Woman Battling Blood Cancer Gives Birth To Twins: मध्य प्रदेश के इंदौर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने न केवल डॉक्टरों के सम्मान को बढ़ाया है, बल्कि यह भी सिखाया है कि जीवन में संघर्ष करते हुए भी बड़ी उपलब्धि पाई जा सकती है। इंदौर शहर की एक 22 वर्षीय नवविवाहित महिला ने ब्लड कैंसर से पीड़ित होते हुए जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। महिला ने शहर के एमटीएच अस्पताल (MTH Hospital) में बच्चों को जन्म दिया है। खास बात यह है कि महिला को ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ी। उसने नॉर्मल डिलीवरी से बच्चों को जन्म दिया। जीवन की चुनौतियों के बीच संर्घष कर बच्चों को जन्म देने वाली यह महिला लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी है।
क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया ब्लड कैंसर से पीड़ित है महिला
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों बच्चे स्वस्थ हैं। महिला का इलाज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा किया गया। इलाज करने वाले डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया कि 22 वर्षीय महिला को क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया ब्लड कैंसर (Chronic Myeloid Leukemia Blood Cancer) है। इलाज और चेकअप के लिए जब वह अस्पताल आई थी तो उसे 25 हफ्ते का गर्भ था। जानकारी के मुताबिक महिला को इलाज के दौरान जो दवाएं दी जा रही थीं, वह बड़े विशेषज्ञों की सलाह पर दी जा रही थीं, ताकि गर्भ में पल रहे बच्चों की सेहत पर किसी तरह का प्रभाव न पड़े।
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डॉक्टरों के लिए भी रही बड़ी चुनौती
रेयर ब्लड कैंसर (Rare Blood Cancer) से जूझ रही महिला के गर्भ से बच्चों को सुरक्षित जन्म देना डॉक्टरों के लिए भी एक बड़ी चुनौती रही। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों को मां की बीमारी के प्रभाव को बचाने के लिए उसे माइल्ड दवाएं दी जाती थीं साथ ही रोजाना उसकी मॉनिटरिंग की जाती थी। इसके साथ ही उसे न तो रेडिएशन दिया जाता था और न ही किसी तरह की गर्म दवाएं।
क्या मां से बच्चों में भी हो सकता है ब्लड कैंसर
क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया एक प्रकार का दुर्लभ ब्लड कैंसर है, जो आमतौर पर जानलेवा होता है। यह कैंसर होने पर बोन मैरो में माइलॉयड सेल्स जमा होने लगते हैं। ल्यूकेमिया और लिम्फोमा सोसाइटी के मुताबिक क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया (CML) मां से गर्भ में पल रहे बच्चे में ये बीमारी नहीं फैलती है। हालांकि, यह एक रेयर ब्लड कैंसर डिसऑर्डर है, जो कम लोगों को होता है। लेकिन ऐसी स्थिति में सुरक्षित डिलीवरी होने के दुनिया में कम ही मामले हैं।