सहकर्मियों के साथ वॉक पर जाने के फायदे

जर्नल ऑफ इकोसाइकॉलजी में प्रकाशित एक शोध के अनुसार यदि दफ्तर में सहकर्मियों के साथ थोड़ी देर वॉक पर जाया जाए तो मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ बेहतर होता है। और संबंधों में भी मधुरता आती है।
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सहकर्मियों के साथ वॉक पर जाने के फायदे

ये तो आपने सुना ही होगा कि ऑफिस या घर पर लगातार अधिक समय के लिए कुर्सी पर बैठे रहना आपकी कमर और सेहत के लिए हानिकार साबित हो सकता है। तो आपको बीच-बीच में थोड़ा टहलते रहना चाहिए। और इस बात को हाल में जर्नल ऑफ इकोसाइकॉलजी में प्रकाशित एक शोध और ज्यादा मजबूत कर देती है। इस शोध के अनुसार ग्रुप में वॉक करने की आदत, तनाव को कम करती है और मूड को भी बूस्ट करती है। ऐसे में यदि दफ्तर में सहकर्मियों के साथ थोड़ी देर वॉक पर जाया जाए तो न सिर्फ मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ बेहतर होता है, बल्कि आपसी संबंध में भी मधुरता आती है। इस अध्ययन के अंतर्गत चले इस स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 1,991 प्रतिभागियों का को चलवाकर उनका विश्लेषण किया गया। तो चलिये जानें कि यह अध्ययन तथा इस जैसे नये अध्ययन क्या कहते हैं।  

 

Walk Outside With Your Coworkers in Hindi

 

इस अध्ययन की वरिष्ठ लेखक तथा मिशिगन मेडिकल स्कूल विश्वविद्यालय में परिवार चिकित्सा की एसोसिएट प्रोफेसर सारा वारबर तथा उनके दल नें इस अध्ययन के दौरान पाया कि प्रतिभागियों का वह समूह जो आउटडोर वॉक पर गया था, उसने कम अवसाद और तनाव की सूचना दी। साथ ही इन लोगों में वॉक पर न जाने वाले समूह की तुलना में समग्र मानसिक विकास होता देखा गया। साथ में आउटडोर वॉक खासतौर पर उन लोगों के लिए लाभप्रद थी, जोकि हाल ही में किसी तनावपूर्ण अनुभव, जैसे गंभीर बीमारी, वैवाहिक जीवन की समस्या या बेरोजगारी आदि से गुज़रे थे।  


क्यों है ये फायदेमंद

ओरेगोन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने भी दावा किया था कि, उन्होंने अपने एक शोध में पाया कि पांच मिनट की चहलकदमी भर से लंबे समय तक बैठने से पैरों की धमनियों पर पड़ने वाला कुप्रभाव को कम किया जा सकता है। ऐसा इसलिए  क्योंकि जब लोग लंबे समय तक एक जगह बैठे रहते हैं, तो मांसपेशियां सुस्त पड़ जाती हैं और हृदय को रक्त संचार नहीं हो पाता, जिस कारण रक्तवाहिकाओं या धमनी द्वारा रक्तस्राव की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है और पैरों की धमनियों में रक्तस्राव बाधित हो  जाता है।

 

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इंडियाना यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधार्थी तोसार के अनुसार यह देखा गया कि लंबे समय तक बैठे रहने का संबंध एंडोथेलियल प्रक्रिया से भी होता है, जो हृदय संबंधी रोगों का कारक होता है। और काफी समय तक बैठे रहने के दौरान बीच-बीच में थोड़ी चहलकदमी करते रहने से एंडोथेलियल प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। दरअसल एंडोथेलियल प्रक्रिया एक घंटे तक लगातार बैठे रहने से प्रभावी होती है। इसलिए सलाह दी जाती है कि हर एक घंटे में थोड़ी देर के लिए थोड़ी चहलकदमी कर ही लेनी चाहिए।



तो अगर आप रोज लंबे समय तक डेस्क पर काम करते हैं, तो पहर घंटे के बाद आपको अपने सहकर्मियों के साथ पांच मिनट की वॉक कर लेनी चाहिए। इससे आपका व आपके सहकर्मियों का मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और आपके संबंधों में भी सुगमता आएगी।




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