अंडर वियर तो कई लोग पहनते हैं। बाजार में अलग-अलग वैरायटी के अंडरवियर मौजूद हैं। इनमें फ्रैंची से लेकर सामान्य अंडर वियर हैं। वहीं कुछ लोग जहां शॉर्ट्स पहनना पसंद करते हैं तो बुजुर्ग लोग अंडर वियर सिलवाते हैं। खैर... सभी लोग अपनी-अपनी पसंद का अंडर वियर ही पहनते हैं। लेकिन अब समय आ गया है कि आप डॉक्टर की भी सुनें। तो आइए इस आर्टिकल में हम जमशेदपुर के साकची के यूरोलॉजिस्ट डॉ. संजय अग्रवाल से जानेंगे कि कौन सा अंडर वियर हमारे अंडकोष के लिए बेहतर होता है। वहीं किस प्रकार के अंडर वियर को पहनने से किस-किस प्रकार की बीमारी होती है, पौरुष को नुकसान कैसे पहुंचता है।
अंडकोष में होता है दर्द
डॉक्टर बताते हैं कि अंडकोष जिसे हाइड्रोसील भी कहा जाता है उसमें दर्द होने के कई कारण हैं। उनमें से एक है अंडरवियर का गलत चयन। हमारे पास आयदिन कई सारे मरीज इस समस्या को लेकर आते हैं और बताते हैं कि हमारे टेस्टिस, स्क्रॉटम में दर्द हो रहा है। दर्द ज्यादा होने के साथ कम भी होता है। इस कारण उन्हें कई प्रकार की दिक्कते होती हैं, जैसे
- रोजमर्रा के कामकाज को करने में परेशानी, जैसे गाड़ी चलाना आदि
- सेक्स करने में परेशानी
- रूटीन लाइफ खराब होती है
- इसके बारे में बार-बार सोच-सोच कर कई लोग तो डिप्रेशन में चले जाते हैं
टेस्टिस स्पर्म प्रोडक्शन के साथ हार्मोन का करती है उत्पादन
डॉक्टर बताते हैं कि अंडकोष में दर्द को समझने से पहले टेस्टिस को समझना होगा। मां के पेट में जब शिशु होता है तो टेस्टिस पेट में होता है, बाद में शारिरिक संरचना बढ़ने से यह बाहर आ जाता है, जिसमें स्क्रॉटम बाहर की ओर झूले हुए रहता है। स्क्रॉटम में टेस्टिस होता है, टेस्टिस नली के जरिए एपिडेमिस के साथ जुड़ा होता है। एपेडेमिक का काम स्पर्म को कलेक्ट करना होता है। स्पर्मेटिक कोड के जरिए स्पर्म पेशाब की नली में आकर खुलती है स्पर्क निकलता है। टेस्टिस पुरुषों में हार्मोन का प्रोडक्शन करने के साथ स्पर्म का भी प्रोडक्शन करती है।
टेस्टिस सिर्फ स्पर्म का प्रोडक्शन ही नहीं करती है बल्कि यह एक प्रकार के हार्मोन को बनाने का काम भी करती है। उस हार्मोन को हम टेस्टेस्टेरॉन कहते हैं। इस हार्मोन के कारण होते हैं ये बदलाव;
- पुरुषों में मर्दों की तरह ताकत आती है
- पुरुषों की तरह चेहरा - बोली आदि हो जाती है
- दाढ़ी, मूछों का आना इसी के कारण होता है
टेस्टिस को शरीर से बाहर रखने की वजह
डॉक्टर बताते हैं कि प्रकृति ने हमें भी बनाया है। हमारे अंडकोष को शरीर के बाहर इसलिए रखा है क्योंकि इसे कम तापमान की आवश्यकता होती है। शरीर के अंदर का तापमान काफी ज्यादा होता है। यदि आप सामान्य व्यक्ति की तुलना में ज्यादा मेहनत कर रहे हैं, जैसे पुलिस की ट्रेनिंग, आर्मी की ट्रेनिंग आदि तो आपको अपने टेस्टिस को सपोर्ट देना ही होगा।
टेस्टिस अपना काम करते रहे तभी अच्छा नहीं हो होगी परेशानी
टेस्टिस का काम है स्पर्म बनाना और टेस्टोस्टेरॉन नामक हार्मोन का बनाना। यदि ये अपना काम करती रहे तभी अच्छी हैं।
लंगोट के फायदे
लंगोट किस किस स्थिति में सेफ है, हमें कब लंगोट बांधना चाहिए व कब नहीं। बॉक्सर और ब्रीफ में से कौन सा अंडर वियर हमारे लिए सुरक्षित है इन विषयों पर डॉक्टर बताते हैं कि टेस्टिस को शरीर से बाहर इसलिए रखा क्योंकि इसका तापमान शरीर के तापमान से एक या दो डिग्री कम हो। यदि शरीर का तापमान 33 डिग्री है तो टेस्टिस्ट का तापमान 31 डिग्री होना चाहिए। ये इसलिए जरूरी है कि क्योंकि ये हर समय करोड़ों की संख्या में स्पर्म बनाती है, इसलिए तापमान का ऐसा होना जरूरी होता है।
ये भ्रांति ; टाइट अंडर वियर पहनने से स्पर्म प्रोडक्शन में हानि
डॉक्टर बताते हैं कि लोगों में ये भ्रांति है कि टाइट लंगोट पहनने से, टाइट अंडर वियर पहनने से स्पर्म प्रोडक्शन में कमी आती है। स्पर्म सामान्य मात्रा में नहीं बन पाते। इस कारण गर्भ धारण करने में परेशानी होती है। इस भ्रांति के कारण ही आज के समय में कई युवा लूज अंडर वियर जैसे शॉर्ट्स आदि को पहनते हैं। उसी को पहन रोजमर्रा के काम आदि को करते हैं, जैसे रनिंग, एक्सरसाइज करना आदि। इस दौरान वो अपने टेस्टिस को इंजर्ड कर लेते हैं, इस कारण होती है ये दिक्कतें;
- हर्निया
- वेरिकोसील
- नस खिंच जाना
- टेस्टिस में इंफेक्शन
ऐसे करें समस्या से बचाव
जो भी युवा पुलिस और आर्मी की ट्रेनिंग के साथ हेवी एक्सरसाइज करेत हैं वो चाहते हैं कि उन्हें इस प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए उन्हें अंपने अंडकोष को सपोर्ट देने की आवश्यकता होती है। अगर आप सामान्य आदमी से ज्यादा एक्टिव हैं तो आपको सामान्य लोगों से अलग अपने टेस्टिस को सपोर्टर देना ही होगा। यदि आपको हर्निया, वेरिकोसीन जैसी बीमारी है तो उस केस में 24 घंटे सपोर्टर बंधवाया जाता है। लेकिन सामान्य स्थिति में एक्टिव रहने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि जब भी वो एक्सरसाइज या हेवी वर्कआउट करें उसी समय सपोर्टर (लंगोट) पहनें।
कैसा होना चाहिए आपका लंगोट
डॉक्टर बताते हैं कि लंगोट या फिर सपोर्टर की खरीदारी करते वक्त कुछ अहम बातों का ख्याल रखना चाहिए;
- हाई इंटेंसिटी ट्रेनिंग के वक्त लंगोट (सपोर्टर) बांधे
- लंगोट ऐसा होना चाहिए जिसमें हवा आसानी से पास हो सके, पसीना सोक हो सके, जिससे टेस्टिस का तामान नियंत्रण में रहे
- लंगोट को अच्छे से बांधा जाए ताकि उसे सपोर्ट मिले व पेनिस के पास से गुजरने वाले नसों को भी सपोर्ट मिले
- यदि आप हेवी बॉडी लिफ्टिंग करते हैं तो आपको सपोर्टर के साथ लंबर सपोर्ट व बैक सपोर्ट का देना जरूरी होता है, ताकि प्रेशर लंग्स के जरिए होते हुए पेट से ऊतर अंडकोष में न उतर जाए
- एक्सरसाइज करने के बाद सपोर्टर उतार सकते हैं
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सपोर्टर उतारने के बाद क्या करें
">डॉक्टर बताते हैं कि क्योंकि सपोर्टर की वजह से टेस्टिस का तापमान बढ़ता है। इसलिए टेस्टिस के तापमान को नियंत्रण में करना भी जरूरी होता है। इसके लिए आप इन बातों का ख्याल रखें;
- एक्सरसाइज के बाद गर्म पानी से न नहाएं
- कोशिश करें कि ठंडे पानी से नहाएं
- शीर्षासन कर सकते हैं ताकि पेनिस में जमा ब्लड ऊपर चढ़ जाए
- आइस मसाज भी कारगर है, घर जाकर आप अपने अंडकोष को आइस मसाज भी दे सकते हैं। इससे टेस्टिस का तापमान सामान्य होगा। स्पर्म प्रोडक्शन में किसी प्रकार का अंतर नहीं पड़ेगा
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काम पर जाने के दौरान कौन सा अंडर वियर पहनें
अक्सर लोग दो अंडर वियर एक बाक्सर्स यानि ओपन अंडर वियर और वी शेप अंडर वियर को लेकर लोगों के मन में कई प्रकार के सवाल उठते हैं। डॉक्टर बताते हैं कि मेरे साथ तमाम यूरोलॉजिस्ट व स्टडी बताती हैं कि आजकल हर कोई प्रकृति से विपरित जाकर काम कर रहा है। जैसे कि बाइक चलाना जो नेचुरल नहीं है, टेक्सी में जा रहे हैं, खड़े होने का काम ज्यादा हो गया है, टाइट जींस पहनते हैं। ऐसे में लोग कंफर्टेबल ... यानि ज्यादा टाइट ना हो वैसे ब्रीफ व वी शेप अंडर वियर पहनना चाहिए। अगर आप बॉक्सर पहन रहे हैं तो आपके टेस्टिस को सपोर्ट मिले।
दिन में टाइट रात में लाइट
डॉक्टर बताते हैं कि यदि आप दिनभर में अपने टेस्टिस को अच्छे से सपोर्ट दे रहे हैं तो आप सुरक्षित हैं। आपको टेस्टिस से जुड़ी बीमारी होने की संभावना कम होती है। ऐसे में आपको दिनभर में काम करने के दौरान अपने टेस्टिस को सपोर्ट देना है। जब आप शाम में आराम करने के लिए आए या सोने के वक्त आप बॉक्सर आदि पहन सकते हैं। क्योंकि इससे टेस्टिस में हवा लगते रहेगी। उचित तापमान बना रहेगा।
अंडकोष को स्वस्थ रखने के लिए ले सकते हैं डॉक्टरी सलाह
यह तमाम बातें स्वस्थ्य लोगों के लिए है। ताकि वो यह सावधानी बरत कर आगे आने वासी मुसीबतों से बचाव कर सकें। ऐसे में यदि आप भी हेवी वर्कआउट करते हैं तो आप इन तमाम सावधानियों को बरतें ऐसा कर आप इंफेक्शन, टेस्टिल प्रॉब्लम, स्पर्म काउंट में परेशानी आदि की मुसीबतों से बचाव कर सकते हैं। आपका टेस्टिस सामान्य रूप से स्पर्म का प्रोडक्शन करेगा। बावजूद इसके यदि आपके मन में किसी प्रकार का संदेह है तो आपको एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।
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