डायबिटिक एक्‍सरसाइज़ में इन 4 तरीकों से करें पैरों की देखभाल

एक्सरसाइज के दौरान अपने पैरों को क्षति से बचाने के लिए सूती कपड़े से बनी जुराबे और एथलीट वाले जूतें पहने। ध्यान रहे कि जूते न ही तो आपको ज्यादा सख्त हो और न ही ज्यादा ढीले। प्रत्येक दिन अपने पैरों की खुद जाँच करें, और देखें कि कहीं घाव, सूजन, लाली, फफोले या चोट तो नहीं है।
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डायबिटिक एक्‍सरसाइज़ में इन 4 तरीकों से करें पैरों की देखभाल

डायबिटीज में, पैरों में होने वाली समस्याएं बहुत ज्यादा सामने आती हैं, इसीलिए इस दौरान खास कर जब आप एक्सरसाइज कर रहे हो तो अपने पैरों का खास ख्याल रखें यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको पैरों में परेशानी जैसे चोट लगना भी हो सकती है। एक्सरसाइज के दौरान अपने पैरों को क्षति से बचाने के लिए सूती कपड़े से बनी जुराबे और एथलीट वाले जूतें पहने। ध्यान रहे कि जूते न ही तो आपको ज्यादा सख्त हो और न ही ज्यादा ढीले। प्रत्येक दिन अपने पैरों की खुद जाँच करें, और देखें कि कहीं घाव, सूजन, लाली, फफोले या चोट तो नहीं है।

डायबिटीज में कैसे करें पैरों की देखभाल

  • अपने लिए आरामदायक जुतों और जुराब का चुनाव करें और प्राथमिक चिकित्सा किट हमेशा अपने साथ रखें। यह चिकित्सा किट आपके पैरों में होने वाली छोटी-छोटी समस्याओं जैसे घावों में राहत दे सकता है।
  • अपने लिए कम से कम दो जोड़ी जूते खरीदे ताकि आप उन्हें अदल-बदल कर पहन सकें। ऐसा करने से आपको पैरों में फफोलों और दर्द के स्थान पर राहत मिलेगी।
  • अपने पैरों का हमेशा खास ख्याल रखें, नंगे पैरों में चलें, यहाँ तक कि स्विमिंग पूल के किनारे भी नंगे पैरों चलने से बचें। इसके लिए बीच और समुद्री जगहों पर पहने जाने वाले स्लीपर या जुतों का प्रयोग करें।
  • ऐसे जूते, चप्पल या सेंडल न पहने, जिनमें आपके अंगूठे खुले हुए हो क्योंकि खुले हुए अंगूठे इंफेक्शन और चोट की शिकार जल्दी हो सकते हैं। अपने डॉक्टर के द्वारा बताए गए नियम का पालन करें, ताकि आप अपने पैरों में होने वाली बड़ी समस्याओं को होने से पहले ही रोक सके।

डायबिटीज में व्‍यायाम क्‍यों है जरूरी  

व्‍यायाम से मांसपेशियां ऊर्जा के लिए खून से चीनी का उपयोग करती हैं इस प्रकार रक्त शर्करा का स्तर नीचे आ जाता है। रक्त शर्करा के स्तर का कम होना व्यायाम की अवधि (कब तक) और तीव्रता (कितना कठिन) पर निर्भर करता है। नियमित व्यायाम मोटे लोगों में शरीर की वसा की खपत में मदद करता है और इसलिए टाईप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करता है। एक सुनियोजित व्यायाम इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करके रक्त शर्करा को कम करता है। यह सेल्स को कुशलतापूर्वक इंसुलिन को स्वीकार करने में मदद करके इंसुलिन प्रतिरोध कम करता है। यह रक्त परिसंचरण में सुधार, हृदय और फेफड़ों को मजबूत, रक्तचाप पर नियंत्रण और एक स्वस्थ वजन बनाए रखता है। इससे मधुमेह संबंधी सभी जटिलताओं का जोखिम कम हो जाता है।

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मधुमेह के लिए एक व्यायाम

एरोबिक या कार्डियोवास्कुलर अभ्यास

तरीका
तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना, तैरना और समूह एरोबिक

तीव्रता
HRR का 50% से 80% ( हार्ट रेट रिजर्व)

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आवृत्ति
प्रति सप्ताह 3 से 7 दिन। दैनिक व्यायाम शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में और अधिक मदद करेगा।

अवधि
20 से 60 मिनट।

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