एक नए अध्ययन से पता चला है, कि निरंतर चार महीनों के लिए कम कैलोरी युक्त आहार के द्वारा मधुमेह को ठीक किया जा सकता है। नीदरलैंड में लेडेन विश्वविद्यालय में किए गए अध्ययन के निष्कर्ष इस आजीवन मधुमेह प्रकार 2 के रुप में जाने जाने वाले रोग के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते है।
मधुमेह एक चयापचय रोग हैं, जिसमें व्यक्ति का रक्त शर्करा का स्तर उच्च होता है। बढ़े शर्करा के स्तर के कारण रक्त लगातार पेशाब, प्यास बढना और भूख में वृद्धि जैसे लक्षण होते है। यह हालत तब होती है जब:
- शरीर में रक्त को ग्लूकोज में तोड़ने के लिए पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं होता।
- जब कोशिकाऐं इंसुलिन उत्पादन का जवाब नहीं देती है।
वर्तमान अध्ययन के शोधकर्ताओं ने पाया है कि, जो मधुमेह रोगी अपने दैनिक कैलोरी सेवन में कटौती करते हैं, उनकी चिकित्सा हालत और उपचार में सुधार की संभावना कई अधिक महत्वपूर्ण रुप से देखी गयी। नीदरलैंड में लेइडेन विश्वविद्यालय की शोधकर्ता टीम का कहना है कि, जो मधुमेह रोगी कम कैलोरी के आहार पर है, उनको रक्त में शर्करा के स्तर पर नजर रखने के लिए इंसुलिन की जरूरत ज्यादा दिन नही रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि कम कैलोरीयुक्त आहार के साथ उनके दिल के आसपास जम रहे खतरनाक वसा निर्माण में भी काफी कमी आयी और उनके हृदय कार्यों में उल्लेखनीय सुधार देखा गया।
अध्ययन के अनुसार 4 महीने के लिए कम कैलोरीयुक्त आहार लेने का सबसे अच्छा हिस्सा यह है, कि परिणाम लंबी अवधि के लिए प्रभावी रहते हैं। उन्होनें आगे उल्लेख किया है कि यह देखना आश्चर्यचकित करता है कि यह सरल हस्तक्षेप प्रभावी ढंग से मधुमेह का इलाज करता है।
सेबॅस्टिएन हैमर, इस अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता का मानना है कि जीवन शैली में हस्तक्षेप मधुमेहीयों के लिए अधिक शक्तिशाली और हृदयसंबंधी लाभप्रद प्रभाव पैदा कर सकता हैं। यह लाभ रोग के लिए औषध चिकित्सा के बराबर हो सकते है।