पार्टियों में या फिर घर में अक्सर आप सभी लोगों ने यह महसूस किया होगा कि परिवार में से ही किसी को एक बार लगातार डकार शुरू हो जाए तो खत्म ही नहीं होती है। इसको लेकर तो लोग अजीबो-गरीब नुस्खे भी शेयर करने लगते हैं। लेकिन सही क्या है, इसे कैसे ठीक किया जाए। यह जानने के लिए जमशेदपुर के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. के मिश्रा से बात कर सही तरीका जानेंगे। ताकि समस्या से निजात पाया जा सके। क्योंकि जिसे डकार वो चाहता है कि जल्द से जल्द ये ठीक हो, ताकि समाज में उसे शर्मिंदगी उठानी न पड़े। डकार और उससे जुड़े तथ्यों को जानने के लिए पढ़ें ये आर्टिकल।
बार-बार डकार आने का कारण
डॉक्टर बताते हैं कि डकार एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन अगर यह बार बार आए तो आपको सतर्क होना चाहिए। नियमित तौर पर डकारें आती हैं, खाली पेट डकार आती हैं तो उसके पीछे साइंटिफिक कारण हैं।
बेवरेजेस का सेवन करने के कारण
डॉक्टर बताते हैं कि कई बार डकार आने का कारण बेवरेजेस का सेवन करना है। कई लोग सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा बेवरेजेस का सेवन करते हैं उसमें, सोडा, हॉट ड्रिंक, बियर आदि पीने से हमारे पेट में अधिक एयर चला जाता है। इन पदार्थों में काफी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड पाया जाता है। इस वजह से पेट फूल जाता है। यही डकार के रूप में निकलती है।
अल्सर की वजह से डकार
डॉक्टर बताते हैं कि अल्सर में गैस्ट्रिक अल्सर और ड्यूओडेनल, ये हेलिकोबेक्टर इंफेक्शन के कारण हो सकता है। या फिर दर्द निवारक दवा का सेवन करने की वजह से हो सकता है। साइंटिफिकली यदि किसी को अल्सर की बीमारी है तो उसे डकारें आएंगी। वहीं खाना खाने के बाद पेट में भारीपन का एहसास होगा। खासतौर पर फैटी फूड का सेवन करने के बाद। यदि इन वजहों से आपको डकारें आ रही हैं तो डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए और बीमारी का उपचार करवाना चाहिए।
खाने के पैटर्न पर भी निर्भर करता है डकार की समस्या
डॉक्टर बताते हैं कि यदि आपके खाने का पैटर्न सही नहीं है तो उस वजह से भी आपको लगातार डकार की समस्या आ सकती है। इसके कारणों की बात करें तो आप एक बार में ज्यादा खाना खाते हैं, आप जल्दी -जल्दी खाना खाते हैं तो ऐसे में आ खाना के साथ हवा भी पेट में चला जाता है। जो आगे चलकर डकार का कारण बनती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए जिन लोगों में खाने के पैटर्न को लेकर बुरी आदत है उन्हें अपनी आदतों में बदलाव लाने की आवश्यकता होती है। इसके लिए वो जल्दी-जल्दी भोजन न करें, खाने को हमेशा चबाकर ही खाएं। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन करें।
लेक्टोस इंटॉलरेंस की समस्या के कारण
डॉक्टर बताते हैं कई लोग हैं जिन्हें लेक्टोस इंटॉलरेंस की समस्या होती है। वो दूध का सेवन नहीं कर पाते, यदि करते भी हैं तो वो पचता नहीं है। लेक्टोस शुगर डाइजेस्ट न होने की वजह से डकारें आती हैं, रुक-रुक कर पेट में मरोड़े आती हैं। यदि आपको भी यही समस्या है तो आपको डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए और इलाज करवाना चाहिए।
एसिड रिफलक्स की वजह से डकार का आना
डॉक्टर बताते हैं कि यदि आपको एसिड रिफलक्स की समस्या है तो बार-बार डकार आने की दिक्कत हो सकती है। अगर खाने की नली से लेकर खाने की थैली के बीच का वाल्स लूज हो जाए तो यह समस्या आती है। ऐसे में एसिड खाने की थैली से खाने की नली में आएगा, इस वजह से सीने में जलन, खट्टी-खट्टी डकारें आएंगी, मुंह में पानी आएगा... और आगे चलकर आपको डकारें आएंगी। जो लोग मोटापे का शिकार होते हैं उनमें यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है इसके अलावा गर्भवती महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। डकार के साथ सीने में जलन की समस्या हो तो आपको डॉक्टरी सलाह लेकर इलाज करवाना चाहिए।
फ्रूट्स में हाई फ्रूकटोस का सेवन करते हैं तो उसकी वजह से
डॉक्टर बताते हैं कि कई सारे फलों में फ्रू्कटोस नामक शुगर पाई जाती है। इसको छोड़ यदि आप बाजार में मिलने वाले हाई फ्रूकटोस सिरप का सेवन करते हैं तो इस कारण भी आपको डकार की समस्या आ सकती है। फ्रूट में पाए जाने वाले फ्रूकटोस से किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है।
लगातार जुकाम के कारण
डॉक्टर बताते हैं कि वैसे लोग जिन्हें लगातार जुकाम की समस्या रहती है। उनके नाक में म्यूकस बनेगा, ये गले के पीछे से ड्रिप करता है। जब ये ड्रिप करेगा तो आप इसके साथ एयर को भी निगलते हैं। इसी हवा को लेने के कारण डकार की समस्या आती है। यदि आपको लगातार जुकाम की समस्या है तो डॉक्टरी सलाह लें, नहीं तो आगे चलकर ये समस्या हो सकती है।
किसी भी प्रकार का तनाव हो सकती है इसकी वजह
लगातार डकार आने की एक वजह तनाव भी है। डॉक्टर बताते हैं कि कई लोग तनाव के कारण न चाहते हुए भी सांस से हवा ले लेते हैं। लोगों का ध्यान खींचने के लिए या फिर आदतन लोग ऐसा करते हैं। यदि वो हवा मुंह से खींचेगे तो उन्हें डकारें आएंगी।
आंत में अनहेल्दी बैक्टीरिया के कारण
डॉक्टर बताते हैं कि यदि आंतों में अनहेल्दी बैक्टीरिया ज्यादा हैं तो इससे गैस की समस्या बनेगी। सबसे पहले पेट फूलेगा। इससे डकारें ज्यादा आएंगी। संभव है कि मुंह और सांस से बदबू आए। आगे चलकर आपको गैस की समस्या होगी। यदि आपके साथ भी ऐसा है तो आपको डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
कई इंफेक्शन के कारण भी आती हैं डकारें
डॉक्टर बताते हैं कि कई इंफेक्शन के कारण भी डकार की समस्या आ सकती है। इसमें सबसे सामान्य है हेलिकोबैक्टर इंफेक्शन। ये खाने की थैली में पाया जाता है, यह एसिड युक्त वातावरण में ही जीवित रहता है। ये आपके थैली में इरोजन, गैस्ट्राइटिस व अल्सर के साथ डकार की समस्या उत्पन्न कर सकता है।
मसालेदार और हाई एसिडिक खाना खाने के कारण
डॉक्टर बताते हैं कि वैसे लोग जो लोग खाने में ज्यादा मसालेयुक्त सब्जियों का सेवन करते हैं या फिर हाई एसिडिक फूड जैसे प्याज, टमाटर बेस्ड फूड, सिट्रस फ्रूड्स का सेवन करते हैं तो समस्या हो सकती है। इन खाद्य पदार्थ में एसिडिक तत्व ज्यादा पाए जाते हैं। मिर्च, मूली, काली मिर्च आदि का सेवन ज्यादा करते हैं तो ये पेट में मौजूद एसिड के तत्वों को मुंह की ओर ढकेलते हैं। इससे डकार आती है।
इसे भी पढ़ें : इन 6 कारणों से आती हैं खट्टी डकारें, जानें इसके 8 लक्षण और बचाव
अस्थमा के मरीजों को भी होती है ये समस्या
डॉक्टर बताते हैं कि अस्थमा की बीमारी से पीड़ित लोगों में सांस की धमनियों का मुवमेंट ज्यादा होता है, ऐसे में सांस की नली के साथ खाने की नली में हवा प्रवेश करती है। इस वजह से उन लोगों में डकार की समस्या आती है। अस्थमा के शुरुआती लक्षणओं में कभी-कभी डकार का आना भी शामिल है।
लगातार मुंह में च्वींगगम रखने से
डॉक्टर बताते हैं कि बहुत से लोगों को अपने मुंह में च्वींगम रखने की आदत होती है। आप लगातार कैंडी खाते रहते हैं या फिर च्वींगम चबाते रहते हैं तो ऐसे में संभव है कि आप उसके साथ साथ हवा भी मुंह में ले लें। ऐसे में वो जितनी हवा को मुंह से लेंगे वो डकार में वापिस आएगी। अगर आप शुगर फ्री च्वींग्म्स का सेवन करते हैं तो उतनी है डकारें आएंगी।
इसे भी पढ़ें : इन 5 कारणों से अक्सर लोगों को आती है खट्टी डकार, जानें आपके साथ क्यों हो रहा ऐसा
यदि नियमित तौर पर डकारें आएं तो आपको इन बातों पर देना होगा ध्यान
- खाने की नली और खाने की थैली का हिस्सा हो सकती है
- >पैनक्रियाज, लिवर व गॉल ब्लैडर में समस्या होने के कारण
- ये डाइट का हिस्सा हो सकती हैं
- ये लाइफस्टाइल का हिस्सा हो सकती है
डकार यदि सामान्य है तो कोई दिक्कत नहीं ज्यादा हैं तो डॉक्टरी सलाह लें
इस आर्टिकल में हमने यह जाना कि डकारें क्यों होती है। ऐसे में यदि किसी को सामान्य तौर डकारें आए तो यह सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन यदि किसी को बार-बार डकार आए, खाली पेट भी डकार आए तो यह किसी बीमारी या फिर समस्या की ओर इशारा हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए और इलाज करवाना चाहिए।
Read More Articles On Miscellaneous
Read Next
ये 5 लक्षण बताते हैं आप ठीक से नहीं पचा पा रहे हैं फैट (वसा), डॉक्टर से जानें क्या है फैट इनडाइजेशन
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version