2-2-2 Method Metabolism: इंटरनेट पर वेट लॉस करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का एक तरीका मिला, तो सोचा आपके साथ शेयर करूं। इस तकनीक का नाम है 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म। इसमें वेट लॉस के लिए कार्बोहाइड्रेट्स, फैट्स और प्रोटीन की 2-2 सर्विंग की मात्रा का सेवन फायदेमंद बताया गया है। यानी आपको वेट लॉस के लिए इन तीनों पोषक तत्वों को डाइट में शामिल करना है। इस तकनीक के साथ यह दावा किया जाता है कि अगर आप इसे 6 हफ्तों तक फॉलो करें, तो करीब 8 से 9 किलो वजन कम कर सकते हैं। अगर लोग वेट लॉस करने के लिए जिम जाकर या महंगी डाइट में पैसा खर्च कर देते हैं और परिणाम कुछ भी नहीं मिलता। इन सब तरीकों से बचने के लिए इस तरीके को बनाया गया है। 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म में डायटरी बदलाव करके वेट लॉस किया जाता है। आगे जानेंगे 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म को करने का तरीका और फायदे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटीशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
क्या 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म से वजन कम होता है?
डाइटीशियन सना गिल ने बताया कि वजन कम करने के लिए यह एक फायदेमंद तरीका साबित हो सकता है। जिन लोगों में मेटाबॉलिक फ्लेक्सिबिलिटी होती है, वह आसानी से वेट लॉस कर लेते हैं। लेकिन सबमें यह लचीलापन नहीं होता। इसका स्तर अलग-अलग होता है। कुछ लोग कार्बोहाइड्रेट्स को आसानी से बर्न कर लेते हैं लेकिन उन्हें फैट बर्न करने में समस्या होती है। वहीं कुछ लोग फैट बर्न कर लेते हैं लेकिन उन्हें कार्बोहाइड्रेट्स करने में समस्या होती है। लेकिन वेट लॉस के लिए फैट और कार्ब्स दोनों को बर्न करना जरूरी है। 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म में हेल्दी डाइट और पोषक तत्वों की जरूरत के बारे में बताया गया है ताकि आप हेल्दी ढंग से वेट लॉस कर सकें।
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2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म के फायदे- 2-2-2 Method Metabolism Benefits
- 30 से 40 की उम्र के बीच मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देना मुश्किल होता है। अगर आप इस उम्र में हैं और वेट लॉस करना चाहते हैं, तो यह तरीका आजमां सकते हैं।
- 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म को फॉलो करने के लिए आपको अपना पसंदीदा खाना छोड़ना नहीं पड़ेगा बल्की आप सब कुछ खाते हुए वेट लॉस कर सकते हैं।
- हेल्दी वेट लॉस और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए आपको 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म आजमाना चाहिए।
- इस तकनीक में प्रोटीन का सेवन करने से मसल्स रिपेयर होती हैं और मेटाबॉलिक फंक्शन ठीक ढंग से काम करते हैं।
- इस तकनीक में हेल्दी फैट्स को शामिल किया गया है जिससे हार्मोन्स कंट्रोल होते हैं और पोषक तत्व ठीक ढंग से एब्सॉर्ब हो पाते हैं।
- इस तकनीक की मदद से आप कार्ब्स का सेवन करते हैं जिससे थकान और कमजोरी दूर होती है। साथ ही शरीर में एनर्जी बढ़ती है।
2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म कैसे फॉलो करें?- How to Follow 2-2-2 Method Metabolism
- 2-2-2 मेथड मेटाबॉलिज्म में हफ्ते के 5 दिन आप नॉर्मल खाना खाएं। साथ ही अपने फेवरेट फूड्स के हेल्दी वर्जन पर फोकस करें।
- इसके बाद हफ्ते के दो दिन कैलोरीज इंटेक को 800 तक ले आएं।
- शुरुआत के दो हफ्ते, ऐसी चीजों का सेवन करें जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन की मात्रा हो। उदाहरण के लिए आप पास्ता, ऑमलेट, पैनकेक खा सकते हैं। इस दौरान आपकी बॉडी यह सीखेगी कि कार्ब्स को कैसे बर्न करना है।
- इसके बाद 4 हफ्तों के लिए कार्बोहाइड्रेट्स, फैट्स और प्रोटीन रिच फूड्स को एक दिन छोड़कर फॉलो करें। इस तरह बॉडी फैट कम होगा।
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