21 जून को हर साल विश्व संगीत दिवस (World Music Day 2019) के रूप में मनाया जाता है। पहली बार म्यूजिक डे 1982 में पेरिस में फ़ेते डे ला मस्क के रूप में हुआ। इस कदम का प्रस्ताव फ्रांसीसी राजनीतिज्ञ जैक लैंग और संगीतकार मौरिस फ़्लाइट ने संगीत के महत्व के बारे में बात करने के लिए किया था। जबकि लोगों पर संगीत के प्रभाव को पूरी तरह से समझा नहीं गया, लेकिन अध्ययनों से पता चला है कि जब आप अपनी पसंद के अनुसार संगीत सुनते हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन नामक एक रसायन छोड़ता है, जिससे मूड पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
संगीत हमें मजबूत भावनाओं को महसूस करा सकता है, जैसे कि खुशी, उदासी, या भय। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार, संगीत में हमारे स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने की शक्ति भी हो सकती है। आजकल के चिकित्सक भी संगीत थैरेपी या म्यूजिक थैरेपी के माध्यम से रोगियों को इलाज करते हैं। आज हम आपको इस लेख में म्यूजिक थैरेपी के बारे में विस्तार से बता हरे हैं।
क्या है म्यूजिक थैरेपी (What is Music Therapy)
म्यूजिक थैरेपी (संगीत चिकित्सा) संगीत और मनोदशा के बीच दो तरह से संबंध बनाती है। पहला, ये कि आप ऐसे संगीत को सुनते हैं, जिससे आपके मानसिक स्तर में सुधार होता है और दूसरा, ये कि आप वो संगीत सुनते हैं जो आपको पसंद है, जिससे आपके मूड बेहतर होता है। मानिसिक रोगियों का इलाज करते समय संगीत का उपयोग किया जाता है। क्योंकि संगीत एक परिभाषित भाषा है, जो कि रोगियों को उनकी अलग दुनिया से बाहर आने में मदद कर सकता है।
संगीत के माध्यम से न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का इलाज होता है, जो वाहन चलाने की स्किल को बेहतर बनाने में मदद करता है। संगीत व्यक्ति के नकारात्मक अनुभवों, ऊब और अधीरता से रोगियों को विचलित करने से बचाता है। वैज्ञानिक रूप से संगीत तनाव को कम कर सकता है, मनोदशा में सुधार कर सकता है, और यह स्ट्रोक पीड़ितों और विकलांगों के लिए एक सहायता भी है। म्यूजिक थेरेपी अलग-अलग मरीजों के लिए अलग तरह से काम करती है।
म्यूजिक थैरेपी के फायदे (Health Benefits Of Music Therapy)
- संगीत दिव्यांगों को खुद को बेहतर तरीके से व्यक्त करने में मदद करता है और गाने, गीत, संगीत और लय का उपयोग कर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर बनाया जाता है। ऑटिज्म और सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित लोगों को म्यूजिक थैरेपी की मदद से उन्हें अपने अकेलेपन से वास्तविक जीवन में वापस लाया जाता है।
- स्ट्रोक पीड़ितों और न्यूरोलॉजिकल विकारों वाले लोगों के लिए, म्यूजिक थैरेपी अद्भुत काम करती है। क्योंकि आपकी मांसपेशियां धड़कनों के अनुसार चलती हैं, यह एक आरामदायक व्यायाम है।
- डॉक्टर और सर्जन भी म्यूजिक थेरेपी का इस्तेमाल करते हैं। म्यूजिक थैरेपी उनके रोगियों को दर्द से विचलित होने नहीं देती है।
- यह कहा जाता है कि संगीत सुनते समय अच्छे हार्मोन रिलीज होते हैं, जो अवसाद, तनाव और चिंता को ठीक करने में मदद करता है।
इसे भी पढ़ें: रचनात्मकता को प्रभावित करता है बैकग्राउंड म्यूजिक, जानें वैज्ञानिक कारण
संगीत के कई फायदे हैं। एक बच्चा जब संगीत सुनता है तो उसके स्रोत की तलाश करता है। इसका मतलब साफ है कि एक नहीं बल्कि दो संवेदी अंग काम कर रहे हैं। इसके अलावा, यह साबित हो गया है कि मस्तिष्क के दोनों हिस्से संगीत से प्रभावित होते हैं। संगीत दिलचस्प है और यह मस्तिष्क को अंतर समझने के लिए प्रशिक्षित करता है। बच्चों को सुलाने के लिए आज भी लोरी गाई जाती है। इससे यह स्पष्ट है कि हमारे शरीर संगीत से जुड़े होते हैं और इस पर शारीरिक प्रतिक्रिया देते हैं।
संगीत प्रकृति में चिकित्सीय है क्योंकि यह हमारी भावनाओं के साथ सीधे जुड़ा हुआ है। संगीत हमें आसानी से याद हो जाते हैं, जिससे किसी चीज को सीखना आसान होता है। इस प्रकार संगीत चिकित्सा रोगियों के लिए एक वरदान है, और विशेषज्ञ इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए करते हैं।