हमें हमेशा स्वस्थ रखने के लिए खून काफी अहम किरदार निभाता है। किसी भी रोग या फिर किसी भी इंफेक्शन के बारे में पता करने या फिर उसका इलाज करने के लिए हमे सबसे पहले खून की जांच करवानी पड़ती है। जिसके बाद ही डॉक्टर हमारे इलाज की प्रक्रिया को शुरू करने का काम करते हैं। एक तरीके से देखा जाए तो खून हमारे शरीर की जानकारी पहुंचाता है। ब्लड टेस्ट यानी खून की जांच के बारे में तो हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कितने प्रकार के ब्लड टेस्ट होते हैं। आइए इस लेख के जरिए जानने की कोशिश करते हैं कि ब्लड टेस्ट की क्या-क्या चीजें हमारे लिए बहुत जरूरी होती है।
क्यों किया जाता है ब्लड टेस्ट
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि किसी भी चीज के इलाज के लिए हमे सबसे पहले ब्लड टेस्ट करवाना बहुत ही जरूरी होता है। भले ही रोग बड़ा हो या फिर बहुत ही छोटा दोनों ही स्थिति में हमे ब्लड टेस्ट करवाना होता है। ब्लड टेस्ट के जरिए हम अपने शरीर में चल रही किसी भी हरकत का पता लगा सकते हैं। जैसे:
- स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन
- बीमारियों का आसानी से पता लगाया जा सकता है।
- किडनी और लीवर जैसे अंगों के कार्य की जांच
- हृदय रोग के लिए जोखिम कारकों को पहचाना।
- दवाओं का आपकी सेहत पर असर।
- डीएनए जांच के लिए।
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ब्लड टेस्ट में ये चीजें होती है जरूरी
रेड ब्लड सेल
खून में सबसे जरूरी सेल्स में से एक होता है रेड बल्ड सेल्स। ये सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला सेल होता है। ये सेल्स शरीर को हवा या ऑक्सीजन और खाना पहुंचाता है। हर कोशिकाओं में एक प्रोटिन होता है, जिसे हीमोग्लोबिन कहते हैं, जो ब्लड में ऑक्सीजन ले जाता है।
व्हाइट ब्लड सेल
सफेद रक्त कोशिकाएं या ल्यूकोसाइट्स शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा है और ये संक्रमण के खिलाफ शरीर को रक्षा मदद करता है। ल्यूकोसाइट्स पांच विभिन्न और विविध प्रकार की होती हैं, न्यूट्रोफिल, लिम्फोसाईट, मोनोसाईट, इओसीनोफिल और बेसोफिल। लेकिन इन सभी की उत्पत्ति और उत्पादन अस्थि मज्जा की एक मल्टीपोटेंट, हीमेटोपोईएटिक स्टेम सेल से होती है।
प्लेटलेट्स
प्लेटलेट्स एक ऐसा सेल है जो चोट लगाने पर थक्का बनकर ब्लड को रोकने में मदद करता है। प्लेटलेट्स की कमी से रक्त जमता नहीं है। फिर चोट लगने पर, खून बहना नहीं रुकता है।
प्लाज्मा
ब्लड के थक्के के बनने में प्रोटीन, ग्लूकोज, खनिज आयनों, हार्मोन, कार्बन डाइऑक्साइड, प्लेटलेट्स और रक्त कोशिकाएं शामिल होती है। प्लाज्मा प्रोटीन भी रक्त में थक्के बनने में मदद करता हैं।
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ब्लड टेस्ट कब हो सकता है नुकसानदायक?
- ब्लड टेस्ट बहुत ही आसान तरीके से किया जाता है और इससे किसी तरह का आपको कोई नुकसान नहीं होता। लेकिन इसमें छोटी सी गलती आपके लिए समस्या पैदा कर सकती है। ब्लड टेस्ट के लिए काफी थोड़ी सी मात्रा में खून निकाला जाता है। जिन मामलों में ज्यादा मात्रा में खून निकाला जाता है उनमें कुछ जरूरी जटिलाताएं हो सकती है।
- ब्लड टेस्ट के बाद, सुई वाली त्वचा पर छोटी सी चोट जैसा महसूस हो सकता है। कई बार चोट के निशान के कारण त्वचा के नीचे खून बह सकता हैं।
- ब्लड टेस्ट के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली सुई साफ होनी बहुत ही जरूरी है। सुई अगर खराब या फिर पहले इस्तेमाल की हुई होगी तो इससे एचआईवी, एड्स, हेपेटाइटिस बी या सी होने का खतरा रहता है। इसलिए यदि आप अपने ब्लड टेस्ट के लिए जा रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि नई सिरिंज का ही इस्तेमाल किया जा रहा हो।
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