महिलाओं को होने वाली कई प्रमुख बीमारियों में से एक बीमारी है ब्लैडर इंफेक्शन। ब्लैडर इंफैक्शन के कई कारण हो सकते हैं, कई बार ये मूत्राशय में पथरी के कारण हो जाता है तो कई बार ब्लैडर इंफैक्शन होने से किडनी संबंधी बीमरियां भी हो जाती हैं। ब्लैडर इंफैक्शन यानी मूत्राशय संक्रमण होना। ब्लैडर इंफैक्शन को गंभीरता से लें अन्यथा ये संक्रमण कैंसर का रूप भी धारण कर सकता है। मूत्राशय कैंसर कई बार क्रोनिक बीमारियों का कारण भी बनता है। आइए जानें ब्लैडर इंफैक्शन की समस्या के बारे में।
- ब्लैडर कैंसर के कई कारण है, प्रॉस्टेट ग्रंथि का बढ़ना, मूत्रमार्ग में संकुचन होना, गर्भ के समय आने वाली समस्याएं, मूत्राशय में पथरी का होना, गर्भपात होना, किसी बीमारी के कारण इत्यादि ब्लैडर इंफेक्शन के जिम्मेदार है।
- ब्लैडर कैंसर के लक्षणों में पेशाब के दौरान जलन होना, पेशाब करने में दिक्कत होना, खुलकर पेशाब न आना, बार-बार दर्द का बढ़ जाना, रक्तस्राव होना इत्यादि है।
- ब्लैडर इंफेक्शन के निदान के लिए पेशाब की जांच से पता लगाया जा सकता है।
- ब्लैडर संक्रमण में पाए गए बैक्टीरिया और संक्रमण फैलने के कारणों को ध्यान रखकर ही इसका ट्रीटमेंट किया जाता है।
- यदि ब्लैडर में इंफैक्शन हो जाए तो उस हालत में पानी अधिक मात्रा में पीना पड़ सकता है, क्योंकि ऐसे में पानी की कमी होने की आशंका बनी रहती है।
- अगर यूरीन में ब्लड आ रहा है, तो हो सकता है कि आपको ब्लैडर की समस्या हो। इसे गंभीरता से लें और जल्द ही किसी डॉक्टर को दिखाएं।
- ब्लैडर इंफेक्शन को बढ़ने से रोकने के लिए समय-समय पर जांच करायें , इसके साथ ही डॉक्टर के निर्दशानुसार इलाज करवाना जरूरी है।
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मुख्य कारण- यूरीन रोकना
जोर से पेशाब लगने पर उसे कभी नहीं रोके। जब भी यूरीन महसूस हो तुरंत जाएं वरना यूटीआई होने का खतरा बढ़ जाएगा। यूरीन रोकने के कारण यह संक्रमण फैलता है। यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी मूत्र मार्ग में संक्रमण महिलाओं को होने वाली बीमारी है, इसे यूटीआई नाम से भी जाना जाता है। मूत्र मार्ग संक्रमण जीवाणु जन्य संक्रमण है जिसमें मूत्र मार्ग का कोई भी भाग प्रभावित हो सकता है। हालांकि मूत्र में तरह-तरह के द्रव होते हैं किंतु इसमें जीवाणु नहीं होते। यूटीआई से ग्रसित होने पर मूत्र में जीवाणु भी मौजूद होते हैं। जब मूत्राशय या गुर्दे में जीवाणु प्रवेश कर जाते हैं और बढ़ने लगते हैं तो यह स्थिति आती है।
होता है ब्लैडर सिंड्रोंम
यूरीन को बार-बार रोकने की आदत में शुमार करने पर दर्दनाक ब्लैडर सिंड्रोम है, जिसके कारण यूरीन भंडार यानी ब्लैडर में सूजन और दर्द हो सकता है। इन्टर्स्टिशल सिस्टाइटिस से ग्रस्त लोगों में अन्य लोगों की तुलना में यूरीन बार-बार लेकिन कम मात्रा में आता है। अभी तक इसके सही कारणों की जानकारी नहीं मिल पायी हैं लेकिन डॉक्टरों का मानना हैं कि यह जीवाणु संक्रमण के कारण होता है। इस संक्रमण के बाद ही ब्लैडर कैंसर की समस्या पैदा होती है।