World Head Injury Awareness Day 2025: भारत में हर साल सैकड़ों लोगों की मौत का कारण हेड इंजरी है। सड़क पर गाड़ियां चलाने के दौरान या घर में काम करने के दौरान किसी भी व्यक्ति के सिर में चोट लगने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन, अक्सर लोग अपने सिर में लगने वाली गुम चोटों को नजरअंदाज कर देते हैं। सिर में लगने वाली किसी भी तरह की चोट को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि ये गंभीर समस्या का कारण बन सकती है। ऐसे में लोगों को सिर में लगने वाली चोटों को लेकर जागरुक करने के उद्देश्य से हर साल 20 मार्च को वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे के रूप में मनाया जाता है। आइए जानते हैं वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे का महत्व और इतिहास क्या है?
वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे का इतिहास - History of World Head Injury Awareness Day in Hindi
वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे की शुरुआत 1990 के दशक में हुई थी। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य सिर और दिमाग में लगने वाली चोटों (Traumatic Brain Injury) के जोखिम के बारे में लोगों को जानकारी देना है। सिर में चोट लगने के मुद्दे को पहले समाज में गंभीरता से नहीं उठाया जाता था, लेकिन जैसे-जैसे रोड एसिडेंट्स, खेलने के दौरान चोट लगने और घरों में होने वाले हदसे के कारण सिर में चोट लगने की समस्या बढ़ने लगी, वैसे-वैसे लोगों को सिर में चोट लगने की गंभीरता को लेकर जागरुक किया जाने लगा। ऐसे में हर साल 20 मार्च को इस दिन को मनाने का फैसला किया गया, ताकि सिर की चोटों के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं और मृत्यु दर को कम किया जा सके। वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे का आयोजन अलग-अलग स्वास्थ्य संगठनों, एनजीओ और सरकार द्वारा किया जाता है, जो सिर की चोटों के इलाज, बचाव और सुरक्षा से जुड़े उपायों के बारे में लोगों तक जानकारी फैलाते हैं।
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वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे का महत्व - Significance of World Head Injury Awareness Day in Hindi
- जागरूकता बढ़ाना: हर साल यह दिन हमें सिर की चोटों के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में जागरूक करता है। बहुत से लोग हल्की सिर की चोटों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह आगे चलकर बड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए, इस दिन का उद्देश्य सिर की चोटों के प्रति लोगों को सतर्क और जागरूक करना है।
- सुरक्षा के उपायों को बढ़ावा देना: हेलमेट पहनना, सुरक्षा गियर का उपयोग करना और सड़क पर सावधानी से चलना, सिर में चोट लगने से बचने का सबसे अच्छा उपाय है। इसलिए इस दिन लोगों को सड़क सुरक्षा, खेलों में सेफ्टी गियर का उपयोग करने और खुद की सुरक्षा को बढ़ावा दिया जाता है।
- सही इलाज का महत्व: किसी भी कारण सिर में लगने वाली चोटों को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर किसी के सिर में चोट लगी है, तो उसे तुरंत अपना इलाज करवाना चाहिए और सिर की जांच करवानी चाहिए, ताकि भविष्य में होने वाली समस्याओं या बीमारियों से बचाव संभव है। इस दिन का एक और प्रमुख उद्देश्य यह बताना है कि जल्दी इलाज से सिर में लगने वाली गंभीर चोटों से बचा जा सकता है।
सिर में चोटें लगने के कारण - Causes Of Head Injury in Hindi
सिर में चोट लगने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें-
- सड़क दुर्घटनाएं: बाइक चलाते समय हेलमेट नहीं पहनने, कार एसिडेंट्स या पैदल चलने के दौरान गिरने से सिर में चोट लग सकते हैं।
- खेलकूद: फुटबॉल, क्रिकेट, हॉकी जैसे खेलों के दौरान भी सिर में चोट लगने का जोखिम ज्यादा होता है। कई बार खिलाड़ी बिना सुरक्षा गियर पहने खेलते हैं, जिससे सिर में चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
- घरेलू हादसे: सीढ़ियों से फिसलने, गरने या किसी भारी चीज का सिर पर गिरने के कारण चोट लगने के राण भी सिर में चोट लगने का जोखिम बना रहता है।
निष्कर्ष
वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे सिर में लगने वाली चोटों के खतरों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसलिए, हमें यह समझना चाहिए कि सिर की चोटों को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए, फिर वह चोट सड़क हादसे में आई हो या फिर घर के अंदर, तुंरत इसका इलाज करवाना और जांच करवानी जरूरी है।
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