
Coronavirus Pandemic: मलेरिया के रोगियों को दी जाने वाली हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा का इस्तेमाल कोरोना वायरस संक्रमितों के लिए भी किया जा रहा है।
कोरोना वायरस ये हलाकान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (US President Donald Trump) ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) दवा को लेकर भारत (India) को धमकी दी है। एएनआई रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेसिडेंट ट्रम्प ने कहा है कि, अगर भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को नहीं हटाया तो वह जवाबी कार्रवाई (Retaliate) कर सकते हैं। हालांकि, इससे पहले ट्रंप ने भारत से इस दवा की मदद मांगी थी। लेकिन अब के उनके इस बयान के बाद भारत और अमेरिका में लोग सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। आपको बता दें कि, कोरोना वायरस से अमेरिका में अब तक कुल 8 हजार से अधिक मौतें हो चुकी हैं, जबकि संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा 3 लाख पार हो चुका है।
United States records 1,150 #Coronavirus deaths in 24 hours: AFP news agency quoting Johns Hopkins tracker
— ANI (@ANI) April 7, 2020
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा को लेकर ट्रम्प ने क्या कहा?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, "इंडिया ने अमेरिका के साथ अच्छा व्यवहार किया है और मैं समझता हूं कि इस बात के कोई कारण नहीं हैं कि भारत अमेरिकी दवा के ऑर्डर पर से प्रतिबंध नहीं हटाएगा। मैंने यह नहीं कहीं सुना कि यह उनका (पीएम नरेंद्र मोदी) का फैसला था। मैं जानता हूं कि उन्होंने इस दवा को अन्य देशों के निर्यात के लिए रोक लगाई है। मैंने उनसे कल बात की थी। हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही। भारत ने अमेरिका के साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया है।"
I spoke to him (PM Modi), Sunday morning & I said we appreciate it that you are allowing our supply (of Hydroxychloroquine) to come out, if he doesn't allow it to come out, that would be okay, but of course, there may be retaliation, why wouldn't there be?: US Pres Donald Trump pic.twitter.com/kntAqATp4J
— ANI (@ANI) April 6, 2020
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, "मैने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से रविवार को बात की थी और कहा था कि अगर आप हमारी दवा (पीएम मोदी) की आपूर्ति करने की इजाजत देते हैं तो मैं इस कदम की सराहना करूंगा लेकिन अगर नहीं भी करते हैं तो भी सब ठीक ही रहेगा। लेकिन फिर भी इसका जवाबी कदम उठाया जा सकता है। ऐसा क्यों न हो?
ट्रम्प को इस बयान को भारत में लोग धमकी के तौर पर देख रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान के बाद, हाल ही में भारत आए ट्रम्प का जोरदार स्वागत करने वाले प्रधानमंत्री मोदी को विपक्ष कटघरे में खड़े करने की कोशिश कर रहा है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
‘मित्रों’ में प्रतिशोध की भावना? भारत को सभी देशों की सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए लेकिन सबसे पहले जान बचाने की सभी दवाइयाँ और उपकरण अपने देश के कोने-कोने तक पहुँचना अनिवार्य है। pic.twitter.com/RMk8lHHsO1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 7, 2020
ट्रम्प भारत से क्यों मांग रहे हैं हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा?
दरअसल, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल भारत में मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों के इलाज में प्रयोग किया जाता है। लेकिन, कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पॉजिटिव मरीजों को भी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा दी जा रही है, जिसके अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। यही वजह है कि अमेरिका समेत कई देशों की नजर इस दवा पर है और वे चाहते हैं कि भारत इस दवा से लगा प्रतिबंध हटा ले। यही कारण है कि अमेरिकी राष्ट्रपति भी ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं।
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भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर क्यों लगाया था प्रतिबंध?
दरअसल, भारत में डेंगू और मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों से हर साल हजारों की संख्या लोग मर जाते हैं। मलेरिया से लोगों की जान बचाने के लिए भारत में इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है। यहां की दवा निर्माता कंपनियां काफी मात्रा में इस दवा का निर्माण करती हैं। लेकिन, जब इस दवा का इस्तेमाल कोरोना के मरीजों पर किया जाने लगा तो भारत ने 25 मार्च को दवा के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। ताकि, भारत में दवा की कमी न हो।
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हालांकि, खबरों के मुताबिक, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पैरासिटामॉल जैसी जरूरी दवाओं के निर्यात नियमों में भारत सरकार द्वारा ढील देने का फैसला लिया गया है। भारत ने ये कदम कोरोना वायरस महामारी से लड़ने को लेकर अपनी वैश्विक प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए लिया है। इसके अलावा अन्य कई दवाओं से निर्यात के नियमों से आंशिक तौर पर ढील देने का फैसला किया गया है।
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