चीनी की मिठास का कोई जवाब नहीं। आम लोग चीनी के बिना शायद अपनी जिंदगी की कल्पना भी न कर पाएं। लेकिन सेहत पर इसके दुष्प्रभावों को देखते हुए एक प्रमुख डच स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने इसे 'हमारे समय का सबसे खतरनाक नशा' करार दिया है।
एमस्टर्डम में स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख पॉल वान डेर वेलपेन तो चीनी को शराब और तम्बाकू की तरह एक नशा मानते हैं। उन्होंने इसके इस्तेमाल को हतोत्साहित करने की सलाह दी है।
उनका कहना है कि चीनी के खतरों के प्रति उपभोक्ताओं को आगाह किया जाना चाहिए। वेलपेन ने ये बातें एक सार्वजनिक स्वास्थ्य वेबसाइट पर लिखी हैं। उन्होंने लिखा, चीनी मौजूदा समय का समय खतरनाक नशा है और इसे हासिल करना भी आसान है।
उन्होंने आगे जोड़ा, जिस तरह धूम्रपान संबंधी उत्पादों पर चेतावनियां लिखी होती हैं, उसी तरह सॉफ्ट ड्रिंक और मीठे उत्पाद चेतावनियों के साथ उपलब्ध होने चाहिए। वेलपेन के मुताबिक चेतावनी में लिखा जाना चाहिए कि चीनी की भी लत लगती है और यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं।
वेलपेन ने लिखा है आज की दुनिया में मोटापे की समस्या महामारी का रूप ले चुकी है। और इसके लिए मुख्य रूप से चीनी जिम्मेदार है। लोग ज्यादा वजन वाले हो रहे हैं और इससे स्वास्थ्य की देखभाल से जुड़ा खर्च बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मोटापा दूर करने के लिए लोगों को ज्यादा व्यायाम के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है, लेकिन लोगों के खानपान में बदलाव लाना ज्यादा प्रभावी तरीका हो सकता है।
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