
Aortic Dissection Disease Real Story: खराब लाइफस्टाइल की वजह से हृदय से जुड़ी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। एक समय था, जब सिर्फ अधिक उम्र के लोगों में ही हृदय रोग देखने को मिलते थे। लेकिन आजकल कम उम्र के युवाओं में भी हृदय रोगों के मामले देखने को मिल रहे हैं। इनमें हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल, हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट अटैक के मामले शामिल हैं। इसके अलावा, हृदय से जुड़ी कई ऐसी बीमारियां भी हैं, जो बेहद गंभीर होती हैं। इसमें एओर्टिक डिस्सेक्शन शामिल है।
एओर्टिक डिस्सेक्शन एक दुर्लभ बीमारी है, जो जानलेवा हो सकती है। लेकिन अगर समय पर इसका इलाज करवाया जाए, तो इस बीमारी को मात भी दी जा सकती है। 55 वर्षीय राजेश कागरा ने भी एओर्टिक डिस्सेक्शन जैसी गंभीर बीमारी को मात दी और आज वे एक स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
बीमारी का पता लगाने के लिए किया गया सीटी एओर्टाग्राम
राजेश कागरा बताते हैं कि 28 फरवरी को मुझे पीठ और कंधों में तेज दर्द होने लगा। इसके बाद, मैं इमरजेंसी में पारस हेल्थ, गुरुग्राम गया। डॉक्टर्स ने एंजियोग्राफी की, लेकिन इससे स्थिति का पता नहीं चल पाया। इसके बाद डॉक्टर्स ने सीटी एओर्टाग्राम किया। इसमें पता लगा कि मुझे एओर्टिक डिस्सेक्शन हुआ है। यह एक ऐसी अवस्था है, जिसमें हृदय से निकलने वाली खून को ले जाने वाली बड़ी नस यानी महाधमनी में दरार आ जाती है।
क्या है एओर्टिक डिस्सेक्शन?- What is Aortic Dissection in Hindi
एओर्टिक डिस्सेक्शन एक ऐसी स्थिति है, जो कुछ ही मिनटों में व्यक्ति की जान ले सकती है। इसलिए एओर्टिक डिस्सेक्शन के मरीज को तत्काल इलाज की जरूरत पड़ती है। आपको बता दें कि यह बीमारी हार्ट ब्लॉकेज से भी दस गुना ज्यादा घातक होती है। यह बीमारी हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हो सकती है। दरअसल, बीपी बढ़ने पर एओर्टा धमनियां कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में एओर्टिक डिस्सेक्शन हो सकता है। इसलिए इस स्थिति से बचने के लिए आपको ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखना जरूरी होता है। इसके लिए आपको अपने लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट को शामिल करना चाहिए।
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राजेश कागरा को महसूस हुए ये लक्षण- Aortic Dissection Symptoms in Hindi
राजेश कागरा बताते हैं कि 28 फरवरी को मैं नहाने गया, तो अचानक से मेरे बाएं कंधे में असहनीय दर्द होने लगा। यह दर्द लगातार बढ़ता जा रहा था। इसके बाद, मैं हॉस्पिटल गया और फिर मेरा इलाज शुरू हुआ। राजेश कागरा को कंधों में दर्द का अनुभव हुआ, लेकिन एओर्टिक डिस्सेक्शन के कई अन्य लक्षण होते हैं। इनमें शामिल हैं-
- छाती या पीठ के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द
- सांस लेने में दिक्कत होना
- बेहोशी या चक्कर आना
- बीपी कम होना
- पसीना आना
ऐसे हुआ राजेश कागरा का इलाज- Aortic Dissection Treatment in Hindi
एओर्टिक डिस्सेक्शन जैसी गंभीर बीमारी का निदान होने के बाद डॉक्टर्स ने सर्जरी के माध्यम से एओर्टा आर्टरी यानी धमनी की दरार को बंद किया। इससे मुझे नया जीवनदान मिला। इसके इलाज के दौरान न टांके लगाए गए और न ही जनरल एनेस्थीसिया दिया गया। धमनी की दरार को बंद करने के बाद मेरी स्थिति में सुधार होने लगा।
इस पर क्या कहते हैं डॉक्टर?
पारस हेल्थ, गुरुग्राम के निदेशक डॉ.अमित भूषण शर्मा बताते हैं कि एओर्टिक डिस्सेक्शन एक घातक स्थिति है। यह बीमारी कुछ मिनटों में ही मरीज की जान ले सकती है। डॉ. अमित बताते हैं कि राजेश को सबसे पहले हम कार्डियक कैथीटेराइजेशन लैब लेकर गए, लेकिन इससे मरीज को आराम नहीं मिला, बल्कि उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी। इसके बाद हमने थोरेसिक एंडोवस्कुलर एओर्टिक रिपेयर (टीएवीएआर) किया। साथ ही, स्टेंट ग्राफ का उपयोग किया। डॉ. अमित कहते हैं कि असहनीय दर्द को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।