
Anemia Causes In Hindi: क्या आप भी उन लोगों में से हैं, जो हर समय थका हुआ महसूस करते हैं? साथ ही अक्सर ही सांस लेने में परेशानी, चक्कर आना, हार्ट बीट तेज होना, सिरदर्द और त्वचा में पीलापन जैसी समस्याएं नोटिस करते हैं? तो आपको बता दें, कि यह एनीमिया रोग के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है। एनीमिया, जिसमे सामान्य भाषा में शरीर में खून की कमी भी कहा जाता है एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है, या ये कोशिकाएं अपना कार्य ठीक से नहीं करती हैं। ये लाल रक्त कोशिकाएं पूरे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए बहुत आवश्यक होती हैं। यह हमारी कोशिकाओं एनर्जी और ताकत प्रदान करती हैं। अगर लंबे समय तक शरीर में एनीमिया की स्थिति बनी रहती है, तो इसके सेहत पर गंभीर दुष्परिणाम दखने को मिल सकते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है, कि आखिर एनीमिया रोग आखिर होता क्यों है? इस बीमारी के क्या कारण हो सकते हैं? ओनलीमायहेल्थ (OnlymyHealth) की स्पेशल सीरीज 'बीमारी को समझें' में हम डॉक्टर से बातचीत करके आपको आसान भाषा में किसी बीमारी और उसके कारण समझाते हैं। एनीमिया क्यों और कैसे होता है, इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने DY पाटिल हॉस्पिटल, पुणे के प्रोफे. डॉ. अनु गायकवाड़ (MBBS, MD MED Physician, diabetologist) से बात की। आइए, सरल भाषा में समझें इस बीमारी के कारण।
एनीमिया की बीमारी क्यों होती है- Causes Of Anemia In Hindi
डॉ. अनु के अनुसार, एनीमिया एक गंभीर रोग है। यह विश्व में काफी तेजी से फैल रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 3 मिलियन लोग इससे जूझ रहे हैं। वहीं वैश्विक आंकड़ों की बात करें, तो यह अनुमान है कि लगभग एक-तिहाई आबादी इससे जूझ रही है। इस रोग के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। यह पोषण की कमी, अनुवांशिक या रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण हो सकता है। इसलिए अलग-अलग प्रकारों में बांटा भी गया है। लेकिन सभी प्रकारों में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी देखी जाती है जैसे,
पोषण की कमी के कारण एनीमिया
यह स्थित जब पैदा होती है, जब पोषण से भरपूर आहार नहीं लेते हैं। इससे शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है। इसमें सबसे अधिक विटामिन बी12, बी9 और आयरन की कमी देखी जाती है। जो लाल रक्त कोशिकाओं के पर्याप्त उत्पादन के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
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वंशानुगत एनीमिया
एनीमिया का यह प्रकार, कुछ रोगों का परिणाम हो सकता है। इनमें सबसे आम है सिकल सेल एनीमिया, जिसमें लाल रक्त कोशिकाओं की बनावट और आकार बदल जाता है। इसके कारण ब्लड फ्लो ठीक से नहीं हो पाता है। इसके अलावा फैंकोनी एनीमिया और डायमंड-ब्लैक फैन एनीमिया डिसऑर्डर भी लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित कर सकते हैं।
लाल रक्त कोशिकाओं में असामान्य परिवर्तन के कारण एनीमिया
इस स्थिति में या तो लाल रक्त कोशिकाओं का पर्याप्त उत्पादन नहीं होता है, या फिर वे सामान्य से अधिक तेजी से नष्ट होने लगती हैं। वे जल्दी टूट जाती हैं और मर जाती हैं। इसके लिए कई स्थितियां जिम्मेदार हो सकती हैं जैसे, हेमोलिटिक एनीमिया, अप्लास्टिक एनीमिया, ऑटोइम्यून हेमोलिटिक एनीमिया, साइडरोबलास्टिक एनीमिया, मैक्रोसाइटिक एनीमिया, माइक्रोसाइटिक एनीमिया, नॉर्मोसाइटिक एनीमिया। सभी स्थितियों में लाल रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और हीमोग्लोबिन का स्तर प्रभावित होता है।
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एनीमिया का निदान कैसे संभव है?
हमने शुरुआत में ही एनीमिया के कुछ आम लक्षणों के बारे में बताया है, जिन्हें समय रहते पहचान कर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। डॉक्टर कुछ सरल टेस्ट की मदद से एनीमिया का निदान कर सकते हैं। जिसमें सीबीसी (complete blood count) और पेरीफेरल ब्लड स्मीयर टेस्ट सबसे आम हैं। एनीमिया की पुष्टि के बाद डॉक्टर आपको कुछ दवाएं और सप्लीमेंट्स का सुझाव े सकते हैं। इसके अलावा वह आपको खानपान और जीवनशैली में सुधार करने के लिए भी कह सकते हैं।
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