गर्भावस्था के दौरान शरीर का फूलना आम समस्या है। गर्भावस्था में हाथ-पैर और चेहरे पर सूजन आ जाती है। इस दौरान वजन भी बढ़ता है, जिसका सारा भार पैरों पर पड़ता है जिससे पैर और एड़ियां अधिक सूज जाती हैं। लेकिन पैर और एड़ियों की ये सूजन कई बार ज्यादा हो जाती है जिसे बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
कई बार बड़ी-बूढ़ी औरतें अधिक सूजन पर कहती हैं, कि ‘अरे सूजन होना मतलब लड़का होने वाला है तो चिंता ना करो।’ जबकि गर्भावस्था की सूजन को इन आधारहीन बातों से जोड़ना बहुत ही बेतुका है। गर्भावस्था में सूजन होना सामान्य प्रक्रिया है लेकिन इसके ज्यादा होने पर चिंतित जरूर होना चाहिए। कई बार शरीर में पोषक तत्वों की कमी से भी सूजन आ जाती है।
ये हैं वजहें-
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- एनिमिया की वजह से होती है अधिक सूजन।
- प्रोटीन की कमी और उच्च रक्तचाप से भी सूज जाता है शरीर।
- ज्यादा उल्टियों के कारण भी होती है सूजन।
- बढ़ते बच्चे के वजन का नसों पर प्रभाव पड़ता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और शरीर में सूजन आ जाती है।
सूजन का निवारण-
- गर्भावस्था के दौरान दिन में एक घंटा जरूर आराम करें।
- ऑफिस में काम करने वाली महिलाएं आरामदायक कुर्सी में बैठें और पैर को स्टूल के ऊपर रखें।
- पैर लटकाकर बैठने से बचें।
- अगर आपका वजन 50 किलो है तो रोजाना 65 ग्राम प्रोटीन लें।
- अगर अधिक बीपी की समस्या है तो नमक कम लें।
- अपने खाने में 1200 मिलीग्राम कैल्शियम लें।
इसे भी अपनायें-
- रोजाना सुबह पार्क में नंगे पैर टहलें। साथ ही गर्भावस्था में बायीं करवट लेकर सोएं। इससे शरीर में रक्त का बहाव सही रहता है।
- गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से जांच करायें और अगर कोई समस्या है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क कीजिए।
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