हल्दी का प्रयोग लगभग हर घर में किया जाता है और इसमें बहुत से गुण भी होते हैं, जो शरीर के लिए काफी लाभदायक होते हैं। लेकिन गुणकारी हल्दी हर किसी को फायदा ही पहुंचाए, ये जरूरी नहीं। किडनी के मरीजों को हल्दी का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। किडनी के मरीजों को भी खानपान का बहुत ध्यान रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो किडनी और लिवर की समस्या होने पर इन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस प्रकार हल्दी किडनी के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकती है। किडनी के मरीज रोजाना की बनने वाली डिश में भी हल्दी का प्रयोग न ही करें। आइए जानते हैं किडनी के मरीजों को क्यों करना चाहिए हल्दी से परहेज।
क्या हल्दी हानिकारक है?
हल्दी में कर्क्युमिन नामक तत्व होता है, जो इसे सुपर फूड बनाता है। इस तत्व के कारण ही हल्दी में हील करने वाले और इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले गुण होते हैं। हालांकि अगर इस मसाले का प्रयोग बहुत ज्यादा मात्रा में कर लिया जाए, तो इसके नुकसान भी बहुत अधिकत देखने को मिल सकते हैं। वैसे तो हल्दी सब लोगों के लिए सीमित मात्रा में सेवन करने पर लाभदायक ही होती है। लेकिन अगर आप किसी शारीरिक स्थिति का सामना कर रहे हैं, तो इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर बात कर लेनी चाहिए।
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हल्दी किडनियों को कैसे प्रभावित करती है?
फोर्टिस हॉस्पिटल के लिवर ट्रांसप्लांट और जी आई सर्जरी विभाग के डॉ. विवेक विज के अनुसार हल्दी किडनी रोगियों को प्रभावित करती है क्योंकि इसमें ऑक्सलेट की ज्यादा मात्रा पाई जाती है। इससे पथरी होने का रिस्क बढ़ सकता है और यह किडनी के फंक्शन को भी प्रभावित कर सकता है। हल्दी की प्रकृति गर्म मानी जाती है इस कारण भी यह डायरिया, अपच जैसी स्थितियों का कारण बन सकती है। इसके अलावा अगर किडनी के मरीज हल्दी का ज्यादा मात्रा में सेवन कर लेते हैं, तो इससे ब्लड थिनिंग हो सकती है और ब्लड क्लॉट आने में भी कमी देखने को मिल सकती है।
क्या हल्दी के कारण लिवर की सेहत भी प्रभावित हो सकती है?
हल्दी में मौजूद कर्क्युमिन इंफ्लेमेशन को कम करने में और फाइब्रॉयड के बढ़ने की गति को धीमा करने में मदद करता है। इसके अलावा हल्दी में एंटी-कैंसर गुण भी मौजूद होते हैं, जो कैंसर से हमारी रक्षा करने में मदद करते हैं। यह गुण लिवर के लिए काफी लाभदायक होते हैं लेकिन केवल तब तक, जब इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए। अगर हल्दी का सेवन जरूरत से ज्यादा कर लिया जाए, तो ट्रांसिएंट सीरम का रेट लो हो जाता है। यह स्टडीज में भी साबित किया जा चुका है।
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एक दिन में कितनी हल्दी का सेवन करना चाहिए?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक आप रोजाना 2 ग्राम से ज्यादा हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर शरीर की जरूरतों के हिसाब से बात करें तो रोजाना 500 mg (आधा ग्राम) हल्दी का सेवन सुरक्षित है। हल्दी का सेवन हर डिश में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में अगर किया जाए, तो यह ज्यादा नुकसान दायक नहीं होती है।
हल्दी का सेवन करना शरीर के लिए लाभदायक होता है लेकिन यह हानिकारक न बन जाए, इसके लिए मात्रा का ख्याल रखना काफी जरूरी होता है। किडनी के मरीजों को भी एक बार अपने डॉक्टर से बात जरूर कर लेनी चाहिए कि क्या उन्हें हल्दी का सेवन बिलकुल ही बंद कर देना चाहिए या फिर थोड़ी सी मात्रा में उसका सेवन कर सकते हैं।