अक्सर आपने लोगों को कहते हुए सुना होगा कि सुबह का ब्रेकफास्ट जागने के 2 घंटे के अंदर करना चाहिए, रात का खाना सोने से 2 घंटे पहले खाना चाहिए और देर रात में फास्ट फूड्स नहीं खाने चाहिए वर्ना मोटापा बढ़ता है। तो क्या सचमुच खाने की टाइमिंग का हमारे शरीर के वजन पर असर पड़ता है? क्या सचमुच चीजों को खाने का कोई सही टाइम या गलत टाइम होता है? अगर आप भी इन्हीं बातों को लेकर उलझे रहते हैं, तो हम आपको बता रहे हैं कि विज्ञान और वैज्ञानिक इस बारे में क्या मानते हैं।
रात के समय कैलोरीज का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाता शरीर
कुछ रिसर्च बताती हैं कि हमारी बॉडी कैलोरीज का दिन में ज्यादा इस्तेमाल कर पाती है, इसलिए शाम या रात के समय खाए गए फूड्स की कैलोरीज का इस्तेमाल शरीर उतनी अच्छी तरह नहीं कर पाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि शरीर को दिन और रात का पता कैसे चलता है? तो हम आपको बता दें कि हम सभी के शरीर में एक बायोलॉजिकल घड़ी होती है, जिसे वैज्ञानिक सर्केडियन रिद्म कहते हैं। ये सर्केडियन रिद्म समय के हिसाब से हमारे शरीर की तमाम क्रियाओं को नियंत्रित करता है। यही सर्केडियन रिद्म हमारे पाचन, मेटाबॉलिज्म और भूख को भी नियंत्रित करती है। इसका सीधा सा अर्थ ये है कि हां, आपके खाए हुए खाने की टाइमिंग का असर भी आपकी सेहत पर पड़ता है।
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क्या गलत टाइम पर खाने से वजन बढ़ता है?
जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि रिसर्च में पता चला है कि हमारा शरीर सुबह खाई गई कैलोरीज का ज्यादा इस्तेमाल कर पाता है, जबकि रात को खाई गई कैलोरीज का इस्तेमाल नहीं कर पाता है। ऐसे में अगर आप रात में हाई कैलोरीज फूड्स लेते हैं, तो शरीर एक्सट्रा कैलोरीज को फैट के रूप में स्टोर करने को मजबूर होता है। इसलिए देर रात खाना खाने वाले या रात के समय जंक फूड्स, प्रॉसेस्ड फूड्स खाने वाले लोग अक्सर मोटापे का शिकार होते हैं। यही इस बात का भी कारण है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स और डायटीशियन आपको कहते हैं कि रात का खाना सोने से कम से कम 2 घंटे पहले खाना चाहिए। दरअसल सोने के दौरान हमारे शरीर की बहुत सारी क्रियाएं बंद हो जाती हैं और बहुत सारी स्लो हो जाती हैं। खाना पचाने वाला पाचनतंत्र सोते समय बहुत धीरे काम करने लगता है। ऐसे में जब आप सोने के 2-3 घंटे पहले ही खाना खा लेते हैं, तो आपके पाचनतंत्र को भोजन को पचाने का समय मिल जाता है।
रात में मेटाबॉलिज्म भी हो जाता है स्लो
सिर्फ पाचन ही नहीं, रात के समय आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है। मेटाबॉलिज्म वो प्रक्रिया है, जिसके तहत आपका शरीर ग्लूकोज को एनर्जी में बदलता है ताकि आपके शरीर के सभी सेल्स को ऊर्जा मिल सके और आप काम कर सकें। रात के समय जब मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, तब शरीर भोजन की कैलोरीज को एनर्जी में पूरी तरह नहीं बदल पाता है, जिससे अतिरिक्त कैलोरीज फैट के रूप में शरीर में ही स्टोर कर ली जाती हैं और यही आपके शरीर में त्वचा के नीचे जमा होती जाती हैं, जिन्हें फैट या चर्बी कहते हैं।
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वजन घटाने के लिए किस समय खाना खाना है सही?
अगर आप अपना वजन घटाना चाहते हैं या अपने बॉडी वेट को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि आप-
- दिन में भरपेट खाना खाएं और पर्याप्त कैलोरीज ले लें, लेकिन रात के समय आप बिल्कुल हल्का-फुल्का और लाइट डिनर करें, जिससे शरीर को इसे पचाने में ज्यादा मेहनत न करनी पड़े और खाना आसानी से पच जाए।
- इसके अलावा यह भी कोशिश करें कि रात का खाना आप सोने से कम से कम 2 घंटे पहले जरूर खा लें।
- लंच और डिनर दोनों के बाद कम से कम 15 मिनट वॉक जरूर करें।
- खाने में तेल, घी, फ्राइड फूड्स, प्रॉसेस्ड फूड्स, जंक फूड्स, पैकेटबंद आहारों का सेवन कम से कम करें।
- रात का खाना घर का बना हुआ और हेल्दी होना चाहिए।
- वजन घटाने के लिए सिर्फ खाना नहीं बल्कि नींद भी बेहद जरूरी है। इसलिए अपने खाने का टाइम फिक्स करें और रोजाना रात में 7 से 9 घंटे की नींद जरूर लें।
- इन सभी बातों के साथ-साथ अगर रेगुलर 30-40 मिनट एक्सरसाइज भी करते हैं, तो आपका वजन हमेशा कंट्रोल रहेगा और जिनका वजन बढ़ा हुआ है, वो धीरे-धीरे कम होने लगेगा।
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