एरोमा थैरेपी से आ जाएगी आपके डैमेज बालों में जान, जानिये क्या है ये थैरेपी

बालों की कमजोरी को दूर करने और इसमें चमक लाने के लिए एरोमा थैरेपी बहुत कारगर है। इसके प्रयोग से आपके बाल सुंदर और घने बन सकते हैं।
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एरोमा थैरेपी से आ जाएगी आपके डैमेज बालों में जान, जानिये क्या है ये थैरेपी

गर्मियों में पसीने और धूल की वजह से बाल जल्दी डैमेज हो जाते हैं और रूखे लगने लगते हैं। अगर आप इस मौसम में बालों की ठीक से देखभाल नहीं करते हैं, तो जल्द ही कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं। बालों की कमजोरी को दूर करने और इसमें चमक लाने के लिए एरोमा थैरेपी बहुत कारगर है। इसके प्रयोग से आपके बाल सुंदर और घने बन सकते हैं। ये रूखे और बेजान बालों में भी जान डाल देती है और उन्हें बेहद खूबसूरत बना सकती है। आइये आपको बताते हैं क्या है ये थैरेपी।

क्या है एरोमा थैरेपी

एरोमा का अर्थ है सुगंध और थैरेपी का अर्थ है इलाज, यानि एरोमा थैरेपी में सुगंध के माध्‍यम से रोगों का उपचार किया जाता है। इसके प्रयोग से शरीर को किसी प्रकार की एलर्जी नहीं होती है, यानी यह शरीर को नुकसान पहुंचाये बिना बीमारियों से बचाता है। इसमें खुश्‍बू के द्वारा हमारे मस्तिष्क, स्नायुतंत्र, आदि को फायदा पहुंचाता है। इसमें खुशबू वाली वस्तुएं शामिल की जाती हैं, जैस - पेड़-पौधे, पत्तियां, जड़, तना, फल-फूल, कुछ सब्जियां, कुछ मसाले आदि। इसमें डिस्टीलेशन पद्धति द्वारा फल, फूलों का अर्क निकाला जाता है, इसी अर्क को 'एसेन्शियल ऑयल' कहते हैं और हर अर्क की अपनी अलग खुशबू और पहचान होती है। इन्हीं अर्क से दिए जाने वाले उपचार को एरोमाथेरेपी कहते हैं।

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बालों के लिए इस थैरेपी के लाभ

अरोमा थेरेपी में तेल बहुत महत्वपूर्ण होता है। आवश्यक तेलों के बिना ये थेरेपी अधूरी है। फल, फूल, पत्ते, छाल और विभिन्न पौधों की जड़ों से निकले अर्क से खास तरह के सुगंधित तेलों का निर्माण किया जाता है। हर तेल की अपनी अलग चिकित्सीय खासियत होती है। बालों के लिए खासतौर पर ईथर का तेल, जैतून का तेल, खाड़ी तेल, केडरवुड, चकोतरा, जोजोबा तेल, लैवेंडर, नीबू, मेहंदी, रोमन कैमोमाइल आदि तेल प्रयोग करते हैं। ये थेरेपी न सिर्फ बालों को झड़ने से रोकने में मदद करती है, बल्कि बालों की सुंदरता बढ़ाने के साथ-साथ उनमें नई जान भी डालती है। इन तेलों में एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल, अवसाद विरोधी बहुत से गुण होते हैं, जो हमारे बालों के साथ-साथ दिमाग को भी सुकून पहुंचाते हैं।

जरूरी है देखभाल

स्वस्थ बालों को रोजाना जरूरी न्यूट्रिशंस की आवश्यकता होती है। आयरन, ब्लो ड्रायर, कर्लर, धूप धूल, मिट्टी और कई तरह के केमिकल्स के प्रयोग से बाल बेजान और रूखे हो जाते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि बालों के लिए हमेशा सल्फेट मुक्त हेयर केयर प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें। किसी भी हेयर प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसमें इस्तेमाल की गई सामग्री को जरूर पढ़ें। बालों में रंग का इस्तेमाल करते वक्त ध्यान दें कि रंग अमोनिया मुक्त हो या फिर प्राकृतिक डाई जैसे मेहंदी आदि का इस्तेमाल करें। अरोमा थेरेपिस्ट का मानना है कि आवश्यक तेलों में बालों को झड़ने से रोकने के साथ-साथ उन्हें बढ़ने में मदद करने की भी खासियत होती है। किसी भी कारण से बाल झड़ने या बालों की अन्य समस्याओं को अरोमा थेरेपी के जरिए ठीक किया जा सकता है।

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तनाव से मिलती है राहत

फूलों की खुश्‍बू अपने से तनाव अपने आप दूर हो जाता है। तनाव से बचने के लिए यह बहुत ही अच्‍छा उपचार है। यदि आप अक्‍सर तनाव और अवसाद से ग्रस्‍त रहते हैं तो अरोमा थेरेपी आपके लिए बहुत ही लाभदायक उपचार हो सकता है। इस उपचार के दौरान आपको कुछ पल के लिए सुकून और शांति मिलेगी ही साथ ही सुगंधित फूलों के साथ तेल की मालिश से आपका तनाव पलभर में छूमंतर हो जायेगा। इसलिए तनाव से ग्रस्‍त होने पर इस प्रक्रिया को आजमायें।

त्वचा के लिए भी है फायदेमंद

एरोमाथेरेपी कई प्रकार की त्‍वचा की समस्‍याओं का उपचार कर चेहरे पर निखार लाता है। झाइयों और आंखों के नीचे काले घेरे होने पर एरोमाथेरेपी प्रयोग कीजिए। यह चेहरे से कील मुहांसों को भी दूर करता है। त्‍वचा पर होने वाली खुजी और घमौरियों से भी एरोमाथेरेपी बचाता है।

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