जानें क्‍या है कुर्सी योग और इसके फायदे

कुर्सी योग यानी चेयर पोज योग का एक प्रकार है। इसे कुर्सी पर बैठकर और कुर्सी के बिना भी किया जा सकता है। इस योग के आसन को करने से कई बीमारियों से मुक्ति मिल सकती है। आइए जानें कुर्सी योग क्‍या है, इसे कैसे किया जाता है और इसके क्‍या फायदे हैं।
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जानें क्‍या है कुर्सी योग और इसके फायदे

कुर्सी योग यानी चेयर पोज योग का एक प्रकार है। इसे कुर्सी पर बैठकर भी किया जाता है, लेकिन इसे कुर्सी पर बैठने जैसा पोज देकर भी किया जाता है, यानी इसे आप कुर्सी के बिना भी कर सकते हैं, इसमें आपके शरीर का पोज कुर्सी पर बैठने जैसा होना चाहिए। कुर्सी योग कई घंटों तक ऑफिस में बैठकर काम करने वालों के लिए बहुत ही उपयोगी है। लगातार कई घंटों तक काम करने के कारण व्यक्ति में आलस आने लगती है जिसके कारण काम में मन नहीं लगता है। उन लोगों के लिए कुर्सी योग बहुत ही फायदेमंद है, जिनका ज्यादातर समय आफिस की कुर्सी पर बीतता है। कुर्सी योग करके आदमी कुछ ही मिनटों में एनर्जी पा सकता है।

chair pose in hindi

कुर्सी योग का सबसे फायदेमंद पहलू यह है कि यह कहीं भी किया जा सकता है। ट्रेन, बस, हवाईजहाज, कार आदि में यात्रा के दौरान भी यह आसनी से किया जा सकता है। इसके अलावा कुर्सी योग ऐसे लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो जमीन पर बैठकर योग नहीं कर सकते हैं। इस योग के आसन को करने से कई बीमारियों से मुक्ति मिल सकती है। आइए कुर्सी योग करने के तरीके और फायदे के बारे में इस आर्टिकल के माध्‍यम से जानकारी लेते हैं।

हाथ और भुजाओं के लिए -

सबसे पहले कुर्सी पर सीधे होकर बैठ जाइए। उसके बाद सांस को अंदर खींचते हुए अपने कानों की सीध में हाथों को आगे की ओर ले जाकर कसकर पकड लीजिए।  
अपने कंधों को एक दूसरे की विपरीत दिशा में दबाव दीजिए। दबाव इतना हो कि आपके कंधों और सीने में खिंचाव महसूस हो।
इस क्रिया को कम से कम 5 बार दोहराईए। यह ध्यान रहे कि सांसों को गहराई से अंदर-बाहर कीजिए।


फायदा –

हाथों को आराम मिलता है। गर्दन का दर्द समाप्त होता है।
सिर, गले और हाथों में खून का संचार बढता है।
इससे कंप्यूटर पर लगातार काम करने वालों की उंगली को राहत मिलती है।


पसली में खिंचाव (साइड स्ट्रेच) के लिए -

कुर्सी पर सीधे बैठकर, सबसे पहले अपने दाहिने हाथ को सिर के ऊपर की तरफ ले जाइए।
आराम से गहरी सांस लीजिए।
बाएं हाथ को कमर पर रखकर दबाव डालिए।
सांसों को बाहर करते हुए दाहिने हाथ को बाएं हाथ की तरफ ले जाइए।
इस स्थिति में 3 से 5 बार गहरी सांस लीजिए। उसके बाद सामान्य स्थिति में आ जाइए।
अगर दाहिने पसली में दर्द है तो यही क्रिया बाएं हाथ से कीजिए।

फायदा -

इस क्रिया से सीना, कंधा, रीढ की हड्डी को आराम मिलता है।
यह योग तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है, जिससे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।

 

रीढ की हड्डी में खिंचाव के लिए -

कुर्सी पर सीधे होकर बैठ जाइए। अब अपने दाहिने पैर को बाएं पैर के ऊपर रख लीजिए।
अब अपने बाएं हाथ को बाएं पैर के घुटने के नीचे रख लीजिए।
गहरी सांस लेते हुए अपने बांए हाथ को सिर पर रखिए।
अब सिर को दाहिनी भुजा की तरफ दबाइए। इस क्रिया को दाहिने हाथ से भी कीजिए।
3 से 5 बार इस क्रिया को दोहराइए।

फायदा -

इस योग को करने से रीढ की हड्डी का दर्द और तनाव समाप्त होता है।
यह योग तंत्रिका तंत्र को आराम देता है।

कुर्सी योग करने के कई फायदे हैं। इस आसन को कम समय और काम के साथ शरीर को तनाव और दर्द से छुटकारा देने के लिए किसी भी वक्त किया जा सकता है। ऑफिस में ज्यादा देर तक बैठकर काम करने वालों के लिए इस आसन का अभ्यास करना बहुत ही फायदेमंद होता है।


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Image Source : Getty

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