मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स क्लिक मर्मर सिंड्रोम और बार्लोज सिंड्रोम नाम से भी जाना जाता है, दिल से जुड़ी यह एक सामान्य समस्या है। मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को अधिक होती है। यह वाल्व दिल के बायें हिस्से में पाया जाता है।
मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स के अधिकांश रोगियों में कोई लक्षण नहीं होते। कभी-कभी कार्डियक एरीथीमिया या छाती में दर्द के रोगी का इलाज बीटा ब्लॉकर्स (ये दवाएं हृदय की गति को कम करके इसके मांसपेशियों के संकुचन का बल घटाकर दिल पर काम का बोझ घटाती हैं) या हृदयगति की अनियमितता ठीक करनेवाली दवाओं के द्वारा इसका उपचार किया जाता है। बहुत कम मामलों में ही प्रोलैप्स गंभीर मिट्रल रिगजिटेशन का रूप लेता है और ऐसे में वॉल्व को सर्जरी के द्वारा ठीक किया या बदला जा सकता है।
मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स के लक्षण
इस समस्या से ग्रस्त लोगों में अक्सर देखा गया है कि इसके कारण उन्हें कोई समस्या नहीं होती और इसके लक्षण भी नहीं दिखाई देते हैं। लेकिन अगर सामान्य लक्षणों की बात की जाये तो इसके कारण तनाव, थकान, सीने में दर्द, सिर में दर्द, आदि समस्या होती है। इस समस्या से ग्रस्त एकात मामलों में दिल के दौरे की संभावना भी हो सकती है।
मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स का निदान
अगर दिल की धड़कन असामान्य हो जाये तो इसे मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स की समस्या से भी जोड़ा जा सकता है। इसके निदान के लिए सबसे पहले चिकित्सक स्टेस्थोस्कोप की मदद से दिल की सामान्य धड़कन को काउंट करेगा। अगर इससे बात नहीं बनेगी तो ईकोकार्डियोग्राफी (इसमें अल्ट्रासाउंड इमेज तकनीक का सहारा लिया जाता है) की जाती है। यह यह वाल्व क्षतिग्रस्त हुई है तो इस तकनीक से उसका निदान हो जाता है।
कब मिलें चिकित्सक से
मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स के लक्षण दिखाई नहीं पड़ते इसलिए इसके बारे में आप चिकित्सक से सलाह भी नहीं ले सकते हैं, क्योंकि इस बीमारी की आशंका भी आपके मन में नहीं होती। लेकिन अगर आपको कुछ समस्या हो तो चिकित्सक से जरूर संपर्क कीजिए। हांफ जाना या सांस लेने में परेशानी होना, सोचने-समझने की क्षमता स्थायी रूप से कम होना, तीव्र या अनियमित हृदयगति के दौरे, सीने में दर्द की शिकायत होने पर चिक्त्सिक से संपर्क कर सकते हैं।
मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स का उपचार
अगर इस समस्या को नजरअंदाज किया जाये तो इसके कारण दिल का दौरा, दिल का आकार बढ़ना, दिल की धड़कनों का असामान्य होने जैसी समस्या हो सकती है। दवाओं से इस समस्या का उपचार किया जा सकता है। इसके अलावा सर्जरी के जरिये भी मिट्रल वॉल्व को बदला जाता है।
स्वस्थ दिनचर्या अपनाक मिट्रल वॉल्व प्रोलैप्स की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। नियमित व्यायाम करने और हेल्दी आहार खाकर दिल को स्वस्थ रखा जा सकता है।
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