गर्भपात के दर्द से किस तरह से उबरें

गर्भपात एक औरत के जीवन में शारिरिक और भावनात्मक दोनों तरह से कष्टपूर्ण समय हो सकता है। इससे उबरने के लिए आराम करना जरूरी है।
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गर्भपात के दर्द से किस तरह से उबरें

गर्भपात एक औरत के जीवन में शारिरिक और भावनात्मक दोनो तरह से अत्यधिक कष्टपूर्ण समय हो सकता है। किसी भी मां के लिए अपने बच्चे को खो देना बहुत ही कष्टदायक होता है। गर्भपात होने के तत्काल बाद भावनाओं का उछाल एक औरत को सदमा पहुंचाने वाले हो सकता है, वे उसे उसके पूरे जीवन में छाप छोड़ सकते है।

after miscarriageगर्भपात के बाद महिलाओं को पारिवारिक सहयोग की बहुत जरूरत होती है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हमेशा महिला के पास घर का कोई सदस्य मौजुद हो जिससे उसे अकेलापान ना महसूस हो। घर वालों के साथ-साथ आपको खुद भी अपनी अच्छी तरह से देखभाल करनी चाहिए और आगे के बारे में सोचना चाहिए। आपके साथी या पति को भी इस और देखभाल करने और दर्द को समझनें साथ ही जीवन के इस दर्दनाक चरण में आपकी मदद करनी चाहिए।

  • गर्भपात की घटना में, महिलाओं को माहवारी की तरह रक्त स्राव हो सकता है जो गर्भपात के बाद एक सप्ताह तक रह सकता है। आमतौर पर सामान्य माहवारी 3-6 सप्ताह में फिर से शुरू हो जाती है। लेकिन गर्भपात के बाद भावनात्मक उद्वेग से निपटना कठिन हो सकता है।
  • गर्भपात के बाद आराम करना जरूरी है तभी आप शारीरिक रुप से पूरी तरह ठीक हो पाएंगी। गर्भपात के बाद कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं जैसे स्पॉट ब्लीडिंग,पेट में ऐंठन, स्तनों में समस्या। इन समस्याओं को दूर करने के लिए आपका आराम करना जरूरी है।
  • कुछ महिलाएं अविश्वास में अपराधबोध, उदासी, अवसाद और क्रोध महसूस करने से लेकर भावनात्मक उतार-चढ़ाव का अनुभव भी कर सकती है। कभी कभी, ऐसे गहरे भावनात्मक अनुभव थकान, अनिद्रा, भूख न लगना और बार-बार रोना जैसे शारीरिक लक्षणों का कारण बन सकते है। वहां शरीर में पूरी तरह से हार्मोन परिवर्तन इस भावनात्मक उथल-पुथल के साथ जुड़ सकते है।
  • इस स्थिति में आपके करीबियों को आपके पास रहना बहुत महत्‍वपूर्ण है। मित्र, परिवार, आपके पति सभी आपको आराम और इस समय में आपकी मदद करेंगे। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आप और आपके साथी दोनों ही को बच्चे के खोने का दुख है और आप विभिन्न तरीकों से इस शोक और दुख का सामना कर सकते है। एक संवेदनशील होने के नाते एक दूसरे का दर्द और एक दूसरे की भावनात्मक जरूरतों का सम्मान इस कष्टपूर्ण भावनात्मक समय में आप दोनो को उभारने में मदद कर सकते है।
  • गर्भपात के दर्द से गुजरने के बाद महिलाओं का तनावपूर्ण होना लाजिमी है। लेकिन तनाव आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए खुद को व्यस्त रखने की कोशिश करें। कभी भी अकेले या खाली ना बैठें।
  • अपने डॉक्टर से परामर्श लेने में संकोच न करे। अपने डॉक्टर पर विश्वास करें और स्त्रीरोग विशेषज्ञ और दर्द से राहत पाने के लिए परामर्श करके दवाईयां लें। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात गर्भपात के लिए खुद को दोषी न ठहराएं और इस दुखद घटना से जल्‍द से जल्‍द उबरने की कोशिश करें।

 

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