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डायब‍िटीज में क्यों पड़ती है A1C टेस्‍ट करवाने की जरूरत? जानें इस टेस्ट के बारे में सभी जरूरी बातें

डायब‍िटीज चेक करने के ल‍िए ए1सी टेस्‍ट की जरूरत पड़ती है, जानते हैं इसे व‍िस्‍तार से 
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डायब‍िटीज में क्यों पड़ती है A1C टेस्‍ट करवाने की जरूरत? जानें इस टेस्ट के बारे में सभी जरूरी बातें

अगर आप भी डायब‍िटीज के मरीज हैं तो आपको ए1सी टेस्‍ट के बारे में जान लेना चाह‍िए। अब आप सोचेंगे क‍ि जब हमें घर बैठे ही इंस्‍टेंट र‍िजल्‍ट शुगर मशीन से म‍िल जाता है तो फ‍िर इस जांच को अलग से डॉक्‍टर के पास जाकर करवाने की क्‍या जरूरत है पर आपको बता दें क‍ि घर पर मौजूद मशीनों के र‍िजल्‍ट के आधार पर डॉक्‍टर ब्‍लड शुगर लेवल का लंबा पैटर्न नहीं जान पाते वहीं अगर आपकी डोज घटानी या बढ़ानी है तो भी आपको ए1सी टेस्‍ट करवाना पड़ सकता है, इस टेस्‍ट के जरि‍ए दो से तीन महीने का एवरेज ब्‍लड शुगर लेवल पता चल जाता है। इस लेख में हम ए1सी टेस्‍ट के बारे में जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की। 

A1C test

image source: diatribe.org

क्या होता है ए1 सी टेस्ट? (A1C test in hindi)

डायब‍िटीज के मरीजों को ब्‍लड शुगर लेवल चेक करने के ल‍िए यूर‍िन टेस्‍ट (urine test in hindi) करवाना पड़ता है या ब्‍लड शुगर टेस्‍ट की मशीन का इस्‍तेमाल करना होता है। ये दोनों ही टेस्‍ट सटीक र‍िजल्‍ट देते हैं पर केवल उस समय के ल‍िए जब टेस्‍ट क‍िया जा रहा है। क्‍योंक‍ि ब्‍लड शुगर लेवल हर समय बदलती रहती है इसल‍िए सही र‍िजल्‍ट के ल‍िए ए1सी टेस्‍ट क‍िया जाता है। इस टेस्‍ट की मदद से पछिले दो से तीन महीने का एवरेज ब्‍लड शुगर लेवल जान सकते हैं। इसके आधार पर डॉक्‍टर आपको दवा दे सकते हैं।  

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ए1 सी टेस्‍ट क्या मापता है?

ए1सी टेस्‍ट के जर‍िए हीमोग्‍लोब‍िन की मात्रा मापी जाती है ज‍िसमें ग्‍लूकोज होता है। ए1सी एक नॉर्मल ब्‍लड टेस्‍ट है। इसे टाइप 1 और टाइप 2 डायब‍िटीज रोग‍ियों में ब्‍लड शुगर लेवल का पता लगाने के ल‍िए बनाया गया है। ए1सी टेस्‍ट को हीमोग्लोबिन ए 1 सी, एचबीए 1 सी, ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन,  ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन आद‍ि नामों से भी जाना जाता है। ए1सी ये मापता है क‍ि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन और ब्‍लड शुगर लेवल की मात्रा क‍ितनी है। ये प‍िछले दो से तीन महीनों का ब्‍लड शुगर लेवल दर्शाता है। 

कैसे काम करता है ए1सी टेस्‍ट? (How A1C test works)

A1C test in hindi 

image source: drawbridgehealth

ए1सी टेस्‍ट बाक‍ि टेस्‍ट के मुकाबले ज्‍यादा प्रभावशाली माना जाता है। अगर ब्‍लड शुगर लेवल प‍िछले हफ्ते ऊपर था पर अब नॉर्मल है तो आपको सही वजह का पता नहीं लगेगा। जबक‍ि अगर आप ए1सी टेस्‍ट करवाएंगे तो हीमोग्‍लोब‍िन, आपके ब्‍लड में प‍िछले दो से तीन महीनों का शुगर लेवल र‍िकॉर्ड कर लेगा। कोश‍िकाएं करीब 3 महीने तक जीव‍ित रहती हैं, इस टेस्‍ट के जर‍िए डॉक्‍टर आपको बता देंते हैं क‍ि ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के ल‍िए आपको कौनसे कदम उठाने होंगे।

ए1सी टेस्‍ट कैसे क‍िया जाता है? (How A1C test is performed) 

ए1सी टेस्‍ट करने के ल‍िए हाथ पर टयून‍िकेट बांधकर डॉक्टर मोटी वेन ढूंढते हैं ज‍िससे ब्‍लड न‍िकालना आसान हो, फ‍िर करीब 1 एमएल ज‍ितना ब्‍लड न‍िकालकर उसे टेस्‍ट क‍िया जाता है। इस प्रक्र‍िया में 2 म‍िनट से ज्‍यादा का समय नहीं लगता, वहीं र‍िपोर्ट आपको उसी द‍िन या अगले द‍िन म‍िल सकती है।  

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ए1सी टेस्‍ट में फास्‍ट‍िंंग की जरूरत होती है? (Does A1C test requires fasting)

ए1सी टेस्‍ट में फास्‍ट‍िंंग की जरूरत नहीं होती। ए1सी टेस्‍ट क‍िसी भी समय क‍िया जा सकता है। इसके ल‍िए आपको भूखा रहने के ल‍िए नहीं कहा जाता है या क‍िसी तरह की तैयारी नहीं करनी पड़ती है। अगर आपके शरीर में ब्‍लड शुगर लेवल सामान्‍य है तो आपका ए1सी टेस्‍ट भी सामान्‍य ही आएगा। 

टाइप 1 और टाइप 2 डायब‍िटीज के मरीजों को डॉक्‍टर की सलाह पर ही ये टेस्‍ट करवाने की सलाह दी जाती है। 

main image source: labs.selfdecode, cloudfront 

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