरी करना चाहते हैं, तो हर रोज कम से कम 10 मिनट धूप में बैठें।
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