
कोरोनावायरस ने हिंदुस्तान से लेकर समूची दुनिया को हिलाकर रख दिया है। अब तक इससे पूरी दुनिया में लाखों लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। चीन, अमेरिका, इटली, स्पेन, ब्रिटेन समेत पूरे यूरोप में इसने मौत का कोहराम मचा रहा है। वहीं भारत में इसके आकाड़ों की बात करें, तो पांच हजार से अधिक लोग कोरोना के शिकार हैं। इसी को देखते हुए भारत सरकार समेत तमाम राज्य सरकारें इसे फैलने से रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर हो गई है। कोरोना वायरसयूपी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आगामी 15 अप्रैल तक यूपी के 15 जिलों के हॉटस्पॉट को सील किया जाएगा, तो दिल्ली और देश के अन्य राज्यों में भी कुछ ऐसे ही कदम उठाए गए हैं। यूपी के प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि कोरोना के इन हॉटस्पॉट में लोगों को हर हाल में किसी भी तरह की रोका जाएगा। पर इस समय बहुत से लोगों के मन में यही प्रश्न है कि आखिरकार कोरोना के हॉट स्पॉट इलाकों का मतलब क्या है? होता क्या है हॉटस्पॉट (What is Corona Hotspot), तो आइए जानते हैं क्या है ये।
क्या होता है हॉटस्पॉट? (What is Corona Hotspot)
हॉटस्पॉट का अर्थ यह है कि वह जगह जहां सबसे अधिक कोरोना पॉजिविट मरीज पाए जा रहे हैं। दरअसल सामान्य रूप से जिन जगहों पर 10 से अधिक मामले पाए जाते हैं, हम उन्हें कोरोना के ‘क्लस्टर’ (Cluster) कहते हैं। फिर अगर एक ही इलाके में ऐसे कई कोरोना कलस्टर पाए जाते हैं, तो उसे ‘हॉटस्पॉट’ कहते हैं। कभी-कभी संक्रमण के मामले एक ही जगह होते हैं, तो कभी इतने दूर-दूर तक फैले होते हैं कि पूरे शहर के अलग-अलग हिस्सों को हॉटस्पॉट के तहत लाना पड़ता है। वहीं यूपी के प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी की मानें, तो यूपी में हॉटस्पॉट उन इलाकों को बनाया गया है, जहां कोरोना से जुड़े 6 से ज्यादा मामले पाए गए है। यहां इलाकों को छोटे और बड़े हॉटस्पॉट में बांटा गया है।
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भारत में 'कोरोना हॉटस्पॉट' का मॉडल कहां से आया है?
कोरोना से जंग में देश में बेहतरीन नतीजों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल राजस्थान के भीलवाड़ा शहर का जिक्र करते थकते नहीं है। अग्रवाल ने न सिर्फ यहां कोरोना के एपीसेंटर जैसे हालातों पर काबू पाने की सराहना की बल्कि दूसरों के लिए इसे रोल मॉडल भी बताया। तो आइए जानते हैं भीलवाड़ा में ऐसा क्या हुआ, जिससे ये सबसे लिए कोरोना से लड़ाई में एक कारगर मॉडल के रूप में तैयार हो गया है।
भीलवाड़ा मॉडल के तरह भीलवाड़ा में कोरोना का पहला केस आते ही पहले ही दिन से 50 चेकपोस्ट बनाते हुए पूरी जिले की सीमाएं सील कर दी गई थी। रोडवेज बसों का संचालन पूरी तरह बंद किया गया। प्राइवेट गाड़ियां भी रोक दी गई।कोरोना मरीज वाले इलाकों में आवाजाही पूरी तरह से बंद की गई। स्क्रीनिंग के लिए 2100 टीमें बनाई गईं और 25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग पूरी की। इसमें 16382 लोग चिंहित किए गए। सर्वे पूरा होते ही दूसरी बार सर्वे शुरू किया गया। इसमें 1215 लोग सर्दी-जुकाम से ग्रसित मिले। पहले मरीज यानी बांगड़ अस्पताल के डॉक्टर और ओपीडी में आने वालों की सूची तैयार कर उनके घर पहरा लगाया दिया। इसके बाद मरीजों के संपर्क में आने वालें 6000 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया। होटलों में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई। कर्फ्यू के दौरान राशन, फल, सब्जी की होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई। और इस तरह आज भीलवाड़ा कोरोना से बच गया है। भीलवाड़ा मॉडल के तरत जो भी हुआ वही सब हॉटस्पॉट मॉडल में भी होगी।
'लॉकडाउन' और 'कोरोना हॉटस्पॉट' वाले इलाकों के बीच नियमों में क्या फर्क है?
लॉकडाउन सामान्य तौर पर जैसा चल रहा है वैसे ही चलेगा। यानी कि लॉकडाउन में आप अकेले एक नियमित समय में बिना भीड़ किए सब्जी, दवाइयां या जरूरी चीजें लेने बाहर निकल सकते हैं पर 'कोरोना हॉटस्पॉट' इलाकों में ये सब बंद होगा। इसे आप ऐसे भी समझिए कि कोरोना हॉटस्पॉट' में जिलों के वे मोहल्ले पूरी तरह सील होंगे जहां सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। उन मोहल्लों में सब कुछ बंद रहेगा। इन जिले के अलावा दूसरी जगहें नॉर्मल लॉकडाउन के साथ खुले रहेंगी। ऐसे में अगर आपके मोहल्ले में कोरोना के मरीज नहीं मिले हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपके यहां जरूरी सामान की दुकानें पहले की तरह खुली रहेंगी।
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हॉटस्पॉट वाले इलाकों में क्या होगा:
- - जिन जिलों में जो हॉटस्पॉट हैं, उसमें सभी में पूरी तरह से सख्ती की जाएगी, यानी यहां पर कम्प्लीट लॉकडाउन लागू करवाया जाएगा। यानी कि किसी भी काम के लिए कोई भी आवाजाही नहीं।
- - इन इलाकों का कोई भी व्यक्ति ना ही यहां से बाहर जा पाएगा, और ना ही बाहर का कोई व्यक्ति इन इलाकों में एंट्री पा सकेगा।
- - सील किए गए इलाकों में पूरी तरह होम डिलीवरी होगी।
- - स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और डिलीवरी वाले कर्मचारी ही इन इलाकों में जा पाएंगे।
- - इस दौरान फायर सर्विस की गाड़ियां इलाके को सैनिटाइज करेंगी।
- - इन जिलों के कोरोना प्रभावित इलाकों यानी हॉटस्पॉट्स की सभी दुकानों, मंडियों आदि को भी बंद किया जाएगा।
- - सील किए गए पूरे इलाके में बैरियर लगाए जाएंगे और मैजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अधिकारी इलाके की निगरानी करेंगे।
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