फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर समस्या है, जिससे लाखों लोग पीड़ित हैं। इस समस्या के चलते हर साल सैकड़ों लोगों की जान तक जाती है। आमतौर पर पुरुषों में ये कैंसर अधिक होता है, लेकिन महिलाओं में भी यह समस्या काफी देखी जाती है। हाल ही में Xiangya हॉस्पिटल, घंसा,चाइना के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी की है, जिसमें महिलाओं में फेफड़े के कैंसर को बढ़ाए जाने वाले कुछ जोखिम कारकों को हाइलाइट किया गया है।
क्या कहती है स्टडी?
शोधकर्ताओं द्वारा महिलाओं में होने वाले फेफड़ों के कैंसर के जोखिम कारकों का पता लगाने के लिए की स्टडी में यूनाइटेड किंगडम के 273,190 लोगों को शामिल किया। स्टडी में साबित होता है कि महिलाओं में इस कैंसर के पीछे उम्र बढ़ना, स्मोकिंग करना, वजन बढ़ना या फिर कुछ मामलों में अनुवांशिक कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इसके अलावा भी गलत खान-पान और अनियमित जीवनशैली को भी इसके पीछे का मुख्य कारण माना जाता है। इंटरनेशनल एसोसिएशन में प्रकाशित इस स्टडी के मुताबिक कई मामलों में महिलाओं में जल्दी मेनोपॉज और कम उम्र में मां बनने जैसे भी जोखिम कारक शामिल होते हैं।
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फेफड़े के कैंसर के लक्षण
- फेफड़ों का कैंसर होने पर आपको ये सभी लक्षण नजर आ सकते हैं।
- ऐसे में सीने में घड़घड़ाहट और छाती में दर्द जैसी समस्या हो सकती है।
- फेफड़ों का कैंसर होने पर आपको भूख में कमी के साथ ही बिना किसी कारण वजन घटने जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
- ऐसी स्थिति में खांसते समय खून आना या फिर सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं।
- ऐसे में शरीर के कुछ हिस्से जैसे गर्दन, छाती या फिर कंधे आदि में भी दर्द हो सकता है।
- यह कैंसर होने पर शरीर में हर समय थकान बनी रहती है साथ ही गला बैठने जैसी समस्या भी हो सकती है।

फेफड़ों के कैंसर से बचाव कैसे करें?
- इस विषय पर अधिक जानकारी पाने के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बातचीत की। उन्होंने बताया कि इस कैंसर से बचने के लिए आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रहना चाहिए।
- ऐसे में धूम्रपान पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए साथ ही प्रदूषण से भी बचाव करना चाहिए।
- ऐसे में नियमित तौर पर लंग कैंसर की जांच कराते रहें।
- अगर आपको कोई अन्य बीमारी जैसी थायराइड, ब्लड प्रेशर आदि है तो सबसे पहले इसे नियंत्रित रखें।