Fatty Liver Causes In Hindi: बहुत बार हम देखते हैं कि कुछ लोगों को पेट में दर्द, मतली, भूख कम लगना, वजन बढ़ना या अचानक कम होना, त्वचा में पीलापन और हाथ-पैरों में सूजन आदि जैसी समस्याओं का अक्सर सामना करते हैं। कभी-कभार इस तरह की समस्याएं होना सामान्य है और आमतौर पर चिंता का विषय नहीं होता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति बार-बार इस तरह के लक्षण नोटिस कर रहा है, तो ऐसे में उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि कुछ मामलों में यह किसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। फैटी लिवर की बीमारी होने पर भी लोगों में कुछ इस प्रकार के लक्षण ही देखने को मिलते हैं। यह स्थिति तब पैदा होती है, आपके लिवर की कोशिकाओं के स्थान पर फैट सेल्स की मात्रा बढ़ने लगती हैं। जब फैट सेल्स बहुत अधिक हो जाती हैं, तो इससे लिवर फंक्शन प्रभावित होता है और शरीर में टॉक्सिन्स की अधिकता होती है। लंबे समय में फैटी लिवर की वजह से सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। यह कुछ लोगों में लिवर फेलियर, किडनी रोग और हृदय रोगों का कारण भी बन सकता है। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आखिर फैटी लिवर की बीमारी होती क्यों है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने डॉ. प्रियंका सहरावत (MD, DM- Neurology, AIIMS Delhi) से बात की। इस लेख में विस्तार से जानें फैटी लिवर के कारण और बचाव के उपाय।
फैटी लिवर क्यों होता है- Causes Of Fatty Liver In Hindi
डॉ. प्रियंका के अनुसार, "फैटी लिवर की बीमारी क्यों होती है या इसके लिए कौन-कौन से कारक जिम्मेदार हो सकते हैं, यह इसके प्रकार पर निर्भर करता है। फैटी लिवर की स्थिति दो तरह की होती है, पहला अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज और दूसरा नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज।
अल्कोहोलिक फैटी लिवर की स्थिति की समस्या उन लोगों में देखने को मिलती है, जो लोग शराब का सेवन बहुत अधिक करते हैं।
नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर के लिए कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। जरूरी नहीं है कि अल्कोहल का सेवन करने से ही फैटी लिवर होता है। नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर की स्थिति जीवनशैली से जुड़ी कई खराब आदतों के कारण हो सकती हैं जैसे,
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- जंक फूड्स का अधिक सेवन
- ज्यादा तला, भुना, नमकीन और मसालेदार भोजन करना
- एक्सरसाइज न करना या फिजिकली एक्टिव न रहना
- चीनी का अधिक सेवन
इन आदतों के चलते लोग कुछ आम मेडिकल स्थितियों से ग्रसित हो जाते हैं, जो भविष्य में फैटी लिवर के जोखिम को बढ़ाते हैं। फैटी लिवर के जोखिम कारकों में शामिल हैं..
- मोटापा या शरीर का अधिक वजन
- डायबिटीज मेलिटस और हाई ब्लड शुगर लेवल
- हाई कोलेस्ट्रॉल, खासकर ट्राइग्लिसराइड का स्तर अधिक होना
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फैटी लिवर से बचाव कैसे करें- How to Prevent Fatty Liver
- फैटी लिवर के जोखिम कारकों को कंट्रोल करें
- स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें
- वजन कंट्रोल करें
- शारीरिक रूप से एक्टिव रहें या नियमित एक्सरसाइज करें
- विटामिन ई से भरपूर डाइट लें, आप एक्सपर्ट की सलाह से इसके सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं
अगर आपके फैटी लिवर के लक्षण गंभीर हो रहे हैं, तो ऐसे में आपको तुरंत गैस्ट्रोइंटेरोलॉजिस्ट या जनरल फिजिशियन से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा, अगर आपका इलाज चल रहा है, तो भी आपको डॉक्टर से समय-समय पर परामर्श करना चाहिए।
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