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Khushkhabri With IVF: आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद बॉडी की रिकवरी में कितना समय लगता है? जानें एक्सपर्ट से

What Is Postpartum Recovery Period After IVF In Hindi: आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद महिला को कम से कम 40 दिनों तक रेस्ट करना चाहिए। अगर इससे पहले सहज महसूस करे, तो डॉक्टर से पूछकर हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी कर सकती हैं।
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Khushkhabri With IVF: आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद बॉडी की रिकवरी में कितना समय लगता है? जानें एक्सपर्ट से

Khushkhabri With IVF In Hindi: आईवीएफ की बात करते ही हमारे दिमाग में जो छवि बनती है, वह है कि एक महिला को कई तरह के हार्मोनल इंजेक्शन लगते हैं। इससे उनकी फिजिकल-मेंटल हेल्थ इफेक्ट होती है। कई तरह की परेशानियां झेलने के बाद कहीं जाकर एक महिला गर्भावस्था का सुख भोग पाती है। लेकिन, हममें से कम ही लोग इस बात पर चर्चा करते हैं कि आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद महिला को रिकवरी में कितना समय लगता है? क्या यह सफर नेचुरल तरीके से कंसीव करने वाली महिलाओं के जैसा ही होता है? या आईवीएफ के बाद महिलाओं को स्पेशल तरीके के ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। इस लेख में हम हर चरण को विस्तार से समझेंगे। साथ ही, एंब्रियो ट्रांसफर से लेकर शिशु के जन्म के बाद महिला को कब-कब रेस्ट करना चाहिए, यह भी जानेंगे।

ऑनलीमायहेल्थ Khushkhabri with IVF नाम से एक स्पेशल सीरीज चला रहा है। लोगों के मन में IVF को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं। जो लोग इस प्रक्रिया की मदद से पैरेंट्स बनना चाहते हैं, उन्हें इन सवालों की जवाब जानने के लिए हमारी यह सीरीज मदद कर सकती है। आज इस सीरीज में हम आपको बता रहे हैं कि क्या IVF ट्रीटमेंट के बाद रिकवरी में कितना समय लगता है? इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की। अगर आप भी IVF के जरिये प्रेग्नेंसी प्लान करने की सोच रहे हैं, तो इससे आपको मदद जरूर मिलेगी।

आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद कितना लंबा होता है रिकवरी पीरियड?- What Is Postpartum Recovery Period After IVF In Hindi

postpartum recovery period  01

आईवीएफ प्रक्रिया काफी जटिल होती है। इसमें अलग-अलग चरण शामिल होते हैं। महिला को कई तरह के इंजेक्शन लगाए जाते हैं। इसके अलावा, पूरी प्रेग्नेंसी उनके और गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाती है, ताकि उन दोनों कोई नुकसान न हो। वहीं, डिलीवरी के बाद महिला को पर्याप्त रेस्ट की जरूरत होती है। डॉक्टर की मानें, तो आईवीएफ प्रक्रिया के बाद महिला को कम से कम 2 सप्ताह तक बेड रेस्ट करना चाहिए। इस समयावधि के बाद भी उन्हें घर के कामकाज नहीं करने चाहिए। कम से कम 40 दिनों तक उन्हें अच्छी तरह आराम करना चाहिए। हां, जब वह सहज समझें घर के अंदर ही हल्की-फुल्की वॉक कर सकती हैं। लेकिन, डिलीवरी के बाद किसी भी तरह का भारी सामान न उठाएं और न ही कोई इंटेंस एक्टिविटी करें। इससे उनके हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यहां तक कि पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध स्थापित करने से पहले डॉक्टर की राय लेना न भूलें।

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आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान भी जरूरी है रेस्ट करना

postpartum recovery period (2)

आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान महिला को कई तरह के प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है। खासकर, एंब्रियो ट्रांसफर और डिलीवरी के बाद उन्हें अपने शरीर पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्यों, जानते हैं-

एंब्रियो ट्रांसफर के बाद

  1. एंब्रियो ट्रांसफर महिलाओं को ब्लोटिंग और क्रैंपिंग जैसी समस्या होने लगती है। कुछ दिनों तक ये सभी समस्याएं बनी रहती हैं। ऐसे में महिला को कंप्लीट बेड रेस्ट करना चाहिए। इन दिनों आईवीएफ ट्रीटमेंट से गुजर रही महिलाओं को कई तरह के इंजेक्शन और मेडिसिन दिए जाते हैं। इससे उन्हें लगातार असहजता महसूस होती रहती है। इस तरह की स्थिति में पर्याप्त आराम करना जरूरी होता है।
  2. एंब्रियो ट्रांसफर के बाद महिलाओं को हल्की-फुल्की वॉक करनी चाहिए। इससे बॉडी में हो रहे बदलाव को सहज स्वीकार करने में मदद मिलती है। हालांकि, अगर आपको डॉक्टर ऐसा न करने को कहें, तो आप न करें। यह सही नहीं होगा। अगर डॉक्टर ने आपको बेड रेस्ट की सलाह दी है, तो वही करें।
  3. आईवीएफ साइकिल के दौरान हार्मोनल बदलाव काफी ज्यादा होते हैं। वहीं, अगर एंब्रियो ट्रांसफर के बाद महिला पर्याप्त रेस्ट करती है, तो हार्मोनल बदलाव को पर्याप्त सपोर्ट मिलता है। इससे भ्रूण का विकास भी स्वाभाविक तरीके से होता है। हालांकि, ध्यान रखें कि इस दौरान महिला को काफी ज्यादा मूड स्विंग का भी सामना करना पड़ सकात है।
  4. एंब्रियो ट्रांसफर के बाद करीब 14 दिनों तक महिला को सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह बहुत नाजुक समय होता है। रेस्ट करने के साथ-साथ शरीर में हो रहे बदलावों पर गौर करना चाहिए। कुछ महिलाओं को इस दौरान स्पॉटिंग या हल्की ब्लीडिंग होती है। इस तरह के बातों पर गौर करें और डॉक्टर को जरूर बताएं।

आईवीएफ प्रक्रिया के बाद

postpartum recovery period

  1. आईवीएफ प्रक्रिया के बाद महिलाओं को न्यूनतमम रिकवरी के लिए कम से कम दो सप्ताह का समय लगता है। इस दौरान उन्हें अच्छी नींद लेनी चाहिए। इससे बॉडी को रिकवरी में मदद मिलती है। वैसे भी आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान महिला को काफी कुछ झेलना पड़ता है। ऐसा मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से होता है। इसलिए, आईवीएफ प्रक्रिया के बाद महिला का शरीर थकान से भरा होता है। ऐसे में परिवार को चाहिए कि वे महिला को पूरा आराम दे। इसके अलावा, अच्छी डाइट भी जरूर दें।
  2. आईवीएफ प्रक्रिया के बाद महिलाओं को फिजिकल स्ट्रेन बिल्कुल नहीं लेना चाहिए। उन्हें किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी से कुछ समय के लिए दूर रहना चाहिए। कोई भारी सामान उठाने से भी बचना चाहिए। ध्यान रखें कि कई बार भारी सामान उठाने के कारण उनके टांके टूट सकते हैं। यह उनकी स्वास्थ्य स्थिति को बिगाड़ सकता है।
  3. आईवीएफ प्रक्रिया के बाद फिजिकल के साथ-साथ मेंटल हेल्थ पर भी गौर किए जाने की जरूरत होती है। कई बार डिलीवरी के बाद महिलाओं को पोस्पार्टम डिप्रेशन होने लगता है। इस स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि घरवालों का सपोर्ट लें। अगर महिलो उदासीना, एंग्जाइटी जैसी फीलिंग आ रही है, तो जरूरी है कि घरवाले उनका सपोर्ट करें। बच्चे की केयर करने की जिम्मेदार घर के अन्य सदस् भी लें।
  4. अगर पर्याप्त रेस्ट करने के बावजूद मेंटल हेल्थ में सुधार न हो, तो साइकिएट्रिस्ट से मिलने में देरी न करें। आप सपोर्ट ग्रुप की भी मदद ले सकते हैं। अपने जैसी महिलाओं से मिलकर तनावमुक्त होने में सहायकता मिलती है।
All Image Credit: Freepik

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