उच्‍च रक्‍तचाप से बचाव के लिए जरूरी है नियमित व्‍यायाम

उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या से बचे रहने के लिए नमक का कम सेवन और भोजन में हरी सब्जियां शामिल करना फायदेमंद रहता है। हाई ब्‍लड प्रेशर से बचाव के अन्‍य उपाय जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
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उच्‍च रक्‍तचाप से बचाव के लिए जरूरी है नियमित व्‍यायाम

आधुनिक जीवनशैली के बीच उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या आम हो गई है। यह आमतौर पर 40 वर्ष या इससे ज्‍यादा उम्र में होने वाली समस्‍या है। हाई ब्‍लड प्रेशर रोगी के लिए कई प्रकार से हानिकारक हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि समय रहते इससे बचाव के उपायों को अपने व्‍यवहार में शामिल किया जाए।

how to avoid high blood pressure
उच्‍च रक्‍तचाप में धमनियों में रक्‍त का दबाव बढ़ जाता है। दबाव की इस वृद्धि के कारण धमनियों में रक्‍त प्रवाह सुचारू बनाये रखने के लिए दिल को अधिक काम करने की आवश्यकता पड़ती है। अधिकतर लोग इस समस्‍या को अनदेखा कर देते हैं, यह स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक हो सकता है। हाई ब्‍लड प्रेशर में हृदय संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। इस लेख के जरिए हम आपको बताते हैं उच्‍च रक्‍तचाप से बचाव के उपयों के बारे में।

नियमित व्‍यायाम

उच्‍च रक्‍तचाप की परेशानी से बचे रहें, इसके लिए नियमित व्‍यायाम करना चाहिए। नियमित 30 मिनट तक किया गया व्‍यायाम आपको स्‍वस्‍थ्‍य रखता है। और आपका रक्‍तचाप भी सामान्‍य रहता है। यदि व्‍यायाम के लिए समय न निकाल पाए, तो प्रतिदिन कम से कम दो किलोमीटर पैदल चलने की कोशिश करें।

नमक का सेवन कम करें

आपको भोजन में ज्‍यादा नमक खाने की आदत है, तो यह नुकसानदेह साबित हो सकती है। ज्‍यादा नमक खाने से हाई ब्‍लड प्रेशर होने की आशंका बनी रहती है। यदि आप नमक ज्‍यादा खाने की आदत पर तुरंत कंट्रोल नहीं कर पाते, तो धीरे-धीरे इसके सेवन को कम करने की कोशिश करें।

शराब से रहे दूर

आप धूम्रपान और शराब का सेवन करते हैं तो यह आदत भी उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या के लिए जिम्‍मेदार होती है। एल्‍कोहल के सेवन से दूर रहे और धूम्रपान बंद कर अपने शरीर को स्‍वस्‍थ बनाए।

हरी सब्जियों का सेवन

भोजन में मौसमी और हरी सब्जियों का सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। हरी सब्‍जियों से मिलने वाले पोषक तत्‍वों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आप स्‍वस्‍थ रहते हैं।

वसा युक्‍त भोजन से परहेज

वसा युक्‍त भोजन शरीर का मोटापा बढ़ाने के साथ ही कई प्रकार के रोगों के पनपने का कारण होता है। मोटे व्‍यक्तियों में उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या आम होती है।

उच्‍च रक्‍तचाप से बचाव के अन्‍य उपचार


20 ग्राम प्‍याज के रस में लगभग 10 ग्राम शहद मिलाकर प्रतिदिन पीने से उच्‍च रक्‍तचाप के रोगियों को आराम मिलता है।
मैथी दाने का चूर्ण सुबह-शाम ताजे पानी के साथ लेने से उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या में राहत मिलती है।
आंवला, सर्पगंधा और गिलाय तीनों का रस निकालकर पीना भी उच्‍च रक्‍तचाप में फायदेमंद रहता है।
मूली और नींबू का सेवन उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या से ग्रस्‍त रोगियों के लिए अच्‍छा रहता है।
गाजर के एक गिलास जूस में दो से तीन चम्‍मच शहद मिलाकर पीने से हाई ब्‍लड प्रेशर सामान्‍य रहता है।
एक मुठ्ठी किशमिश और सोयाबीन को आहार का हिस्सा बनाकर भी उच्च रक्तचाप से बचा जा सकता है।

इन सबके अलावा उच्‍च रक्‍तचाप के रोगियों को सुबह बिस्‍तर से उठने के बाद किसी पार्क या अन्‍य जगह पर कम से कम दो किलोमीटर की सैर अवश्‍य करनी चाहिए। यह उनके लिए बहुत ही फायदेमंद रहती है।

 

 

 

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