कैंसर को लेकर लोगों में बहुत सी भ्रांतियां व्याप्त है। बहुत से लोगों का मानना है कि कैंसर का कोई इलाज नहीं है। दरअसल, कैंसर शरीर की आधारभूत इकाई कोशिका (सेल) को प्रभावित करता है।
शरीर में नये सेल्स और पुराने सेल्स के बदलाव की प्रक्रिया में कैंसर हो सकता है। सामान्य तौर पर शरीर में कुछ नये सेल्स बनते हैं और पुराने सेल्स टूटते हैं जिनके असमान्य जमाव से कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है। आइए जानें क्या होता है कैंसर।
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- आमतौर पर शरीर के किसी भी भाग पर ऊतकों में असमान्य रूप से गांठ बनना या उभार आना कैंसर हो सकता है।
- कोशिकाओं का असामान्य तौर पर वृद्धि करना और अनियंत्रित रूप में विभाजित होना कैंसर होता है।
- हमारा शरीर कई कोशिकाओं से बना है। सामान्यतः कोशिकाएं बढ़ती और विभाजित होती रहती हैं क्योंकि स्वस्थ शरीर के रख-रखाव के लिए इनकी आवश्यकता होती है। कभी-कभी जब शरीर को कोशिकाओं की आवश्यकता नहीं होती और कोशिकाएं नष्ट होने के समय पर नष्ट नहीं होती तो नयी कोशिकाएं पैदा हो जाती हैं। यही अतिरिक्त कोशिकाएं एक जाल के रूप में जमा हो जाती हैं जिन्हें ट्यूमर कहते हैं।
- शरीर में मौजूद सभी ट्यूमर कैंसर नहीं होते बल्कि ट्यूमर कैंसर का रूप ले सकता है।
- कैंसर के किसी भी लक्षण के दिखने पर उसकी जाँच तुरंत करवाए जाने की ज़रूरत है और कैंसर के लक्षणों को भी आसानी से पहचाना जा सकता है।
- हर कैंसर की अलग-अलग स्टेज होती है यानी कैंसर शुरूआती स्टेज में है तो दवाईयों से ही इलाज किया जा सकता है।
- सबसे पहले कैंसर का पता लगाने के लिए बायोप्सी की जाती है। इसमें कैंसर का छोटा भाग निकाला जाता है और फिर उसका परीक्षण किया जाता है।
- यदि कैंसर होता है तो कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी प्रमुख होती है।
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कैंसर के लक्षण -
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