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दांत निकलने के कारण नहीं सो पा रहा बच्चा? डॉक्टर से जानें कैसे करें उनकी मदद

Ways to Help a Teething Baby Sleep : टीथिंग के दौरान बच्चों को रात में नींद नहीं आने की समस्या होती है। आइए जानते हैं कि आप इस स्थिति में किस तरह बच्चों की मदद कर सकते हैं?
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दांत निकलने के कारण नहीं सो पा रहा बच्चा? डॉक्टर से जानें कैसे करें उनकी मदद


Ways to Help a Teething Baby Sleep : टीथिंग बच्चों के विकास में बहुत अहम भूमिका निभाती है। जब बच्चों के दांत आने शुरू होते हैं, तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान बच्चों को इतना दर्द होता है कि वह ज्यादातर समय रोते रहते हैं और सुकून की नींद सो भी नहीं पाते हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आप टीथिंग यानी दांत निकलने की स्थिति में बच्चों की सोने में कैसे मदद कर सकते हैं? आइए इस सवाल का जवाब डॉ. शालिनी त्यागी, सीनियर कंसल्टेंट - पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी, मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा (Dr. Shalini Tyagi, Sr. Consultant - Paediatrics & Neonatology, Metro Hospital, Noida) से जान लेते हैं।

टीथिंग की प्रक्रिया में क्या होता है?- What Happens in the Process of Teething

teething and sleep

टीथिंग एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें शिशु के दांत निकलते हैं। यह प्रक्रिया आमतौर पर 6 महीने से 3 साल की उम्र के बीच होती है। आइए जानते हैं कि टीथिंग की प्रक्रिया में क्या होता है:

  • दांतों का निकलना: टीथिंग की प्रक्रिया में बच्चों के दांत मसूड़ों से निकलते हैं।
  • मसूड़ों में सूजन: टीथिंग के दौरान मसूड़ों में सूजन आ सकती है।
  • लार का बढ़ना: टीथिंग के दौरान लार बढ़ने लगती है।
  • चबाने की इच्छा: टीथिंग के दौरान शिशु को कुछ चबाने की इच्छा होती है।
  • परेशानी और रोना: टीथिंग के दौरान शिशु परेशान हो सकता है और बहुत ज्यादा रो सकता है।

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टीथिंग के दौरान बच्चों की सोने में कैसे मदद करें?- How to Help Children Sleep During Teething

शिशु के दांत निकलने की प्रक्रिया माता-पिता के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकती है, खासकर जब यह उनकी नींद को प्रभावित करती है। बता दें कि दांत निकलने के कारण होने वाली असहजता और दर्द से बच्चे चिड़चिड़े हो सकते हैं और रात में बार-बार जाग जाते हैं। आइए जानें इस दौरान आप क्या कर सकते हैं:

1. मसूड़ों की हल्की मालिश करें

आपको साफ हाथों से या गीले मुलायम कपड़े से बच्चे के मसूड़ों की धीरे-धीरे मालिश करनी चाहिए। इससे दर्द और सूजन से राहत मिल सकती है।

2. ठंडे टीथिंग रिंग का इस्तेमाल करें

आप बच्चे को ठंडे (न बहुत ठंडा, न जमी हुई) टीथिंग रिंग या ठंडे कपड़े को चबाने के लिए दे सकते हैं। इससे बच्चे के मसूड़ों को सुन्न करने में मदद मिल सकती है और उन्हें आराम मिलेगा।

3. ठंडे और नरम आहार दें

अगर बच्चा ठोस आहार खाने लायक हो गया है, तो उसे ठंडे केले, खीरा या गाजर के टुकड़े चबाने के लिए दे सकते हैं। इससे मसूड़ों को राहत मिलेगी और बच्चों को पोषण प्राप्त हो सकता है।

4. ब्रेस्टफीडिंग या दूध की बोतल दें

शिशु को ब्रेस्टफीडिंग या बोतल से दूध पिलाने है, तो बच्चे को दर्द में आराम मिल सकता है। अगर आपका बच्चा ब्रेस्टफीड कर रहा है, तो उसे ज्यादा समय तक दूध पिलाएं। दरअसल, चूसने की प्रक्रिया करने से बच्चे को दर्द कम हो सकता है। इसके अलावा, बोतल का दूध ज्यादा गर्म या ज्यादा ठंडा न हो, इससे बच्चे को परेशानी हो सकती है।

5. शिशु का सिर ऊपर रखें

अगर दांत निकलने के दौरान शिशु को अधिक लार या नाक बंद होने की समस्या हो रही है, तो उसका सिर थोड़ा ऊंचा रखें। ध्यान रखें कि तकिया या ढीले कपड़े का इस्तेमाल करें। इससे शिशु की सुरक्षित निंद्रा में बाधा नहीं होनी चाहिए।

6. बच्चे को हाइड्रेटेड रखें

छह महीने से बड़े बच्चों को ठंडा पानी सिप्पी कप में दें। इससे उनके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और वे कम चिड़चिड़ाएंगे।

7. आरामदायक बेड टाइम रूटीन बनाएं

सोने से पहले हल्का गुनगुना स्नान, लोरी गाना या हल्की मालिश करने से बच्चा शांत महसूस करता है। साथ ही, इससे बेहतर नींद आती है। 

8. दर्द निवारक दवा

अगर बच्चा बहुत ज्यादा असहज महसूस कर रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन जैसी दवा दी जा सकती है। हालांकि, आपको बिना डॉक्टर की सलाह के बच्चे को कोई भी दवा न दें।

9. प्यार और सहारा दें

बच्चे को गोद में लेकर गले लगाकर और अधिक समय देकर उसे सुरक्षा और आराम महसूस कराएं।  इससे बच्चे की नींद में सुधार होगा।

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ऊपर बताई टिप्स की मदद से आप टीथिंग के दौरान बच्चों की सोने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, अगर बच्चा बहुत ज्यादा असहज महसूस कर रहा है या कोई और समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। आपको इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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