शहरीकरण के दौर में लोगों को पीठ दर्द की बीमारी शहरीकरण की और से उपहार के तौर पर मिली है। पीठ दर्द से हर दूसरा इंसान पीड़ित है। बढ़ती उम्र के साथ ये और अधिक बढ़ा जा रही है। लेकिन पीठ दर्द कोई ऐसी समस्या नहीं है जिसका उपचार ना हो। भले ही आधुनिक जीवनशैली के कारण बैक पेन [पीठ दर्द] आम समस्या बन गई है लेकिन रोजाना के घरेलू काम कर औऱ एक्सरसाइज कर इसका इलाज किया जा सकता है।
आम तौर पर उम्र बढ़ने के साथ होने वाली यह शिकायत अब 20 से 40 वर्ष के लोगों को होने लगी है। इस कारण देर तक बैठने में दिक्कत और जमीन पर गिरी चीजों को न उठा पाने जैसी समस्याएं आती हैं। दर्द को नजरअंदाज करने पर यह गंभीर समस्या का रूप ले सकता है।
पीठ दर्द आमतौर पर गलत शारीरिक मुद्रा, भारी बोझ उठाने, अधिक मोटापे, खेलकूद के दौरान झटके लगने, मानसिक दबाव और थकान जैसे कारणों से होता है। डॉक्टरों के मुताबिक सही मुद्रा और खानपान का ध्यान रखकर इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। पीठ दर्द से ग्रस्त लोगों को अपने खानपान में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं। इसके लिए खाने में लौकी, अनाज, मछली, हरी सब्जियों और फल को शामिल करें। साथ ही विटामिन सी, विटामिन डी-3, कैल्शियम और फोस्फोरस युक्त आहार भी पीठ दर्द में लाभकारी होते हैं।
अन्य उपाय
- हमेशा सीधा होकर बैठे।
- भारी वस्तुओं को न उठाएं।
- ऊंची हिल की चप्पल या जूते न पहनें।
- सोने के लिए सख्त और समतल बिस्तर का इस्तेमाल करें।
- आगे झुकने वाले आसन न करें और ज्यादा दर्द होने पर योग या व्यायाम न करें।
- लंबे समय तक कुर्सी पर न बैठें। हर एक घंटे के अंतराल पर थोड़ा टहल लें।
- ज्यादा पीठ दर्द होने पर आराम करना चाहिए। ज्यादा समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
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इन हालातों में डॉक्टर को जरूर दिखाएं
अगर बैठने-उठने से पीठ दर्द है तो उसका उपचार घर में एक्सरसाइज कर किया जा सकता है। लेकिन अगर किसी और कारण से पीठ दर्द दे रहा है या पीठ दर्द बढ़ा गया है तो डॉक्टर के पास तुरंत जाकर चेकअप कराएं। इन हालातों में डॉक्टर के पास तुरंत जाएं।
- अगर हाल ही में कोई दुर्घटना हुई है या चोट लगी थी और उसके बाद से पीठ दर्द शुरू हुआ है तो डॉक्टर के पास तुरंत जाएं।
- काम करने का दौरान कई बार बाजुएं और कंधे सुन्न हो जाते हैं।
- अगर आप अपनी ठोड़ी से छाती को नहीं जा पा रहे हैं और अगर ऐसा कर रहे हैं तो काफी तेज दर्द होता है।
- पीठ दर्द से अब दर्द पैरों में भी फैल गया है।
- छाती से ठोडी को छू न पाना या छूने पर अधिक दर्द होना।
- पचास वर्ष के बाद पहली बार पीठ दर्द होना।
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