विटामिन सी शरीर के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। विटामिन से को एस्कॉर्बिक एसिड के रूप में भी जाना जाता है, यह एस्कॉर्बिक एसिड एक एंटीऑक्सीडेन्ट गुणों वाला शुगर एसिड होता है। विटामिन सी पानी में घुलनशील विटामिन है, जो कि कोलेजन के निर्माण, रोग प्रतिरक्षा को मजबूत करने, हड्डियों, दांतों और त्वचा व बालों के साथ-साथ शरीर के कई कार्यों में मदद करता है। यह आपको बीमारियों का खतरे से बचाता है लेकिन विटामिन सी आपके शरीर के लिए जितना फायदेमंद है, उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है। विटामिन सी की अधिकता के कारण आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वयस्कों की बात की जाए, तो वयस्कों के लिए विटामिन सी का दैनिक सेवन 65 से 90 मिलीग्राम होना चाहिए, जबकि बच्चों के लिए इससे कम। आइए जानते हैं, यदि विटामिन सी की अधिकता हो जाए, तो क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
विटामिन सी की अधिकता के दुष्परिणाम
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1. पाचन की समस्या
विटामिन सी की अधिकता से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से नहीं, बल्कि विटामिन सी की खुराक लेने से पाचन संबंधी समस्याएं होने की संभावना सबसे अधिक होती है। यदि आप एक दिन में 2,000 मिलीग्राम से अधिक विटामिन सी की खुराक लेते हैं, तो आपको दस्त और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. आयरन की अधिकता
हालांकि विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण में मददगार माना जाता है, लेकिन विटामिन सी में नॉन-हीम आयरन को बांधने की क्षमता होती है, जो प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। नॉन-हीम आयरन को शरीर द्वारा कुशलता से अवशोषित नहीं किया जाता है। इसलिए विटामिन सी की बहुत अधिक मात्रा लेने से शरीर में आयरन की अधिकता हो सकती है, जो लिवर, हृदय, पैनक्रियाज, थायरॉयड और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।
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3. विटामिन सी शरीर में जमा नहीं होता
विटामिन सी पानी में घुलनशील होने की वजह से विटामिन सी शरीर में जमा नहीं होता है। इसका अधिकांश भाग शरीर के तरल पदार्थों के माध्यम से ऊतकों में पहुंच जाता है और इसकी अधिकता मूत्र से गुजरती है। इसलिए जब आप सप्लीमेंट्स के रूप में इसका अधिक सेवन करते हैं, तो इससे पाचन संबंधी समस्याएं हो जाती हैं।
4. गुर्दे की पथरी
विटामिन सी के अधिक सेवन से गुर्दे की पथरी के जोखिम से भी जोड़ा गया है। यह पोषक तत्व शरीर से मूत्र के माध्यम से ऑक्सालेट के रूप में उत्सर्जित होता है। कुछ मामलों में, ऑक्सालेट खनिजों और क्रिस्टल के साथ बांधता है, जिससे गुर्दे की पथरी बनती है। विटामिन सी अधिकतावन से मूत्र में ऑक्सालेट बढ़ सकता है, इस प्रकार गुर्दे की पथरी का खतरा भी बढ़ सकता है।
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विटामिन सी के सेवन का सही तरीका
विटामिन सी के सेवन को सीमित बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप सप्लीमेंट की जगह, इसे खाद्य स्रोतों के माध्यम से लें। आइए यहां हम आपको विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ बताते हैं- नींबू, संतरे, स्ट्रॉबेरी, कीवी, ब्रोकोली, ब्रूसेल स्प्राऊट्स, गोभी, हरी और लाल मिर्च, पालक और पत्तेदार साग, टमाटर, चकोतरा आदि।
सप्लीमेंट से बेहतर खाद्य पदार्थ इसलिए हैं, क्योंकि जब आप सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं, तो विटामिन सी के जोखिम अधिक होते हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप तब तक सप्लीमेंट का सेवन न करें जब तक कि डॉक्टर आपको न कहें।
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