लाइकोपीन एक प्रकार का न्यूट्रीशन सप्लीमेंट है, जो कि टमाटर, गाजर, तरबूज, पपीता के अलावा अन्य लाल फल-सब्जियों में पाया जाता है। यह एक एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, जो कि आपकी त्वचा के लिए भी बेहद जरूरी होता है। यह त्वचा को धूप व प्रदूषण से होने वाले नुकसानों से बचाता है। यह त्वचा को पोषण देने के साथ त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार है। शरीर में न्यूट्रीशन की कमी होने पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। लाइकोपीन आहार में भी होता है, लेकिन जो कुछ भी हम खाते हैं उससे त्वचा के लिए जरूरी लाइकोपीन पर्याप्त नहीं होता है। इसलिए कई बार बाहर से भी इसे अतिरिक्त रूप में लेकर इसकी जरूरत पूरी करनी पड़ती है।
लाइकोपीन से त्वचा का पिग्मेंटेशन, अनइवेन कांप्लेक्शन तथा टैनिंग जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं। लाइकोपीन मेलेनिन की सिंफेसाइस को बचाता है, जिससे फ्री रेडिकल्स अधिक पैदा होते हैं। यह त्वचा पर पड़ने वाले विपरीत प्रभावों से बचाने में मदद करता है। इसकी कमी को बाहरी तौर पर क्रीम के जरिये पूरा किया जा सकता है। इसके लिए लाइकोपीनयुक्त क्रीम उपयुक्त होती है, जिसे दिन में 2-3 बार लगाया जा सकता है। ब्लीच का प्रभाव बालों पर और लाइकोपीन का त्वचा पर होता है। लाइकोपीन लाल रंग की सब्जियों और फलों में भी पाया जाता है। लाइकोपीनयुक्त क्रीम लगाने के बाद सनस्क्रीन का प्रयोग करना लाभदायक होता है।
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लाइकोपीन वसा में घुलनशील है और इसके अवशोषण के लिए फैट्स की उपस्थिति आवश्यक होती है। इसलिए यदि आहार में फैट की मात्रा कम हो तो आंतों में इसका अवशोषण प्रभावित होता है। पेनक्रियेटिव एंजाइम्स की कमी, क्रोन्स रोग, सीलियक स्प्रू, सिस्टिक फाइब्रोसिस, पित्त और यकृत विकार आदि में फैट्स का अवशोषण बहुत कम हो जाता है, इसलिए लाइकोपीन का भी अवशोषण भी बाधित होता है।
लाइकोपीन के फायदे
पिछले दिनों अमेरिका में हुए अध्ययन से पता चला है कि यदि आप प्रतिदिन एक टमाटर का सेवन करते है, तो बहुत सी बीमारियों से अपने को बचा सकते है। अमेरिकी वैज्ञानिकों का कहना है कि हमें टमाटर इसलिए खाना चाहिए, क्योंकि टमाटर में प्रचुर मात्रा में लाइकोपीन पाया जाता है। लाइकोपीन से मिलने वाले कुछ खास लाभ इस प्रकार है।
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- लाइकोपीन अन्य केरोटिनॉयड्स से भी अधिक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट माना गया है।
- त्वचा को झुर्रियों से बचाता है।
- गर्भाशय के विकार दूर करता है।
- वैज्ञानिकों का कहना है कि लाइकोपीन आस्टियोपोरोसिस से बचाव करता है।
- लाइकोपीन हमे फेफड़े, स्तन, ओवरी, गर्भाशय, प्रोस्टेट, त्वचा, पेनक्रियास और आमाशय कैंसर से बचाव करता है।
- हृदय की धमनियों में जमा होने के पहले कोलेस्ट्रोल का मुक्त-मूलक द्वारा ऑक्सीडाइज़ होना जरूरी होता है। लाइकोपीन शरीर में एल.डी.एल. कोलेस्टेरोल के
- ऑक्सिडेशन को रोकता है और रक्त में कॉलेस्ट्रोल का स्तर कम करता है। इस तरह लाइकोपीन हृदय संबंधी बीमारियों से रक्षा करता है।
- पेट के कीड़ों से भी रक्षा करता है।
- त्वचा को लालिमा प्रदान करता है।
अनुसंधानकर्ता मानते हैं कि लाइकोपीन को पकाने से उसकी उपलब्धता और अवशोषण बढ़ता है। फैट की उपस्थिति भी इसका अवशोषण बढ़ता है। इसका मतलब यह हुआ कि कच्चे टमाटर की अपेक्षा टॉमेटो केचप, सॉस, सूप या सब्जी का शोरबा खाने से हमें ज्यादा लाइकोपीन मिलेगा। सप्ताह में आधा या एक कप टमाटर या टमाटर सॉस खाने से प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम कम होता है।
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