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हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने पर इन 5 फूड्स का करें सेवन, दूर होगी कमजोरी और थकान

आपने कई बार सुना होगा कि लोग हीमोग्लोबिन की कमी का सामना कर रहे होते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि इसके लिए आपको सप्लीमेंट्स की नहीं, बल्कि डाइट में कुछ सुपरफूड्स को शामिल करने की जरूरत है? अगर नहीं, तो आइए हीमोग्लोबिन को बढ़ाने वाले फूड्स के बारे में जानते हैं।
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हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने पर इन 5 फूड्स का करें सेवन, दूर होगी कमजोरी और थकान

आजकल शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होना आम बात है। यह समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है। इस स्थिति में व्यक्ति को कई छोटी-बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए लोग कई अलग-अलग तरह के सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं। क्या आप जानते हैं कि शरीर में किसी भी तरह की डेफिशियेंसी को दूर करने के लिए सप्लीमेंट का सहारा लेना अच्छा ऑप्शन नहीं होता है। दरअसल, सप्लीमेंट्स आपके शरीर में हो रही कमी को शॉर्ट टर्म में दूर कर सकते हैं। मगर ये सप्लीमेंट्स लॉन्ग टर्म में बॉडी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। यही वजह है कि आपको किसी भी डेफिशियेंसी को दूर करने के लिए नेचुरल चीजों की मदद लेनी चाहिए। इसके लिए डाइट में जरूरी बदलाव कर सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के लिए खाए जाने वाले सुपरफूड्स के बारे में बताएंगे। इन फूड्स के बारे में जानकारी हेल्थ कोच और न्यूट्रिशनिस्ट उर्वशी अग्रवाल ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो शेयर कर दी है।

हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए खाएं ये सुपरफूड्स

low hemoglobin

  • अमरनाथ या चौलाई: इसमें आयरन और अमीनो एसिड अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। अमरनाथ का सेवन करने से हीमोग्लोबिन लेवल को सुधारा जा सकता है।
  • कोको पाउडर: इस पाउडर में आयरन और मैग्नीशियम पाए जाते हैं, जो हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • चुकंदर: हम सभी जानते हैं कि चुकंदर खून बढ़ाने का काम करता है। यह रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। इससे शरीर को एनर्जी भी मिलती है।
  • पालक: आपको स्वस्थ रखने के लिए एक क्लासिक आयरन से भरपूर हरा साग है। यह हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • शतावरी: यह आयरन को अब्सॉर्ब होने में मदद करती है। इससे शरीर में खून की कमी को दूर किया जा सकता है।


हीमोग्लोबिन कम होने के क्या कारण होते हैं?

जिस तरह सभी के शरीर की बनावट में अंतर होता है, ठीक उसी तरह हीमोग्लोबिन का स्तर भी उम्र, लिंग, लंबाई आदि के हिसाब से कम या ज्यादा हो सकता है। आमतौर पर हीमोग्लोबिन की कमी असंतुलित डाइट और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण होती है। वहीं, महिलाओं में पीरियड्स, प्रेग्नेंसी आदि कारणों से यह समस्या हो सकती है।

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हीमोग्लोबिन कम होने के लक्षण

शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर कई समस्याओं का समाना करना पड़ सकता है। जैसे कि थकान और कमजोरी, त्वचा का पीलापन, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, हल्का सिरदर्द, अनियमित दिल की धड़कन, एकाग्रता में कमी, चिड़चिड़ापन और हांथ-पांव ठंडा होना। इस तरह के लक्षण दिखने पर आप समझ सकते हैं कि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो रही है।

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बता दें कि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह समस्या ज्यादातर क्रोनिक स्वास्थ्य स्थितियां जैसे कि ऑटोइम्यून बीमारी, लिवर डिजीज, थायरॉयड आदि के शिकार लोगों में भी हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो सकता है।

 
 
 
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