वजन बढ़ना सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बनता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल के साथ ही हार्ट से जूड़ी कई समस्याएं भी बढ़ती हैं। मोटापा बढ़ने से कई बार रोजाना किए जाने वाले कामों में भी बाधा आने लगती है। हाल ही में इंडियन ओरिजिन रिसर्चर द्वारा की गई रिसर्च में वैज्ञानिकों ने अधिक वजन वाली महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान ज्यादा समस्या होने के कारणों पर बात की। आइये जानते हैं इसके बारे में।
क्या कहती है स्टडी?
- शोधकर्ताओं के मुताबिक मेनोपॉज महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें उन्हें हॉट फ्लैशेज, मूड बदलना, आत्मविश्वास की कमी या फिर नींद नहीं आने की समस्या होती है।
- वहीं, अधिक वजन वाली महिलाओं में यह लक्षण थोड़े अलग हो सकते हैं, जिसमें उन्हें सामान्य महिलाओं के मुकाबले थोड़ी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- 119 महिलाओं पर इस स्टडी को किया गया, जिसमें यह साबित होता है कि अधिक वजन या फिर बीएमआई से ज्यादा वजन होने से महिलाओं में ज्यादा हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग होना या कई बार कामेच्छा भी कम हो सकती है।
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मेनोपॉज के लक्षण
- मेनोपॉज के दौरान शरीर में बहुत से बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
- ऐसे में वजन बढ़ने के साथ-साथ कई बार बालों या स्किन के रंग में भी बदलाव आ सकता है।
- मेनोपॉज के दौरान किसी भी काम में फोकस करना या कुछ सीखने में बाधा आ सकती है।
- ऐसे में नींद नहीं आना या फिर रात में पसीने आने जैसी समस्या भी हो सकती है।
- मेनोपॉज में कई बार सामान्य से अधिक बार पेशाब भी आता है।

मेनोपॉज के दौरान ऐसे रखें ध्यान
- मेनोपॉज के दौरान आमतौर पर शरीर में सुस्ती रहती है, इससे बचने के लिए लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज या फिर वॉक करें।
- ऐसे में हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें साथ ही धूम्रपान करने या फिर शराब पीने से भी बचें।
- ऐसे में खुद को अकेला नहीं छोड़ें और लोगों के संपर्क में रहें।
- इसके लिए वजन को नियंत्रित रखें साथ ही चीनी के सेवन से परहेज करें।