
पीरियड्स महिलाओं में होने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है। लड़कियों में पहला पीरियड 10 से 15 साल की उम्र में शुरु होता है। इस प्रक्रिया में यूटेरस के अंदर से रक्त स्त्राव होता है। इस दौरान रक्त वजइना के जरिए बाहर निकल जाता है। महिलाओं को पीरियड्स होने पर काफी दर्द होता है। यही नहीं कुछ महिलाओं में तो अनियमित पीरियड्स होने की भी समस्या रहती है। अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो यह लेख आप ही के लिए है। आइये योग ट्रेनर काम्या से जानते हैं अनियंत्रित पीरियड्स में कौन से आसन करने चाहिए।
तितली आसन
अगर आप अनियंत्रित पीरियड्स से परेशान हैं तो ऐसे में तितली आसन करना फायदेमंद साबित होता है। इसे करने से शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है साथ ही साथ पीसीओस के लक्षण और मेंस्ट्रुअल समस्याओं में भी लाभ मिलता है। इस आसन को करने के लिए आपको सीधा बैठकर पैरों के पंजों को आपस में जोड़ना है और इन्हें उपर नीचे करना है।
बध्ध कोणासन
बध्ध कोणासन करना महिलाओं के लिए अनियमित पीरियड्स में फायदेमंद साबित हो सकता है। इस आसन को करने से पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याएं कम होती हैं साथ ही साथ रिप्रोडक्टिव सिस्टम में भी सुधार होता है। इस आसन को करने से मेंस्ट्रुअल डिसकंफर्ट कम होता है। साथ ही साथ अनियमित पीरियड्स की समस्या से भी राहत मिलती है।
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चक्की चालासन
चक्की चालासन करना सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद होता है। इस आसन को करने से पेट की चर्बी कम होती है साथ ही फर्टिलिटी में भी सुधार होता है। इससे पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याएं कम होती हैं। इस आसन को करने के लिए आपको बैठकर पैरों को अलग-अलग दिशा में फैलाना है और चक्की की तरह हाथ चलाना है।
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मलासन
पीरियड्स अनियमित होने पर आप मलासन कर सकती हैं। इस आसन को करने से मेंस्ट्रुअल क्रैंप्स से राहत मिलने के साथ ही साथ फर्टिलिटी में भी सुधार होता है। इस आसन को कम से कम 15 बार तक करें।
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